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CG को दो और पुरस्कार : छत्तीसगढ़ की दो पंचायतों को मिला राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार, गरीबी उन्मूलन और स्वस्थ पंचायत थीम पर मिला सम्मान

CG को दो और पुरस्कार : छत्तीसगढ़ की दो पंचायतों को मिला राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार, गरीबी उन्मूलन और स्वस्थ पंचायत थीम पर मिला सम्मान
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By Manoj Vyas

रायपुर. छत्तीसगढ़ की दो पंचायतों को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सरगुजा जिले के जनपद पंचायत लुन्ड्रा के ग्राम पंचायत नागम और धमतरी जिले के नगरी पंचायत के ग्राम सांकरा को पुरस्कृत किया गया है. नागम को गरीबी उन्मूलन व आजीविका संवर्धन श्रेणी में और सांकरा को स्वस्थ पंचायत थीम में पुरस्कृत किया गया है. इन ग्राम पंचायतों को पुरस्कार के साथ ही 50-50 लाख रुपए की राशि भी प्रदान की गई है.

राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर सीएम भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे ने शुभकामनाएं दी हैं. उल्लेखनीय है कि पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों के लिए 43 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है, जिन्हें एक से अधिक पुरस्कार आज प्राप्त हुए. ग्राम पंचायत नागम के सरपंच भंडारी राम पैकरा और ग्राम पंचायत सांकरा की सरपंच शशि ध्रुव ने केंद्रीय मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास गिरिराज सिंह के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया. इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री ग्रामीण विकास फग्गन सिंह कुलस्ते और केन्द्रीय राज्य मंत्री पंचायत राज कपिल मोरेश्वर पाटिल भी मौजूद रहे.


इस तरह गरीबी उन्मूलन का काम

नागम में गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामवासियों को मनरेगा के अंतर्गत अधिकाधिक जाब कार्ड प्रदान करने, शत-प्रतिशत पारिश्रमिक प्रदान करने, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत शत-प्रतिशत हितग्राहियों को लाभ प्रदान करने, स्व-सहायता समूहों की महिलाओं के आय में वृद्धि के लिए और ग्रामवासियों को आईटीआई जैसी संस्था के माध्यम से कौशल विकास कराने उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया है.

इसी तरह ग्राम पंचायत सांकरा में गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव, बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करने, ग्राम सभा, महिला सभा एवं बाल सभा में बच्चों के टीकाकरण पर चर्चा करने के लिए, बीमारी जैसे टायफाइड, मलेरिया, टीबी आदि बीमारियों से बचाव हेतु प्रचार, प्रसार करने एवं टेलीमेडिसीन के माध्यम से अच्छा कार्य करने पुरस्कृत किया गया है.

यह पुरस्कार इसलिए भी काफी मायने रखता है, क्योंकि देश भर की ढाई लाख से अधिक ग्राम पंचायतों ने इस पुरस्कार के लिए नामांकन भरा था. इसमें छत्तीसगढ़ की 11658 ग्राम पंचायतें शामिल थीं. इनमें से 43 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार के लिए देशभर से चुना गया. इस पुरस्कार के लिए 9 श्रेणियों में थीम रखी गई थी. कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव गौरव सिंह, सीईओ जिला पंचायत रायपुर आकाश चिकारा, सीईओ सरगुजा विश्वदीप यादव, उप संचालक दिनेश अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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