Chhattisgarh News: दक्षिण भारत भाजपा मुक्त: सीएम भूपेश ने कहा- मोदीजी का जादू खत्म, अरुण साव पहले ही भांप गए इसलिए बुलडोजर की बात कर रहे...
पुलिस की तरह ईडी के लोग चालान लेकर गली-मोहल्ले में घूम रहे हैं. जहां देखे, वहां नाम पूछा और चालान भरकर कहते हैं चलो.
रायपुर. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझान में कांग्रेस की एकतरफा बढ़त पर सीएम भूपेश बघेल ने तंज किया कि जो लोग कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, आज भाजपा मुक्त दक्षिण भारत हो गया है. सीएम ने कहा, भाजपा को यह अहसास हो गया था कि वे कर्नाटक में हारने वाले हैं. यही कारण है कि मोदी जी के स्थान पर टीवी में नड्डा जी की फोटो लगने लगी है. भाजपा के लोग फिर मोदी के स्थान पर योगी-योगी करने लगे और बुलडोजर की बात करने लगे हैं. भाजपा के नेताओं से पहले अरुण साव जी को पता चल गया था. तभी बोले कि यहां उत्तरप्रदेश की तरह बुलडोजर चलाएंगे. उन्हें पता चल गया कि मोदी जी का जादू समाप्त हो गया है, तभी अरुण साव जी लगातार योगी-योगी करने लगे थे. इस जीत के लिए सीएम ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ कर्नाटक के नेता-कार्यकर्ताओं को बधाई दी है.
महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा
सीएम भूपेश ने कहा कि जब वे कर्नाटक के बेल्लारी की सभा में थे, तभी उन्हें यह लग गया था कि लोगों का झुकाव कांग्रेस की तरफ है. चुनाव जीतने के फॉर्मूले पर उन्होंने बताया कि रणनीति, घोषणा पत्र और कार्यकर्ताओं की ताकत तीन हिस्से हैं, जिस पर एक साथ काम करने पर सफलता मिलती है.
सीएम ने कहा, एक उपचुनाव के परिणाम से देश के कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ता गिरता है. यह बहुत बड़ा राज्य है, जहां 224 विधानसभा है. वहां भाजपा की सरकार को हम लोग छीने. उससे पहले हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार को छीने. निश्चित रूप से इससे कार्यकर्ताओं के मनोबल में वृद्धि होगी और आत्म विश्वास बढ़ेगा. जो मुद्दे लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं, उसे जनता अपना रही है.
सीएम ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और 40 प्रतिशत कमीशन बड़ा मुद्दा रहा. भाजपा के कार्यकर्ता इस बात को लेकर आत्महत्या कर रहे हैं. भाजपा विधायक के यहां 6-6 करोड़ मिल रहा है. चुनाव में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा था.
जनता अपने मुद्दों पर वोट देगी
सीएम ने कहा कि कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक मुस्लिम, ओबीसी और दलित कर्नाटक चुनाव में फिर वापस आया या नहीं यह एनालिसिस के बाद पता चलेगा कि कौन से वर्ग का वोट किधर गया. यह स्पष्ट हो गया कि जनता अब अपने मुद्दों पर वोट डालेगी. हिमाचल प्रदेश देख लीजिए और अब कर्नाटक देख लीजिए. हम ठीक ढंग यदि जनता के बीच जाकर उनके मुद्दों को उठाएं तो वे हमसे जुड़ते दिखाई दे रहे हैं. जो दोनों राज्य में दिखा.
चालान लेकर घूम रहे ईडी वाले
सीएम ने कहा कि अधिकारी हवा का रुख देखकर इधर-उधर होते हैं. आचार संहिता लगने पर किसी अधिकारी को फोन लगाओ तो उठाते नहीं हैं. चाहे सरकार किसी की रहे. फिर नेता लोग धमकी देते हैं कि देख लूंगा. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के चुनाव परिणाम के बाद उन्हें नहीं लगता कि सीबीआई और ईडी की रवानगी हो जाएगी, बल्कि वे बौखलाकर और कदम उठाएंगे.
सीएम ने कहा, ईडी के अधिकारी हर गली-मोहल्ले में घूम रहे हैं. पुलिस वाले अपनी जेब में चालान रखे रहते हैं, उसी प्रकार ईडी भी काम कर रही है. आप पर नजर पड़ी, वहीं नाम पूछे और चालान भरकर उठाकर ले आते हैं. चालान की कॉपी अपनी जेब में रखते हैं. वहीं पर नाम-पता पूछकर चालान भरते हैं और कहते हैं चलो.