पहली बार 5696 मेगावाट बिजली की मांग : छत्तीसगढ़ में गर्मी से लोग बेहाल, 24 घंटे एसी-कूलर और पंखे ऑन, रात में पंजाब से ले रहे बिजली
रायपुर. छत्तीसगढ़ में अचानक तेज गर्मी के कारण बिजली की खपत भी तेजी से बढ़ी है. आलम यह है कि रविवार की रात को रिकॉर्ड 5696 मेगावाट बिजली की मांग रही. पहली बार बिजली की इतनी मांग दर्ज की गई है. पिछले साल 5400 मेगावाट अधिकतम मांग रही. अप्रैल महीने में बिजली की रिकॉर्ड खपत को देखते हुए मई-जून में पीक टाइम पर मांग और बढ़ने के आसार हैं. हालांकि राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारी लगातार मांग पर नजर रख रहे हैं. आवश्यकता पड़ने पर खरीदकर बिजली आपूर्ति की जाएगी.
अलग-अलग सिस्टम सक्रिय होने के कारण मार्च महीना और अप्रैल के पहले सप्ताह में तापमान सामान्य रहा, लेकिन पिछले कुछ दिनों से सूरज ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. आलम यह है कि दोपहर ही नहीं, बल्कि देर शाम और रात तक हवा में गर्मी का अहसास होता है. यही वजह है कि घरों में एसी, कूलर और पंखे लगातार चल रहे हैं. इसका असर बिजली की मांग पर पड़ रहा है. बिजली विभाग के मुताबिक 16 अप्रैल की रात को 5696 मेगावाट मांग रही. यह अब तक का सर्वाधिक है. हालांकि मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बिजली कंपनी के अधिकारी पहले से ही तैयार थे. पॉवर एक्सचेंज के जरिए इस मांग को पूरा कर लिया गया और कटौती की नौबत नहीं आई. बता दें कि 2017-18 में सर्वाधिक डिमांड 4318 मेगावाट थी. इस वर्ष उच्च मांग लगभग 5700 मेगावाट के स्तर तक पहुंच गई है. इस तरह बिजली की डिमांड में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
पॉवर प्लांट के बेहतर संचालन पर जोर
छत्तीसगढ़ जनरेशन कंपनी के जो पॉवर प्लांट हैं, उन्हें बेहतर ढंग से संचालित किए जाने पर जोर दिया जा रहा है, जिससे ऐन मौके पर किसी तरह की दिक्कत न आए. छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक मनोज खरे ने बताया कि पॉवर कंपनी बढ़ती मांग पर नजर बनाए हुए है. प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. बिजली की बढ़ती हुई मांग की पूर्ति के लिए कंपनी प्रबंधन ने राज्य के समस्त विद्युत उत्पादन संयंत्रों को उच्चतम क्षमता पर चलाए जाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. गर्मी के कारण बिजली की बढ़ती हुई मांग की आपूर्ति के लिए डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने उचित प्रबंधन किया है.
पंजाब से मंगा रहे 200 मेगावाट बिजली
छत्तीसगढ़ में बिजली की मांग की आपूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी से 2505 मेगावाट बिजली प्राप्त हो रही है. राज्य शासन के अनुबंध के आधार पर केंद्रीय उत्पादन संयंत्रों से 2540 मेगावाट, आईपीपी (इंडिपेंडेंट पॉवर प्लांट) से 366, शार्ट टर्म ओपन एक्सेस के माध्यम से 127 और पंजाब राज्य से बैंकिंग के माध्यम से 200 मेगावाट बिजली की उपलब्धता रही. इस तरह प्रदेश में सर्वाधिक डिमांड 5696 मेगावाट के विरुद्ध राज्य में 5738 मेगावाट विद्युत की उपलब्धता बनी रही.
प्रबंध निदेशक खरे ने बताया कि इसके अलावा आपातकालीन व्यवस्था के तहत उपभोक्ताओं को सतत् एवं निर्बाध विद्युत प्रदाय करने बिजली खरीदी भी की जाएगी. इसके लिए आईईएक्स (इंडियन एनर्जी एक्सचेंज) के माध्यम से पॉवर एक्सचेंज से आवश्यकतानुसार बिजली क्रय करने का प्रबंध किया जा रहा है. गौरतलब है कि प्रदेश में 61.20 लाख निम्नदाब (घरेलू, कृषि व अन्य)उपभोक्ता है. साथ ही उच्चदाब उपभोक्ताओं की संख्या 3546 है.
सारंगढ़ में सर्वाधिक 43.7 डिग्री सेल्सियस तापमान, राजनांदगांव में सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा
शहर – अधिकतम – न्यूनतम
रायपुर – 42.6 – 26.4
माना – 41.9 – 25.4
बिलासपुर – 42.8 – 24.3
पेंड्रारोड – 40.2 – 23.4
अंबिकापुर – 38.8 – 23.2
जगदलपुर – 39.6 – 23.5
दुर्ग – 41.4 – 24.8
राजनांदगांव – 43.0 – 23.3