शिक्षक वेतन विसंगति : सदन में शिक्षकों की वेतन विसंगति पर जवाब नहीं दे पाए शिक्षा मंत्री, अब अलग से आधे घंटे चर्चा होगी
रायपुर. छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की वेतन विसंगति के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इसे लेकर विपक्ष ने शिक्षा मंत्री को घेरा. पूर्व स्पीकर धरमलाल कौशिक ने यहां तक कह दिया कि मंत्री अक्षम हैं. विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि इस मुद्दे पर अलग से आधे घंटे की चर्चा करा लें. विपक्ष की सहमति के बाद अब तय हुआ है कि इस मुद्दे पर अलग से चर्चा की जाएगी.
विधायक शिवरतन शर्मा ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने पूछा कि सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति के लिए तीन साल में विभाग द्वारा क्या-क्या कार्यवाही की गई? वेतन विसंगति दूर करने के लिए कब-कब कौन सी समिति का गठन किया गया था और उनका रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समय-सीमा क्या-क्या थी? मंत्री ने बताया कि विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों की वेतन विसंगति के कारण वेतनमान में संशोधन करने के लिए प्राप्त प्रस्तावों का परीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के संबंध में गठित समिति की बैठक 28 नवंबर 2022 को मंत्रालय में आयोजित की गई थी. बैठक में उल्लेखित मांगों के सबंध में संभावित विकल्प, विभिन्न विकल्पों का वित्तीय भार, अन्य प्रभार और अन्य राज्यों की तुलनात्मक स्थिति आदि बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है.
मंत्री ने बताया कि वेतन विसंगतियों के कारण वेतन में संशोधन प्रस्तावों का परीक्षण करने के लिए सचिव स्तरीय समिति का गठन किया गया है. इस समिति की समय सीमा नहीं है. शर्मा ने पूछा कि क्या समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है? मंत्री ने बताया कि समिति ने रिपोर्ट नहीं दी है? शर्मा ने पूछा कि समिति गठन के बाद क्या-क्या कार्यवाही की गई है? इस मुद्दे पर मंत्री उलझ गए. वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. विधानसभा स्पीकर ने पूछा कि क्या समिति बनी है और बैठक हुई है? मंत्री ने बताया कि एक बैठक हो गई है. इस पर विपक्ष ने कहा कि जन घोषणा पत्र में उल्लेख था. अब कह रहे हैं कि उक्त घोषणा अप्रासंगिक हो गई है. शर्मा ने कहा कि वे उत्तर से संतुष्ट नहीं हैं. अजय चंद्राकर ने भी सवाल दोहराया कि मंत्री ने उत्तर में यह स्वीकार किया है कि विभाग द्वारा कार्यवाही की गई है, तो क्या-क्या कार्यवाही की गई है, यह बता दें. इसके बाद स्पीकर ने कहा कि इस पर अलग से चर्चा की बात हो गई है तो उसमें जवाब आ जाएगा.
अमरजीत-शिवरतन में नोंकझोंक
चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष की ओर से टोकाटाकी होने लगी. मंत्री अमरजीत भगत खड़े हुए तो धरमलाल कौशिक ने कहा कि मंत्री अक्षम हैं. इस पर भगत ने कहा कि लगता है कि शर्मा अक्षम हैं, इसलिए आप खड़े हुए हैं. इसके बाद भगत ने कहा कि शर्मा ठीक ढंग से सवाल नहीं पूछ पा रहे हैं. इस पर शर्मा ने कहा कि आप मुझे सवाल करना ना सिखाएं. मैं पहले विधायक बना हूं. इस बीच नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि पहले भी आसंदी से आदेश किया गया है कि मंत्रीगण तैयारी से आएं. तैयारी से नहीं आने के कारण अनावश्यक रूप से सदन का समय जाया होता है. संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मंत्री इतना अच्छा वक्तत्व दे रहे हैं. उनके जवाब को नहीं सुन रहे. शर्मा ने कहा कि समिति का बिंदू तो बता नहीं रहे हैं और आपको उत्तर अच्छा लग रहा है.