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ED पर सनसनीखेज आरोप : एपी त्रिपाठी ने कोर्ट में कहा - सीएम भूपेश बघेल और उनके बेटे का नाम लेने के लिए दबाव, झारखंड सीएम का नाम भी घसीटने की कोशिश

ED पर सनसनीखेज आरोप : एपी त्रिपाठी ने कोर्ट में कहा - सीएम भूपेश बघेल और उनके बेटे का नाम लेने के लिए दबाव, झारखंड सीएम का नाम भी घसीटने की कोशिश
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By Manoj Vyas

रायपुर. छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रुपए के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए आबकारी विभाग के सचिव और इंडियन टेलीकॉम डिपार्टमेंट के अफसर अरुणपति (AP) त्रिपाठी ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. त्रिपाठी समेत अन्य आरोपियों अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह उर्फ पप्पू ढिल्लन और नितेश पुरोहित को शुक्रवार को स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत के समक्ष पेश किया गया.

इस दौरान त्रिपाठी ने कोर्ट को बताया कि किस तरह ईडी के अधिकारियों ने उन्हें प्रताड़ित किया. त्रिपाठी ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि पूछताछ के दौरान ईडी के अधिकारियों ने उन्हें छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल का नाम लेने के लिए काफी दबाव डाला. यही नहीं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का नाम लेने के लिए दबाव डाला. ऐसा नहीं करने पर पत्नी को भी गिरफ्तार करने की धमकी दी.

एपी त्रिपाठी ने बताया कि ईडी की रिमांड के दौरान उन्हें किस तरह प्रताड़ित किया गया. त्रिपाठी ने एक के बाद एक ईडी पर आरोपों को झड़ी लगा दी. उन्होंने कहा कि ईडी ने उनसे पूछताछ के दौरान जमकर बदसलूकी की. यहीं नहीं उन्हें मानसिक रूप से डरा धमकाकर जबरिया कई बयान दर्ज कराए. उन्हें कई तरह की मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी, जिसकी वजह से वे खुद को और परिवार को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

आगे उन्होंने कहा कि ईडी ने अपनी मनमानीपूर्ण कार्यवाही करते हुए उनके परिवारवालों को भी प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उनकी पत्नी को भी घंटों बैठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. यही नहीं ईडी के अभद्र व्यवहार से उन्हें और उनके परिवारवालों को गहरा आघात पहुंचा है. आबकारी अधिकारी ने कोर्ट के समक्ष अपनी दुखभरी दास्तां बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है.

13 जून को होगी अगली सुनवाई

न्यायिक रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायिक रिमांड की अवधि 13 जून तक बढ़ा दी है. त्रिपाठी और अनवर ढेबर की ओर से जमानत के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिस पर 13 जून को बहस होगी.

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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