Begin typing your search above and press return to search.

Congress Mahadhiveshan कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की मांग रखी, नई शिक्षा नीति को बताया नागपुर पॉलिसी; निजीकरण का करेंगे विरोध

राष्ट्रीय महाधिवेशन के पहले दिन सब्जेक्ट्स कमेटी की बैठक में तीन घंटे तक प्रस्तावों पर चर्चा.

Congress Mahadhiveshan कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की मांग रखी, नई शिक्षा नीति को बताया नागपुर पॉलिसी; निजीकरण का करेंगे विरोध
X
By NPG News

रायपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन के पहले दिन सब्जेक्ट्स कमेटी की बैठक में नेताओं ने उन 6 विषयों पर चर्चा की, जिन पर दो दिन चिंतन किया जाएगा. इसमें कांग्रेस की ओर से जातिगत जनगणना की मांग की जाएगी. नई शिक्षा नीति का विरोध किया जाएगा. साथ ही, पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के निजीकरण का भी पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा.

सब्जेक्ट्स कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने बताया कि करीब तीन घंटे बैठक चली. इसमें सभी प्रस्तावों पर बात हुई. इन सभी प्रस्तावों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संक्षिप्त रूप से अपने विचार रखे. उन्होंने राजनीतिक प्रस्ताव को काफी महत्वपूर्ण बताया. भारत जोड़ो यात्रा को किस तरह आगे ले जा सकते हैं, उस पर ध्यान केंद्रित करने कहा.

आर्थिक प्रस्ताव के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष ने स्पष्ट कर दिया कि हम निजीकरण के खिलाफ हैं. मोदी सरकार के कार्यकाल में जो मुनाफे में चल पब्लिक सेक्टर बेचे जा रहे हैं. सिर्फ एक या दो निजी कंपनियां ही खरीद रही हैं. दलित आदिवासी और कमजोर वर्ग के रोजगार के लिए महत्वपूर्ण पब्लिक सेक्टर के उद्योग लगाए गए थे, उसे बेचे जा रहे हैं. कृषि प्रस्ताव पर चर्चा में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम खेतिहर मजदूरों पर विशेष ध्यान रखें. युवा शिक्षा और रोजगार के प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष ने बुलंद आवाज में कहा कि कांग्रेस नागपुर एजुकेशन पॉलिसी 2020 के खिलाफ हैं. ये ध्रुवीकरण की नीति है. ध्रुवीकरण की पॉलिसी है. इसका हम विरोध करते रहेंगे.

सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के बारे में उन्होंने फिर से दोहराया कि जाति के आधार पर जनगणना होना अनिवार्य है. 1818 में पहली जनगणना हुई. इसके बाद हर 10 साल में जनगणना होती रही है. 1941 में नहीं हुई. इसके बाद हर 10 साल में जनगणना होती रही. तीन साल हो गए हैं, जनगणना की बात ही नहीं हो रही है. जाति के आधार पर जनगणना के बारे में प्रधानमंत्री चुप हैं. वैसे तो चीन, अडानी के मामले में भी चुप हैं. पार्टी के संविधान में जो संशोधन किए जाएंगे, उस पर भी बात हुई. इसके अंतर्गत 16 प्रावधानों और 32 नियमों में संशोधन प्रस्तावित है.

सुबह 9.30 बजे जुटेंगे पीसीसी डेलीगेट्स

जयराम रमेश ने बताया कि 25 फरवरी को सुबह 9.30 बजे पीसीसी डेलीगेट इकट्ठे होंगे. 9.50 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष ध्वजारोहण करेंगे. इसके बाद 10.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष का संबोधन होगा. सवा 11 बजे संविधान में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया जाएगा. 11.30 बजे पूर्व कांग्रेस सोनिया गांधी संबोधित करेंगी. इससे पहले प्रशंसा प्रस्ताव पेश किया जाएगा. 12 बजे तीन प्रस्तावों पर चर्चा होगी. राजनीतिक, आर्थिक और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के बारे में प्रस्ताव पेश किया जाएगा. ये तीनों एक साथ किए जाएंगे. दोपहर 12 से शाम 7 बजे तक इन तीन प्रस्तावों पर चर्चा होगी. सदस्यों की ओर से संशोधन आएंगे. सब नोट किया जाएगा. कल 7.30 बजे कल्चरल प्रोग्राम है.

दूसरे दिन भी जारी रहेगी प्रस्तावों पर चर्चा

26 फरवरी को 9.30 बजे फिर से एकत्रित होंगे. बाकी तीन प्रस्तावों कृषि व किसान कल्याण, सामाजिक न्याय व सशक्तिकरण, युवा रोजगार व शिक्षा पर चर्चा होगी. 10.30 बजे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी महाधिवेशन को संबोधित करेंगे. 11 बजे फिर से उन तीन प्रस्तावों पर चर्चा शुरू होगी. लगभग दो बजे तक प्रस्तावों पर चर्चा होगी. 2 बजे कांग्रेस अध्यक्ष का समापन भाषण होगा. रायपुर से कांग्रेस संगठन के लिए क्या संदेश देना चाहिए वह कांग्रेस अध्यक्ष के समापन भाषण में होगा. तीन बजे आमसभा होगी. इसे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे.

Next Story