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BJP प्रवक्ता ने CM को दी बधाई: सुधांशु त्रिवेदी बोले- गौसेवा की सार्थकता को स्वीकार किया इसलिए बधाई पर...

BJP प्रवक्ता ने CM को दी बधाई: सुधांशु त्रिवेदी बोले- गौसेवा की सार्थकता को स्वीकार किया इसलिए बधाई पर...
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By NPG News

रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने गौमूत्र की खरीदी शुरू करने पर सीएम भूपेश बघेल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गौसेवा आयोग का गठन भाजपा ने किया था। भाजपा का जो संकल्प था, उसकी सार्थकता को कांग्रेस सरकार ने स्वीकार किया, इसलिए उन्हें बधाई। त्रिवेदी ने कहा कि यह भी देखना है कि गौमूत्र और गोबर में जिस प्रकार से किसानों से लिया जा रहा है और जिस प्रकार किसानों को दिया जा रहा है, छत्तीसगढ़ की जनता यह देख रही है। उसमें किसान और जन कल्याण का विषय कम और लाभ का उपयोग अधिक दिखाई दे रहा है।

गौमूत्र और गोबर, गाय के दूध की सार्थकता छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में बहुत उपयोगी है, लेकिन कांग्रेस को उन गुनाहों के लिए भी माफी मांग लेनी चाहिए जो इस विषय को लेकर यत्र, तत्र, सर्वत्र बोला जाता था। यही नहीं केरल में सड़क पर पार्टी तक की गई थी। यदि ईमानदार हैं इस प्रयास में तो ईमानदारी से काम करना चाहिए।

कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में मीडिया से चर्चा में त्रिवेदी ने कहा कि यह स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव वर्ष है। दो सप्ताह बाद स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने आगामी 25 वर्ष के काल को अमृतकाल कहा है। यह एक सुखद संयोग है कि इस समय भारत की महामहिम राष्ट्रपति पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं।


त्रिवेदी ने मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा पंचायत विभाग छोड़ने और उनके द्वारा लिखे गए पत्र पर कांग्रेस सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल किया है। त्रिवेदी ने कहा कि यहां कानून व्यवस्था की स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है। एक नहीं अनेक ऐसी घटनाएं हुई हैं, चाहे महिलाओं के प्रति अपराध का विषय हो, चाहे अन्य अपराध हो, वह निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि जिस समय यहां कवर्धा में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत संवेदनशील थी और इंटरनेट बंद किया गया था, उस समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री दिल्ली में तीन दिन तक डेरा डाले हुए थे, बगैर किसी शासकीय काम के, जिसका छत्तीसगढ़ की जनता अथवा उनके संवैधानिक दायित्व से कोई लेना देना नहीं था। वे अपनी पार्टी के एक अदद नेता के लिए धरना देने गए थे, जो न पार्टी के अध्यक्ष थे, न पार्टी के नेता प्रतिपक्ष थे। यह प्रश्न पूछा जाना चाहिए कि अपने संवैधानिक दायित्व को दरकिनार कर बार-बार कौन से राजनीतिक, कौन से संवैधानिक और कौन से शासकीय उत्तरदायित्व का निर्वहन करने के लिए दिल्ली जा रहे थे।

कांग्रेस की विश्वसनीयता पर संकट

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ वह राज्य है, जहां चुनाव के समय वादा किया गया था कि बेरोजगार युवकों को 2500 भत्ता दिया जाएगा, जिसकी वे बाट जोह रहे हैं और सरकार धीरे-धीरे अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष की ओर प्रवेश कर रही है। इतना ही नहीं, हिमाचल प्रदेश में छत्तीसगढ़ के सीएम पर्यवेक्षक बनकर गए और वहां पर कांग्रेस पार्टी यह वादा करती है कि संविदा के कर्मचारियों को नियमित कर देंगे। उन्होंने पूछा कि वहां आप वादा करके आते हैं, यहां सत्ता आपके हाथ में है, यहां क्यों नहीं कर रहे? कथनी और करनी का यहां जो अंतर है, यह विश्वसनीयता का संकट पैदा करता है।

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