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CG स्कूलों का सेटअप : छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के 56232 पद रिक्त, जानें प्राइमरी से हायर सेकंडरी स्कूलों में बच्चों के हिसाब से कितने शिक्षक होने चाहिए

CG स्कूलों का सेटअप : छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के 56232 पद रिक्त, जानें प्राइमरी से हायर सेकंडरी स्कूलों में बच्चों के हिसाब से कितने शिक्षक होने चाहिए
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By NPG News

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को एक लिखित सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी स्कूल तक शिक्षकों के 56232 पद रिक्त हैं. शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में दर्ज संख्या के हिसाब से शिक्षकों के सेटअप की भी जानकारी दी है.

विधायक शिवरतन शर्मा ने अपने लिखित प्रश्न में स्कूलों के सेटअप के बारे में जानकारी मांगी थी. शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि प्राइमरी स्कूल में एक प्रधान पाठक, दो सहायक शिक्षक और एक स्वीपर मिलाकर तीन का सेटअप होगा. यह सेटअप न्यूनतम 80 विद्यार्थियों के लिए है. 80 से ज्यादा शिक्षक होने की स्थिति में एक अतिरिक्त शिक्षक की पात्रता होगी. प्राथमिक शालाओं में 50 प्रतिशत शिक्षक कला और 50 प्रतिशत विज्ञान संकाय के होंगे.

पूर्व माध्यमिक शाला में एक प्रधान पाठक, चार शिक्षक, एक नियमित भृत्य और एक अंशकालीन स्वीपर मिलाकर 7 का सेटअप होगा. पूर्व माध्यमिक शालाओं में 3 कक्षाएं होती हैं. एक कक्षा/वर्ग 35 छात्रों की होती है. 35 के बाद दर्ज संख्या में वृद्धि होने पर एक शिक्षक के बाद की पात्रता होगी. एक शिक्षक अंग्रेजी, एक हिंदी/संस्कृत का, एक गणित, एक विज्ञान और एक कला का शिक्षक हर स्कूल में होगा.

हाईस्कूल में एक प्राचार्य, 6 व्याख्याता, एक सहायक शिक्षक विज्ञान, एक लेखापाल/सहायक ग्रेड-2, एक सहायक ग्रेड-3, 2 नियमित भृत्य, एक चौकीदार और एक अंशकालीन स्वीपर मिलाकर 14 का सेटअप होगा. हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, जीव विज्ञान, कला संकाय (इतिहास/राजनीति शास्त्र या अर्थशास्त्र/भूगोल) के व्याख्याता होंगे. 35 विद्यार्थियों की एक कक्षा होगी. प्रथम 35 विद्यार्थियों के पश्चात अधिकतम 10 छात्रों की दर्ज संख्या होने पर अतिरिक्त शिक्षक दिया जाएगा. अतिरिक्त वृद्धि क्रमश: अंग्रेजी, गणित, जीव विज्ञान, हिंदी, संस्कृत एवं कला संकाय के शिक्षकों की होगी.

हायर सेकंडरी स्कूल में एक प्राचार्य, एक उप प्राचार्य, व्यावसायिक शिक्षा (जहां संचालित है वहां), 11 व्याख्याता, 3 व्याख्याता व्यावसायिक शिक्षा (जहां संचालित है वहां), एक तबला शिक्षक (जहां संचालित है वहां), एक कृषि शिक्षक (जहां संचालित है वहां), एक व्यायाम शिक्षक, 01 ग्रंथपाल, 03 सहायक शिक्षक विज्ञान, एक लेखापाल/सहायक ग्रेड-2, 2 सहायक ग्रेड-3, चार नियमित भृत्य, एक चौकीदार, एक स्वीपर और व्याख्याता कम्प्यूटर मिलाकर 33 का सेटअप होगा.

हायर सेकंडरी स्कूलों में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, जीव विज्ञान, भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, इतिहास/राजनीति शास्त्र, अर्थ शास्त्र/भूगोल के एक-एक और वाणिज्य के दो व्याख्याता होंगे. जिस विषय/संकाय के वर्ग बनेंगे, उस विषय के व्यख्याता देय होंगे. 35 विद्यार्थियों की एक कक्षा/वर्ग होगा. इससे अधिक होने पर अधिकतम 10 होने पर एक अतिरिक्त विषय व्याख्याता देय होगा.

शर्मा ने पूछा कि वर्तमान में शासकीय प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला, हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल में कितने विद्यार्थी अध्ययनरत हैं.

मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि वर्तमान में प्राथमिक शाला में 1694548, पूर्व माध्यमिक शाला में 356774, हाईस्कूल में 525299 और हायर सेकंडरी स्कूल में 434954 विद्यार्थी हैं.

शर्मा ने पूछा कि प्रदेश में प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला, हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल में वर्तमान में कितने-कितने शिक्षक कार्यरत हैं?

मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि प्राथमिक शाला में 77185, पूर्व माध्यमिक शाला में 47786, हाईस्कूल में 9637 और हायर सेकंडरी स्कूल में 30381 शिक्षक हैं. शासन के मापदंड के अनुसार शिक्षकों की कमी के संबंध में शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्राथमिक शाला में 27150, पूर्व माध्यमिक शाला में 19619, हाई स्कूल में 2515 और हायर सेकंडरी स्कूल में 6948 शिक्षकों की कमी है. मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की कमी कब तक पूरी कर दी जाएगी, यह समय सीमा बताना संभव नहीं है.

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