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CG IPS NEWS: आईपीएस जीपी सिंह को रिटायर करने जब आधी रात को खुला PHQ, तीन महीने का वेतन की एवज में 9 लाख का चेक रात में ही जारी

CG IPS NEWS: अखिल भारतीय सेवा से बाहर किए गए एडीजी जीपी सिंह के लिए आधी रात को पुलिस मुख्‍यालय खोला गया और रात में ही उनका हिसाब कर दिया गया।

CG IPS NEWS: आईपीएस जीपी सिंह को रिटायर करने जब आधी रात को खुला PHQ, तीन महीने का वेतन की एवज में 9 लाख का चेक रात में ही जारी
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By Sanjeet Kumar

CG IPS NEWS: रायपुर। छत्तीसगढ़ की सर्विस रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट पर भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस जीपी सिंह को कंप्लसरी रिटायर कर दिया। डीओपीटी ने रिटायरमेंट का फैसला लेने के बाद कल शाम चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन को ईमेल से इसकी सूचना भेजी। मेल में निर्देशित किया गया था कि राज्य सरकार 21 जुलाई की डेट में जीपी सिंह को रिटायर करने का आदेश जारी करे। तथा तीन महीने का वेतन उन्हें प्रदान किया जाए। चूकि शनिवार और रविवार अवकाश था सो रात साढ़े ग्यारह बजे पुलिस मुख्यालय खोला गया। जीपी सिंह का तीन महीने का वेतन नौ लाख कुछ रुपए बन रहा था। रात में ही उनका चेक बनाकर एक पुलिसकर्मी के जरिये उनके घर भेज दिया गया। इधर, देर रात में ही राज्य सरकार ने उनके कंप्सलरी रिटायरमेंट का आदेश भी जारी कर दिया।

छत्तीसगढ़ के सीनियर आईपीएस जीपी सिंह को भारत सरकार ने कंप्लसरी रिटायर कर दिया है। सर्विस रिव्यू कमेटी की सिफारिश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला किया है। जीपी 94 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस हैं। वे एडीजी रैंक के अधिकारी हैं। हालांकि 2021 में भी सर्विस रिव्यू कमेटी ने तीन आईपीएस अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की सिफारिश की थी। उनमें मुकेश गुप्ता, जीपी सिंह के साथ एडीजी रैंक के एक और आईपीए का नाम था। मुकेश गुप्ता इसके खिलाफ कोर्ट चले गए। और वहां से उन्हें राहत मिल गई। चूकि तीनों अफसरों की एक ही फाइल थी इसलिए मुकेश के कारण तीनों की फाइल एमएएच ने लौटा दी।

सितंबर 2022 में फिर सर्विस रिव्यू कमेटी की बैठक हुई और उसने जीपी सिंह को अनिवार्य सेवानिवृति देने की सिफारिश की। करीब 10 महीने से यह मामला केंद्र में लटका हुआ था। और अब लग रहा था कि शायद चुनाव के कारण अब टल जाए। मगर आज अचानक खबर आ गई कि जीपी सिंह को केंद्र सरकार ने रिटायर कर दिया है।

कंप्लसरी रिटायरमेंट वाले चौथे आईपीएस

अनिवार्य सेवानिवृति वाले जीपी सिंह छत्तीसगढ़ के चौथे आईपीएस अधिकारी होंगे। उनसे पहले राजकुमार देवांगन, एएम जुरी और केसी अग्रवाल को पिछली सरकार में फोर्सली रिटायर किया गया था। इनमें से केसी अग्रवाल को हालांकि बाद में कैट से राहत मिल गई थी। और वे बाद में सरगुजा पुलिस रेंज के आईजी भी रहे।

जानिए जीपी सिंह मामले में कब क्‍या हुआ-

एसीबी की टीम ने एक जुलाई 2021 को सिंह के पुलिस लाइन स्थित सरकारी बंगले पर सुबह 6 बजे छापा मारने पहुंची।

पुलिस लाइन के साथ ही राजनांदगांव और ओडिशा के 15 अन्य स्‍थानों पर जांच की कार्यवाही की गई।

लगभग 68 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली छापे की कार्यवाही के दौरान 10 करोड़ की अघोषित संपत्ति के साथ बंगले के पीछे गटर से कई दस्‍तावेज मिले थे।

छापे से मिली संपत्ति के आधार पर एसीबी ने जीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की।

इसके आधार पर सरकार ने 5 जुलाई को उन्हें सस्पेंड किया।

8 जुलाई 2021 की रात जीपी सिंह के घर से मिले दस्तवोज के आधार पर उनपर राजद्रोह का केस दर्ज किया गया।

9 जुलाई 2021 को जीपी सिंह ने हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की है जिसमें सीबीआई जांच की मांग की गई।

मामले की जांच के बाद 11 जनवरी 2022 को जीपी सिंह को नोएडा से गिरफ्तार किया गया।

मई 2022 में उन्‍हें जमानत मिली।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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