Begin typing your search above and press return to search.

CG ब्रेकिंग न्यूज: ट्रांसफर बैन खोलने आज होगा ऐलान, मंत्रियों ने CM को सौंपी रिपोर्ट, इस तारीख से खुलेगा...

CG ब्रेकिंग न्यूज: ट्रांसफर बैन खोलने आज होगा ऐलान, मंत्रियों ने CM को सौंपी रिपोर्ट, इस तारीख से खुलेगा...
X
By NPG News

रायपुर। ट्रांसफर पर पर बैन ओपन करने सरकार आज बड़ा ऐलान करने जा रही है। मंत्रिमंडलीय उप समिति ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रिपोर्ट सौंप दी है। मुख्यमंत्री ने उसका अनुमोदन कर दिया है। मुख्यमंत्री ने सिर्फ तीन प्वाइंट चेंज करने का निर्देश दिए हैं, जिसे मंत्रिमंडलीय उप समिति ने छह पन्नों की रिपोर्ट में सुझाया था। बताते हैं, ट्रांसफर 15 अगस्त से 30 सितंबर तक होगा। विभागों के मंत्री ट्रांसफर को अनुमोदित करेंगे। आवेदन मिलने के बाद विभाग के सचिव इसे लिस्टिंग कर मंत्री के समक्ष पेश करेंगे।

ट्रांसफर बैन ओपन न्यूजः मंत्रिमंडलीय उप समिति के सदस्य बाहर होने की वजह से सीएम को रिपोर्ट सौंपने में लग सकता है कुछ वक्त...पढ़िये छत्तीसगढ़ की बड़ी खबरें...

रायपुर 7 Aug 2022। ट्रांसफर पर बैन खोलने बनाए गई चार सदस्यीय मंत्रिमंडलीय उप समिति की दो बैठकें हो चुकी हैं। मगर अभी तक फायनल रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है। उप समिति ने पिछली बैठक में 2019 की ट्रांसफर पॉलिसी जीएडी से मंगाई थी। इसके बाद सोशल मीडिया में छह पन्ने का एक ट्रांसफर पॉलिसी का ड्राफ्ट वायरल हुआ। उसमें मंत्रियों के दस्तखत नहीं थे। उसमें 15 अगस्त से 30 सितंबर तक ट्रांसफर बैन ओपन करने का जिक्र था। मगर सोशल मीडिया में वायरल ड्राफ्ट को अधिकारिक नहीं माना जाएगा, जिस पर मंत्रियों के दस्तखत भी नहीं थे। और उसके बाद सीएम का अनुमोदन भी होना है। मुख्यमंत्री चाहें तो डेट और शर्तो में अपने हिसाब से आगे-पीछे कर सकते हैं।

बहरहाल, पता चला है मंत्रिमंडलीय उप समिति के कुछ सदस्य छत्तीसगढ़ से बाहर हैं। आजकल में वे लौटेंगे। जीएडी के अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि दो-तीन दिन के भीतर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। उसके बाद फिर अधिकारिक ऐलान किया जाएगा। हालांकि, ये तय है कि कैबिनेट ने जब मुहर लगा दिया है तो ट्रांसफर पर बैन ओपन होगा। और संभावना है अगले हफ्ते किसी भी दिन मुख्यमंत्री इसकी घोषणा कर देंगे। सरकार की अबकी ट्रांसफर पर बैन हटाने के पीछे मजबूरी यह है कि अगले साल विधानसभा चुनाव है। इसलिए, अगले साल ट्रांसफर का कोई मतलब नहीं होगा। और, दो साल से बैन नहीं खुलने से मंत्रियों से लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं का बड़ा प्रेशर है कि बैन किसी तरह खोला जाए। यही वजह है कि कैबिनेट में जब ये मुद्दा आया तो मंत्रियों ने बिना किसी चर्चा के इस पर एक सूर से हामी भर दी।


Next Story