सदन में प्रिंटिंग मिस्टेक : शिक्षा विभाग से जुड़े प्रश्न के उत्तर में कई गलतियां, कौशिक का आरोप – प्रेशराइज करते हैं, इसलिए गड़बड़ी
रायपुर. शिक्षा विभाग से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में प्रिंटिंग मिस्टेक पर पूर्व स्पीकर धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष की ओर से सचिवालय को प्रेशराइज करते हैं, इसलिए ऐसा हुआ है. उन्होंने अपने सवालों का जवाब मांगने के बजाय बाद में चर्चा कराने कहा. विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि वे प्रिंटिंग मिस्टेक और ऑनलाइन सिस्टम में जो खामी आई है, उसे ठीक कराएंगे. स्पीकर ने कहा कि बाद में उत्तर दिला देंगे.
प्रश्नकाल के दौरान कौशिक ने कहा कि उन्होंने जन घोषणा पत्र में बंद स्कूलों को शुरू करने के संबंध में सवाल किया था. इसमें जो जवाब आया है, वह प्रिंटेड में अलग और ऑनलाइन जवाब अलग है. जो प्रश्न उन्होंने किया था, उसके उत्तर में आत्मा ही बदल गई है. इसलिए वे चाहते हैं कि किसी दूसरे दिन इस प्रश्न पर चर्चा करा लें. स्पीकर ने कहा कि प्रिंटिंग मिस्टेक कैसे हुई, इस पर वे सचिवालय के कर्मचारियों से चर्चा कर लेंगे.
कौशिक ने कहा कि यह सिर्फ एक प्रश्न का मामला नहीं है. उन्होंने चार प्रश्न लगाया था. एक संशोधिक है, दूसरा अग्राह्य हो गया. राजस्व विभाग का प्रिंट नहीं हुआ. विद्या मितान और अतिथि शिक्षकों के संबंध में उनके एक सवाल में चार लोगों के नाम प्रिंट हो गए हैं. प्रश्न तो ध्यानाकर्षण हो गया है. ऐसा है तो ऑनलाइन व्यवस्था समाप्त कर देनी चाहिए. स्पीकर ने कहा कि वे ठीक कराएंगे.
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि यह गंभीर विषय है. यह आज तक ऐसा नहीं हुआ है. एक प्रश्न ध्यानाकर्षण हो गया है. प्रश्न में धरमलाल कौशिक, विद्यारतन भसीन, नारायण चंदेल और डमरूधर पुजारी का नाम प्रिंट हो गया है. संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि प्रिंटिंग में दिक्कत है. इस पर कौशिक ने चुटकी ली कि उसी तरह की गलती, जिस तरह आप लोगों ने राज्यपाल के अभिभाषण में की है. कौशिक ने कहा कि आप लोग दबाव बनाते हैं, इसलिए ऐसा हो रहा है.