CG Video सिर्फ एक सैलजा काफी हैं : अजय चंद्राकर का कांग्रेस की डिनर डिप्लोमेसी पर तंज, कहा - हराने के लिए रणनीति की जरूरत नहीं, CG को हरियाणा जैसा बनाना सैलजा का लक्ष्य
रायपुर. छत्तीसगढ़ भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कांग्रेस और प्रभारी महासचिव कुमारी सैलजा पर बड़ा हमला बोला है. चंद्राकर ने कहा कि कुमारी सैलजा छत्तीसगढ़ को हरियाणा जैसा बनाना चाहती हैं. सीएम भूपेश बघेल को हराना उनका लक्ष्य है.
मीडिया से बातचीत में चंद्राकर ने कहा, भाजपा का एक महीने का जनसंपर्क अभियान शुरू हो चुका है. इसके तहत बहुत लोग आएंगे. केंद्रीय गृह मंत्री भी आ रहे हैं. उसमें आपत्ति ले रहे हैं तो तरस आता है. लोकतांत्रिक गतिविधियों को वे पसंद नहीं करते. छत्तीसगढ़ गांधी परिवार का अभयारण्य है. वही आ सकते हैं क्या? बाकी के लिए मुफीद नहीं है. यह जगह सुरक्षित नहीं है. छत्तीसगढ़ एक परिवार का अभयारण्य नहीं है. देश का एक राज्य है. अटल बिहारी वाजपेयी जी का बनाया राज्य है. ये तो दुर्घटना के मुख्यमंत्री हैं.
कांग्रेस प्रभारी के दौरे पर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, सैलजा जी कुछ नहीं कर सकती हैं. उनका लक्ष्य है, छत्तीसगढ़ को हरियाणा जैसे बनाना. जैसी स्थिति कांग्रेस की और उनकी खुद की हरियाणा में है, वही स्थिति यहां कांग्रेस की और भूपेश बघेल जी की हो जाए, उनका लक्ष्य है.
अलग अलग वर्ग के लोगों के भाजपा प्रवेश पर उन्होंने कहा कि समाज के प्रतिष्ठित लोग आते हैं, आदिवासी समाज के लोग आए, पटेल समाज के लोग आए, कलाकार लोग आए, प्रशासनिक लोग आए तो निश्चित रूप से उसका फायदा होता है. मैं तो ये अपेक्षा करूंगा कि जो लोग आए हैं, वे भाजपा में कम आए हैं, राष्ट्र सेवा के लिए ज्यादा आए हैं. भारतीय जनता पार्टी मतलब राष्ट्रीय सेवा, ये परिवार की पार्टी नहीं है. एक निश्चित पद और एक निश्चित दायरा सभी पार्टियों में परिवार के लिए सुरक्षित है. एक हाइट है, जहां तक भूपेश बघेल जा सकते हैं. उससे आगे जाम है. भाजपा में एक आम कार्यकर्ता भी सर्वोच्च पद तक जा सकता है. ये अंतर है.
डिनर डिप्लोमेसी के जरिए कांग्रेस की राजनीति पर चंद्राकर ने कहा, हारने के लिए कोई रणनीति बनाने की जरूरत थोड़ी पड़ती है. रणनीति जीतने के लिए बनाने की जरूरत पड़ती है. हराने के लिए सैलजा जी काफी हैं.
सरकार में क्या हिम्मत, दम और रुचि है?
चंद्राकर ने कांकेर में दत्तक ग्रहण केंद्र की मैनेजर द्वारा बच्चों से मारपीट के मामले में कहा कि सरकार में यदि हिम्मत है, दम है और इस विषय में रुचि है, तो मैनेजर पर एफआईआर होनी चाहिए. पॉक्सो भी लगना चाहिए, क्योंकि उसका बॉयफ्रेंड आता था और एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड किया जाना चाहिए. चंद्राकर ने आरोप लगाया कि ये एनजीओ को करप्शन ले कर नोटिफाई करते हैं. करप्शन के कारण उन्हें यह काम मिला. बिना कमीशन के इस सरकार में कोई काम होता नहीं, इसलिए क्वालिटी नहीं आती. बच्चों का प्रताड़ना गृह है वह, आश्रय गृह नहीं है.