ED का प्रेस नोट रमन के पास कैसे: कांग्रेस का सवाल- क्या पूर्व सीएम की लिखी पटकथा पर काम कर रही ईडी?
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आईएएस अधिकारी सहित व्यापारियों पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के छापे के बाद राजनीति गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने अधिकारियों को निलंबित करने के साथ-साथ सीएम से भी इस्तीफे की मांग की है। इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने सवाल किया है कि क्या पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह द्वारा लिखी पटकथा पर ईडी काम कर रही है? कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला और प्रवक्ताओं ने इस आधार पर सवाल किया है कि ईडी के कथित प्रेस नोट को डॉ. रमन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसमें वही बातें हैं, जो वे कहते रहे हैं। जबकि ईडी की ऑफिशियल वेबसाइट पर कोई ऑफिशियल विज्ञप्ति छत्तीसगढ़ में छापे के संबंध में नहीं है।
सरकार को बदनाम करने ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने भाजपा लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रही है। यह सब मुख्यमंत्री की बढ़ती लोकप्रियता के कारण है। भाजपा के पास कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनहित के मुद्दे उठाने को नहीं बचे हैं तो वह केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। शुक्ला ने कहा कि ईडी की विधि सम्मत कार्यवाही को पूरा समर्थन है, लेकिन राजनैतिक विद्वेषवश कार्यवाही की जाएगी तो उसको लोकतांत्रिक ढंग से बेनकाब किया जाएगा। कोई गलत किया है उस पर कार्यवाही हो, लेकिन जबरदस्ती तथ्यों को गलत ढंग से प्रस्तुत कर सरकार की छवि खराब करने षड्यंत्र किया जाएगा तो उसका मुकाबला किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि ईडी की कार्यवाही को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए, लेकिन डॉ. रमन सिंह तो ईडी के आधार पर ही अपनी राजनीति चमका रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष सहित तमाम भाजपा नेता जिस प्रेस नोट का हवाला दे रहे हैं, वह संदिग्ध लग रहा है। जिस तथाकथित प्रेस नोट को ईडी का बताकर विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रचारित किया गया वह प्रेस नोट सबसे पहले रमन सिंह ने रात को लगभग 9 बजे अपने ट्विटर और फेसबुक में डाला है। ईडी की अधिकृत वेबसाइट पर अभी तक आखिरी प्रेस नोट 13 अक्टूबर की है, जो किसी अन्य मामले में है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के छापे के संबंध में अपने ट्वीट पर 4 फोटो और दो तीन लाइन की पोस्ट की है। यानी ईडी के द्वारा अधिकृत तौर पर कहीं भी उस प्रेस नोट को जारी करने का कोई साक्ष्य सार्वजनिक तौर पर नहीं दिख रहा है। फिर यह तथाकथित प्रेस नोट डॉ. रमन सिंह के पास कहां से आया?
शुक्ला ने आरोप लगाया है कि डॉ. रमन सिंह ने ही फर्जी प्रेस नोट बनाकर प्रचारित किया है। रमन सिंह ने दो दिन पहले पत्रकार वार्ता में जिन बातों को कहा था, ईडी के तथाकथित प्रेस नोट में उन्हीं बातों को दुहराया गया है। इनके बयानों से ऐसा लग रहा है कि ईडी डॉ. रमन सिंह और भाजपा की लिखी पटकथा काम कर रही है? इस दौरान प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, विकास तिवारी, सुरेंद्र वर्मा, अजय गंगवानी, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।