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रामानुजगंज विधानसभा: 2008 में हुआ पहला चुनाव, दो बार कांग्रेस, एक बार भाजपा का रहा कब्जा

2008 से पहले रामानुजगंज सीट पाल विधानसभा के नाम से जानी जाती थी

रामानुजगंज विधानसभा: 2008 में हुआ पहला चुनाव, दो बार कांग्रेस, एक बार भाजपा का रहा कब्जा
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By Manoj Vyas

Chhattisgarh Assembly Election 2023

रायपुर। सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले की रामानुजगंज विधानसभा सीट इस वक्त कांग्रेस के खाते में है। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बृहस्पत सिंह ने भाजपा प्रत्याशी रामकिशुन सिंह को 32916 वोटों के अंतर से हराया था। रामानुजगंज सीट की बात करें तो यहां अब तक 3 चुनाव ही हुए हैं। इनमें दो बार कांग्रेस और एक बार भाजपा का कब्जा रहा है। साल 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ। राज्य गठन के बाद साल 2002 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के तहत छत्तीसगढ़ की विधानसभा सीटों का नए सिरे से परिसीमन हुआ और अस्तित्व में आई रामानुजगंज सीट। इसके पहले यह सीट पाल विधानसभा क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी।

रामानुजगंज सीट के पहले विधायक बने रामविचार नेताम

रामानुजगंज सीट की बात करें तो यहां पहले पहला चुनाव साल 2008 में हुआ। इस चुनाव में भाजपा ने चार बार के विधायक और मंत्री राम विचार नेताम को चुनावी मैदान में उतारा। वहीं कांग्रेस ने साल 2003 विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी रहे बृहस्पत सिंह को टिकट दिया। इस चुनाव में राम विचार नेताम ने करीब 4210 वोट से जीत दर्ज की। साल 2013 में हुए चुनाव में एक बार फिर से दोनों ही नेता आमने-सामने थे। लेकिन इस बार जीत बृहस्पत सिंह की हुई। उन्होंने 11592 वोटों के अंतर से राम विचार नेताम को हराया और पहली बार विधानसभा पहुंचे। साल 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने फिर से बृहस्पत पर भरोसा जताया और उन्होंने इसे कायम रखते हुए रिकॉर्ड 32916 वोटों के अंतर से भाजपा उम्मीदवार राम किशुन सिंह को हराकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे।

रामानुजगंज थी पाल विधानसभा सीट

अब बात करते हैं पाल विधानसभा सीट की। अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ बनने के बाद साल 2003 तक रामानुजगंज विधानसभा सीट को पाल विधानसभा क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी। पाल विधानसभा में पहला चुनाव साल 1951 में हुआ। हालांकि पहले और दूसरे चुनाव के दौरान यहां से दो विधायक चुने जाने की परंपरा थी। साल 1962 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां एकल विधायक प्रणाली की शुरुआत हुई और कांग्रेस के चंद्रीकेश्वर शरण ने यहां से चुनाव जीता। 1962 से लेकर 2003 तक पाल विधानसभा क्षेत्र में कुल 10 विधानसभा चुनाव हुए। इनमें कांग्रेस ने 5, भाजपा ने 4 और एक बार जनता पार्टी ने जीत दर्ज की। भाजपा की चारो जीत के हीरो राम विचार नेताम थे। उन्होंने साल 1993 से लेकर 2003 तक लगातार चार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी।

रामानुजगंज के अब तक के विधायक

वर्ष विधायक पार्टी

2008 रामविचार नेताम भाजपा

2013 बृहस्पत सिंह कांग्रेस

2018 बृहस्पत सिंह कांग्रेस

(रामानुजगंज विधानसभा सीट पर पहला चुनाव साल 2008 में हुआ। इसके पहले यह सीट पाल विधानसभा थी, जहां 1962 में पहली बार विधानसभा चुनाव हुआ था।)

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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