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CG में UP वाली पॉलिटिक्स : छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले बुलडोजर की धमक, क्या मोदी से ज्यादा सभाएं होंगी योगी की?

CG में UP वाली पॉलिटिक्स : छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले बुलडोजर की धमक, क्या मोदी से ज्यादा सभाएं होंगी योगी की?
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By Manoj Vyas

रायपुर. छत्तीसगढ़ में चुनाव की तारीख अब पास आने लगी है और नेताओं की बयानबाजी की आक्रामकता भी बढ़ती जा रही है. ऐसे समय में एक शब्द का उल्लेख बार-बार हो रहा है. शब्द है – बुलडोजर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने अपने बयान में कहा था कि यहां भी बुलडोजर वाली सरकार की जरूरत है. हालांकि इस बयान पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का बयान आया है कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है. यहां कोई बुलडोजर नहीं चलवाना चाहता. उन्होंने मीडिया से ही पूछा कि क्या आप अपने घर में बुलडोजर चलवाएंगे?

अब सवाल यह है कि क्या बुलडोजर वाली सरकार का उल्लेख कर भाजपा ने यूपी मॉडल का भी उल्लेख किया है. क्या पीएम नरेंद्र मोदी से ज्यादा बड़े स्टार प्रचारक यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे. यह सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि गुजरात चुनाव में पीएम मोदी के साथ-साथ योगी भी काफी चर्चित थे. योगी ने 25 से ज्यादा सभाएं और रोड शो किए थे. अब कर्नाटक में भी योगी आदित्यनाथ की भारी मांग है. वहां योगी तीन दर्जन से ज्यादा स्थानों पर रैली-सभाएं करने जा रहे हैं. भाजपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बाद योगी तीसरे नंबर पर हैं.

इससे पहले पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में भी सीएम शिवराज सिंह चौहान बुलडोजर का जिक्र कर चुके हैं. यूपी में बुलडोजर वाले बाबा के बाद मध्यप्रदेश में बुलडोजर वाले मामा काफी चर्चित हुए थे. दरअसल, उत्तरप्रदेश में सत्ता में वापसी के लिए योगी का बुलडोजर मॉडल और कानून व्यवस्था को काफी अहम माना गया. उत्तरप्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए योगी सरकार ने जो काम किया और माफिया के खिलाफ कार्रवाई की, उससे सत्ता में वापसी का रास्ता आसान हो गया. यही वजह है कि भाजपा शासित राज्यों के बाद अब विपक्ष वाले राज्य छत्तीसगढ़ में बुलडोजर का उल्लेख किया जा रहा है.

बुलडोजर अपराध के खिलाफ चलेगा, कांग्रेस दहशत में क्यों है?

बुलडोजर वाले मामले में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बयान पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा है कि उनका बयान अपराधियों को संरक्षण देने वाला है. आखिर कांग्रेसी बुलडोजर से इतना भयभीत क्यों हैं? चंदेल ने कहा कि हम जनता को विश्वास दिलाते हैं कि भाजपा का शासन आते ही छत्तीसगढ़ को अपराध मुक्त समाज देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव द्वारा भाजपा की सरकार बनते ही अपराध और अपराधी तत्वों के खिलाफ बुलडोजर चलने का ऐलान करते ही वे लोग छटपटा गए हैं, जो ऐसे कृत्यों को कर रहे हैं और संरक्षण दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ को लूटने वालों, छत्तीसगढ़ में बड़े-बड़े अपराध करने वालों, भ्रष्टाचार करने वालों पर कांग्रेस तो कभी बुलडोजर नहीं चला सकती क्योंकि कांग्रेस ही भ्रष्टाचार का नरवा है. कांग्रेस ही अपराध और अपराधियों की संरक्षक है और कांग्रेस सरकार संरक्षक है. जनता को विश्वास है कि भाजपा ही कांग्रेस पोषित माफिया को बुलडोजर से जवाब दे सकती है, जैसा कि यूपी में दिया जा रहा है.

बुलडोजर बयान मुद्दाविहीन भाजपा की अस्तित्व बचाने की कवायद

इधर, बुलडोजर वाले बयान पर कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दाविहीन और विचार विहीन हो चुकी है, इसीलिए भाजपा नेता दूसरे राज्यों से हिंसक मुद्दे चुरा कर उन्हें छत्तीसगढ़ में आजमाने का बयान दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ शांत प्रदेश है. यहां कभी कोई माफिया नहीं पनपा. ऐसे तत्वों को राज्य की जनता कभी प्रश्रय भी नहीं देती. ऐसे में भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और बृजमोहन अग्रवाल किसके ऊपर बुलडोजर चलवाने की बात कर रहे हैं?

शुक्ला ने कहा कि राज्य में पंद्रह साल सत्ता में रहने के कारण सत्ता के नशे में चूर भाजपाई सत्ताधीशों के रूप में सत्ता माफिया जरूर सक्रिय हुआ था, जिसे छत्तीसगढ़ की जनता ने 2018 के विधानसभा चुनाव में नेस्तनाबूत कर दिया था. जब सरकार में थे तब गरीब जनता के राशन में 36000 करोड़ का घोटाला करने वाले नान के राशन माफिया पर क्यों बुलडोजर नहीं चलवाया? गरीबों के इलाज के लिए बनने वाले डीकेएस अस्पताल में घोटाला करने वाले, स्काई वॉक में घोटाला करने वाले, नई राजधानी में घोटाला करने वाले कंस्ट्रक्शन माफिया पर क्यों बुलडोजर नहीं चलवाया?

कांग्रेस संचार प्रमुख ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा जन सरोकारों से दूर हो चुकी है. भाजपा के पास भूपेश सरकार के खिलाफ बोलने-कहने को कुछ बचा नहीं है, इसलिए भाजपा के नेता सांप्रदायिकता, धर्मांतरण और अन्य भड़काऊ मुद्दों पर बयानबाजी करने की कोशिश में लगे हैं.

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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