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CG BJP ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव पर कटाक्ष किया तो कांग्रेस ने गिना दिया कैसे चार साल में बदले चार अध्यक्ष

CG BJP ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव पर कटाक्ष किया तो कांग्रेस ने गिना दिया कैसे चार साल में बदले चार अध्यक्ष
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By NPG News

रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा और कांग्रेस में अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई है। सबसे पहले भाजपा ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस द्वारा पारित प्रस्ताव पर कटाक्ष किया। इसके बाद कांग्रेस ने गिना दिया कि कैसे चार सालों में चार अध्यक्ष बदल दिए। नेता प्रतिपक्ष को बदल दिया। प्रदेश प्रभारी को बीच बैठक में रवानगी का परवाना पकड़ा दिया गया। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने के बजाय अपने दल का अधिनायकवादी चरित्र देखें।


चमकाने-धमकाने के बाद भी काम नहीं करना चाह रहे कार्यकर्ता

कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा राज्य में बौखला चुकी है। ऊपर से नीचे तक बदलाव के बाद भी उसके नेताओं को कुछ समझ नहीं आ रहा है। कार्यकर्ताओं को धमकाने-चमकाने के बाद भी कार्यकर्ता पार्टी का काम नहीं करना चाह रहे। जनता के बीच भाजपा की विश्वसनीयता खत्म हो गयी है। 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी को चुनाव दर चुनाव जनता नकारते जा रही है। 4 उप चुनाव, नगरीय निकाय के दो चरण, पंचायत सभी में करारी शिकस्त के बाद भाजपा नेतृत्व राज्य में लगातार नेतृत्व परिवर्तन करता है, लेकिन जिसको भी जबाबदारी दी गई सभी असफल साबित हुए हैं। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के माथे पर 2023 के चुनाव के हार का ठीकरा फूटेगा।


ऐसे बदलते गए एक के बाद एक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष

छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव हुए तब धरमलाल कौशिक प्रदेश अध्यक्ष थे। इस चुनाव में भाजपा को सबसे बुरे दिन का सामना करना पड़ा। 15 साल की सरकार के बाद भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई। सत्ता परिवर्तन के बाद मार्च 2019 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आए थे। यहां के बारे में फीडबैक लिया। इसके बाद अध्यक्ष बदल दिया। विक्रम उसेंडी अध्यक्ष बनाए गए। हालांकि तब यह कहा गया कि कौशिक के पास नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी है, इसलिए उसेंडी को अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद जून 2020 में उसेंडी को बदलकर विष्णुदेव साय को अध्यक्ष बनाया गया। साय का फीडबैक गया कि वे कार्यकर्ताओं में जोश नहीं भर पा रहे, इसलिए उन्हें बदलकर अब अरुण साव को अध्यक्ष बनाया गया है।


इस तरह छिड़ी अध्यक्ष के पद को लेकर बड़ी बहस

कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज सुबह एक अहम बैठक हुई। इसमें दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। एक तो यह कि प्रदेश की कार्यकारिणी तय करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया गया। दूसरा, राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव था। इससे पहले भी राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। इसे लेकर भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा और केदार गुप्ता ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिक मानचित्र पर कांग्रेस पार्टी को सिमटाकर 2 राज्यों तक कर देने वाले, कांग्रेस पार्टी के अनिच्छुक और भ्रमित शहजादे को पुनः कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाने का छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रस्ताव दो बातें सिद्ध करता है- पहला यह कि कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी से योग्य कोई नेता नहीं है। दूसरा यह कि कांग्रेस पार्टी में आपका राजनीतिक करियर तभी तक सुरक्षित है, जब आप गांधी परिवार की चाटुकारिता करते हैं। भाजपा की ऐसी प्रतिक्रिया के बाद बवाल तो मचना ही था। कांग्रेस ने भी भाजपा पर जवाबी पलटवार किया।

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