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धरनास्थल पर हरेली: चौथे दिन भी दफ्तरों में काम ठप, कर्मचारी नेता गेड़ी चढ़े-औजारों की पूजा की; समर्थन देने पहुंची भाजपा

34 प्रतिशत महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ते के लिए पांच लाख से ज्यादा कर्मचारी लगातार चार दिन से हड़ताल पर हैं।

धरनास्थल पर हरेली: चौथे दिन भी दफ्तरों में काम ठप, कर्मचारी नेता गेड़ी चढ़े-औजारों की पूजा की; समर्थन देने पहुंची भाजपा
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By NPG News

रायपुर। महंगाई भत्ते और सातवें वेतनमान के आधार पर गृहभाड़ा भत्ते की मांग को लेकर गुरुवार को चौथे दिन भी राज्य के पांच लाख कर्मचारी हड़ताल पर रहे। राजधानी में धरनास्थल पर ही कर्मचारी नेताओं ने खेती से जुड़े औजारों की पूजा की। गेड़ी चढ़कर हरेली पर्व मनाया। साथ ही, सरकार को चेतावनी दी कि वे अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। इधर, भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय भी धरनास्थल पहुंचे और छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले 80 से ज्यादा कर्मचारी संगठनों के आंदोलन के प्रति समर्थन जताया।


धरनास्थल पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के किसान, युवा, कर्मचारी सहित हर वर्ग को ठगा है। इस कारण आज प्रदेश का कामकाज ठप हो गया है। पूरे प्रदेश में पांच लाख कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं और जीडीपी के नाम से अपना पीठ ठोकने वाली सरकार इस मामले में खामोश क्यों है?


साय ने कहा कि केंद्र सरकार ने जब केंद्रीय कर्मचारियों के लिए डीए घोषित किया तो राज्य सरकार ने डीए ना घोषित कर कर्मचारियों को निराश किया है। पूर्व सीएम अजीत जोगी की तर्ज पर राज्य सरकार एरियर्स की राशि हड़पने की फिराक में है। कर्मचारियों की मांग पूरी तरह जायज है। यह उनका हक है, जिसे सरकार को देना होगा। साय ने कहा कि इस आंदोलन को भाजपा अपना पूरा समर्थन देती है। उन्होंने 88 कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधियों से भेंट कर लड़ाई जारी रखने कहा। इस दौरान फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, कर्मचारी नेता विजय झा, अजय तिवारी, भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।


अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए दबाव

कर्मचारी संगठनों को उम्मीद थी कि मानसून सत्र के दौरान राज्य सरकार महंगाई भत्ते और गृह भाड़ा भत्ते के संबंध में फैसला ले सकती है, लेकिन कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया। लगातार चौथे दिन सरकारी दफ्तरों में कामकाज ठप होने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। आय जाति निवास प्रमाण पत्र के साथ जमीन से जुड़े काम बंद हैं। स्कूलों में मध्याह्न भोजन नहीं मिल पा रहा है। इस बीच अब कई कर्मचारी संगठनों के साथ-साथ कर्मचारियों की ओर से फेडरेशन पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान करने के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को हड़ताल का अंतिम दिन है। इसके बाद शनिवार और रविवार की छुट्टी है। इसके बाद फेडरेशन के नेता आगे की रणनीति बनाने के लिए बैठेंगे।

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