हिंसा के विरोध में छत्तीसगढ़ बंद : राजधानी के प्रमुख बाजार बंद, बसें भी नहीं चल रही; विहिप-बीजेपी कार्यकर्ता निकले बंद कराने
रायपुर. छत्तीसगढ़ के बेमेतरा के सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में आज राजधानी रायपुर सहित अधिकांश जगहों पर बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. राजधानी में प्रमुख बाजारों के साथ साथ बसों का परिचालन भी बंद है. वहीं, बस्तर संभाग में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. हालांकि, बिलासपुर के दुकानें खुली होने की जानकारी सामने आ रही है. बंद कराने निकले कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा एक यात्री बस में तोड़फोड़ की घटना भी सामने आई है.
बेमेतरा के बिरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक घटना में एक हिंदू युवक की मौत के बाद विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था. भाजपा ने इसका समर्थन करते हुए रविवार को प्रमुख बाजारों में बंद के लिए समर्थन मांगा था. हालांकि, चेंबर ऑफ कॉमर्स ने घोषित रूप से समर्थन नहीं दिया, लेकिन राजधानी में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं.
सुबह भाजपा के कार्यकर्ता अलग अलग क्षेत्रों में बंद कराने के लिए निकले. जो दुकानें खुली दिखीं उसे बंद कराया. पेट्रोल पंप भी बंद कराए गए हैं. अधिकांश पेरेंट्स ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा. बस स्टैंड पर सभी बसें खड़ी हैं. शहर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस की टीमें गश्त कर रही हैं. साथ ही, हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिससे लोग पुलिस से मदद मांग सकें.इधर, भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने सोशल मीडिया पर लिखा है...
स्कूली बच्चों से शुरू हुआ विवाद
बता दें कि बेमेतरा जिले के साजा क्षेत्र के बिरनपुर गांव में शनिवार 9 अप्रैल को दो स्कूली बच्चों के बीच विवाद हुआ. इसे लेकर ही हिंदू मुस्लिमों के बीच विवाद शुरू हो गया. खूनी झड़प में भुनेश्वर साहू नाम के एक हिंदू युवक की मौत हो गई. इसके बाद माहौल गरमा गया. पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले को संभालने की कोशिश की. आईजी आनंद छाबड़ा के अलावा आसपास के जिलों के एसपी को भी बुलाया गया. इसी मुद्दे पर विश्व हिंदू परिषद ने बंद का आह्वान किया है.