Grah Shanti Ke Upay in Hindi : सावन में ग्रहों के कुप्रभाव को ऐसे करें शांत, ताकि जीवन बने खुशहाल
रायपुर I ग्रह शांति के उपाय: सावन मास चल रहा है हर तरफ हरियाली और फूल-फल लगे है। ऐसे में अगर आप किसी ग्रह से पीड़ित है तो सावन में उसे शांत करने के लिए बेहतर है। क्योंकि मनुष्य के जीवन में पेड़ पौधों और फूलों का बहुत ही महत्व है। यह महत्व केवल घर आंगन को सजाने तक नहीं है। फूलों का उपयोग हम घर और दुकान की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने के लिए भी करते हैं। कई तरह के पौधे एवं फूल न केवल हमारे जीवन को तनावमुक्त करते हैं, बल्कि हमारे जीवन के हर पहलू की खुशी को भी बढ़ाते हैं। इनके साथ ही यदि कोई ग्रह हमारी जिंदगी में परेशानी उत्पन्न कर रहा है तो उन सभी परेशानियों का समाधान फूल और उसकी सुगंध के माध्यम से कर सकते हैं।
सूर्य ग्रह - ज्योतिष में कहा जाता है कि फूल और उनकी सुगंध बुरे प्रभाव के ग्रहों को शांत कर सकते हैं। फूलों से संबंधित ग्रहों पर प्रभाव पड़ता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर है तो उसे गुड़हल के फूल को जल में डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए, इससे जातक को यश की प्राप्ति होती है साथ ही सूर्य मजबूत होते हैं।
चंद्र ग्रह - अगर केसर और गुलाब की सुगंध वाली वस्तुओं का इस्तेमाल चंद्र के लिए श्रेयस्कर है। मतलब कि कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के लिए हमें हरसिंगार के फूलों का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे मानसिक शांति मिलती है। चमेली और रात की रानी के फूल के इत्र का उपयोग भी चंद्रमा को मजबूत करता है।
मंगल ग्रह- गुड़हल के फूल का इस्तेमाल हमारी मंगल ग्रह की समस्या को दूर करता है। हर प्रकार की कानूनी समस्याओं के समाधान को हल के लिए हनुमान पर गुड़हल के फूल अर्पित करने चाहिए।
बुध ग्रह की शांति के लिए चंपा के पुष्प, तेल और इत्र का प्रयोग कर सकते हैं। गुरु ग्रह बृहस्पति के कमजोर होने पर केले का पौधा घर में लगाना चाहिए। इसे हम भगवान विष्णु का स्वरुप मानते हैं। विवाह संबंधी सभी रुकावटों को दूर करने के लिए केले की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही केसर और केवड़ा के इत्र का प्रयोग कर हम बृहस्पति की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
शुक्र ग्रह को सुधारने के लिए चंदन और कपूर की सुगंध का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करके भी हम शुक्र ग्रह को मजबूत कर सकते हैं।
शनि के प्रभाव को हम घर पर लोबान जलाकर दूर कर सकते हैं। साथ ही कस्तूरी का इत्र शनि को मजबूत करता है। छाया ग्रह, राहू-केतु के लिए हम काली गाय का घी और कस्तुरी के इत्र का प्रयोग कर सकते हैं।
राहू-केतु अनार के पौधे का भी को नियंत्रित करने में काफी योगदान होता है। अनार के फूल को शहर में भिगोकर भगवान शिव को अर्पित करने से मनुष्य के सभी कष्ट समाप्त होते हैं। दैनिक जीवन में फूलों का प्रयोग कर मानव काफी हद तक अपने ग्रहों को अनुकूल बना सकता है।