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CG में सर संघ चालक: धर्मांतरण के खिलाफ घर वापसी कराने वाले जशपुर कुमार की प्रतिमा का तीन साल बाद अनावरण, आरएसएस प्रमुख आए; यहां समझें क्या असर...

दो महीने में सर संघ चालक डॉ. मोहन भागवत का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले अखिल भारतीय समन्वय बैठक में हिस्सा लेने सितंबर में आए थे। सालभर पहले नवंबर में ही मदकू द्वीप आए थे।

CG में सर संघ चालक: धर्मांतरण के खिलाफ घर वापसी कराने वाले जशपुर कुमार की प्रतिमा का तीन साल बाद अनावरण, आरएसएस प्रमुख आए; यहां समझें क्या असर...
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Dr. Mohan Bhagwat 

By NPG News

रायपुर। धर्मांतरण के खिलाफ घर वापसी अभियान चलाने वाले जशपुर कुमार स्व. दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का आज आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत अनावरण करेंगे। जशपुर जिले में विधानसभा की तीन सीटें हैं, लेकिन घर वापसी अभियान की गूंज देश के बड़े हिस्से तक जाती है। जाहिर है कि ऐसे क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सर संघ चालक का होना सामाजिक और राजनीतिक रूप से बड़ा संदेश देगा। आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है, इसलिए यह कार्यक्रम और विशिष्ट हो जाता है। इस कार्यक्रम में आरएसएस के साथ छत्तीसगढ़ भाजपा के बड़े नेता जुटेंगे।

आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत रविवार शाम को ही जशपुर पहुंच गए। वे आरएसएस के एक महत्वपूर्ण विंग वनवासी कल्याण आश्रम में ठहरे हैं। जशपुर में वनवासी कल्याण आश्रम का राष्ट्रीय मुख्यालय है। यहां से पूरे देशभर में जनजाति समुदाय के शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ साथ सांस्कृतिक उत्थान के लिए काम किया जाता है। जशपुर क्षेत्र को धर्मांतरण का बड़ा हॉट स्पॉट माना जाता है। यहां घर वापसी अभियान चलाकर जूदेव पूरे देशभर में चर्चा में आए थे। जूदेव की प्रतिमा तीन साल पहले ही बनकर तैयार थी। इसके अनावरण के लिए आरएसएस प्रमुख के पहुंचने से पूरे देश की नजरें हैं।


छत्तीसगढ़ में 29 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं। इनमें जशपुर की ही तीन सीटें हैं। फिलहाल इन सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। इससे पहले तीनों सीटों पर भाजपा के विधायक थे। इसी तरह आदिवासी बहुल बस्तर और सरगुजा की सभी सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। पिछले कुछ समय से बस्तर में धर्मांतरित लोगों के खिलाफ आदिवासी समाज की नाराजगी की खबरें आ रही हैं। अंतागढ़ क्षेत्र के दो परिवारों का हुक्का पानी बंद करने का फरमान सुना दिया गया था, फिर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में समाज के लोगों, पंच सरपंच द्वारा घर वापसी कराई गई। जशपुर के कार्यक्रम का असर सरगुजा और बस्तर तक पड़ सकता है। यहां बता दें कि कल यानी 15 नवंबर को अंबिकापुर में एक बड़ा पथ संचलन भी है।

सितंबर में एक हफ्ते बाद अब नवंबर में दो दिन

अखिल भारतीय समन्वय बैठक में करीब एक हफ्ते तक सर संघ चालक डॉ. मोहन भागवत रायपुर में थे। इसमें सभी अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी जुटे थे। यह बैठक सितंबर में हुई थी। अब नवंबर में दो दिनों का प्रवास है। जशपुर में आज 12 बजे भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद रणजीता स्टेडियम तक शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद 2 बजे दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। रणजीता स्टेडियम में 2.30 से 4.30 तक जनजातीय गौरव दिवस सभा होगी। 15 नवंबर को अंबिकापुर में संघ के सरगुजा संभाग के स्वयंसेवकों का पथ संचलन होगा। इसके बाद सार्वजनिक कार्यक्रम होगा। बता दें कि पिछले साल भी नवंबर में सर संघ चालक का छत्तीसगढ़ प्रवास हुआ था। तब वे मदकू द्वीप आए थे। इसके आसपास के क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की बातें आती हैं।

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