Begin typing your search above and press return to search.

कोरोना के 93 नए मरीज : छत्तीसगढ़ में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 511 हुई, सभी सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर देखी तैयारी

कोरोना के 93 नए मरीज : छत्तीसगढ़ में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 511 हुई, सभी सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर देखी तैयारी
X
By Manoj Vyas

रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी तैयारी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य सचिव ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर जरूरी तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं. इधर, प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर कोरोना की लहर रोकने के लिए जरूरी तैयारियों को परखा गया. मंगलवार को भी ड्रिल जारी रहेगी. इसके बाद जो कमियां सामने आएंगी, उन्हें दूर किया जाएगा.

सोमवार को कोरोना के 93 नए केस सामने आए हैं. इन्हें मिलाकर अब सक्रिय मरीजों की संख्या 511 हो गई है. आज कोरोना से मौत की एक भी घटना सामने नहीं आई है. फिलहाल राजधानी रायपुर में सबसे ज्यादा 132 एक्टिव केसेस हैं. आज कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इसके इलाज और आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखने मॉक ड्रिल किया गया.


केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस पर नियंत्रण की तैयारियों को परखने 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल के निर्देश दिए थे. संक्रमण बढ़ने की स्थिति में स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता, प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों, स्वास्थ्य कर्मियों, एंबुलेंस, परीक्षण उपकरण, मानव संसाधन आदि के इंतजामों का परीक्षण करने कहा गया था.

मॉकड्रिल के दौरान आज शासकीय अस्पतालों में सेवा प्रदायगी की विभिन्न तैयारियों की जांच व समीक्षा की गई. इस दौरान प्रत्येक जिले में क्षेत्रवार स्वास्थ्य केन्द्रों व कोविड-19 के मरीजों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता देखी गई. साथ ही आइसोलेशन, ऑक्सीजन, आईसीयू तथा वेंटीलेटर बेड की व्यवस्था को भी परखा गया. मॉकड्रिल के दौरान हर जिले में रेफरल सेवाओं व इसके लिए एम्बुलेंस तथा आवश्यक लाइफ सपोर्ट सिस्टम की उपलब्धता, एंबुलेंस सेवाएं देने वाली संस्थाओं से नेटवर्किंग और प्रभावी कॉल सेंटर की भी जांच की गई.


अस्पतालों को जीवन रक्षक औषधियों व उपकरणों के इंतजाम के साथ अन्य सुविधाओं को भी दुरुस्त रखने कहा गया. साथ ही सभी तरह के जीवन रक्षक उपकरणों का प्रतीकात्मक रूप से उपयोग करते हुए उनकी क्रियाशीलता की जांच की गई.

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

Read MoreRead Less

Next Story