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CG Board 10th-12th Result छत्तीसगढ़ की बेटी ने किसानी सब्जेक्ट में बारहवीं में किया टॉप तो किसान के बेटे ने दसवीं में झंडा गाड़ा, टॉप टेन में रिमोट एरिया का दबदबा

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बुधवार को दसवीं-बारहवीं के नतीजे घोषित किए हैं.

CG Board 10th-12th Result छत्तीसगढ़ की बेटी ने किसानी सब्जेक्ट में बारहवीं में किया टॉप तो किसान के बेटे ने दसवीं में झंडा गाड़ा, टॉप टेन में रिमोट एरिया का दबदबा
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By Manoj Vyas

CG Board 10th-12th रिजल्ट 2023

रायपुर. अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा, अब राजा वही बनेगा जो हकदार होगा... 2019 में एक फिल्म आई थी सुपर थर्टी, उसमें यह डायलॉग था, जो काफी मशहूर हुआ था. आज भी गाहे-बगाहे आपने लोगों के मुंह से यह डायलॉग सुने होंगे. खैर, यहां बात राजा बनने की नहीं, बल्कि माता-पिता का नाम रौशन करने वाले राजा बेटा और रानी बेटियों की हो रही है. यहां हम बात कर रहे हैं दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई में झंडा गाड़ने वाले होनहार उन बच्चों की जिन्होंने बड़े शहर, नामी स्कूल और ट्यूशन की जरूरत के उलट जिला मुख्यालय से भी दूर स्कूल में पढ़कर अव्वल दर्जे पर अपना नाम स्थापित किया है. बारहवीं की टॉपर विधि भोसले रायगढ़ जिला मुख्यालय से 18-20 किलोमीटर दूर पुसौर की रहने वाली है. वहीं, दसवीं के टॉपर राजधानी से साढ़े चार सौ से भी ज्यादा किलोमीटर दूर जशपुर के रहने वाले हैं. दोनों में कॉमन यह है कि दोनों किसान के बच्चे हैं. विधि ने तो एग्रीकल्चर यानी किसानी सब्जेक्ट से टॉप किया है. यह भी एक रिकॉर्ड है कि पहली बार एग्रीकल्चर सब्जेक्ट से टॉपर मिला है. विधि के पिता वासुदेव भोसले गांव में ही रहकर खेती-किसानी करते हैं. चार भाई-बहनों में विधि सबसे छोटी है.

5 सब्जेक्ट में 100 में 100

जशपुर के स्वामी आत्मानंद स्कूल के छात्र राहुल यादव ने 6 में से 5 सब्जेक्ट में 100 में 100 नंबर हासिल किया है. राहुल के पिता किसान हैं. राहुल आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहता है. पत्थलगांव ब्लॉक के गुढ़ेकेला गांव का राहुल हॉस्टल में रहकर दसवीं की पढ़ाई करता था. राहुल ने NPG.News से चर्चा में बताया कि वह स्कूल के अलावा रोजाना 5 से 6 घंटे पढ़ाई करते थे. राहुल ने टॉप टेन में आने का लक्ष्य बनाया था, लेकिन यह नहीं सोचा था कि टॉप टेन में पहले नंबर पर उसका नाम होगा. राहुल की इस उपलब्धि पर कलेक्टर रवि मित्तल ने अपने ऑफिस बुलाकर भविष्य में और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया. साथ ही, अपने आईएएस बनने का किस्सा भी सुनाया.

राहुल की बड़ी बहन भी डॉक्टर बनना चाहती है. राहुल की बड़ी बहन का 12वीं में 95% आया था, जिसके बाद वह बिलासपुर में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रही है. इसी से प्रेरित होकर राहुल भी साइंस सब्जेक्ट लेकर 11-12th करेगा और अपनी बड़ी बहन की तरह नीट की तैयारी कर डॉक्टर बनेगा. खेती किसानी कर दोनों बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने की कोशिश में जुटे राहुल के पिता रामेश्वर यादव का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का आज भी अभाव है, इसलिए वे चाहते हैं कि उनके दोनों बच्चे डॉक्टर बनें. राहुल के पिता ने बारहवीं तक की पढ़ाई की है. मां कौशल्या आठवीं तक पढ़ी-लिखी है.

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की बेटी बनना चाहती है डॉक्टर

बारहवीं के टॉप-10 में छठवां स्थान हासिल करने वाली रायपुर की झरना साहू डॉक्टर बनना चाहती है. वह डॉक्टर इसलिए बनना चाहती है, क्योंकि उसके पिता रामकुमार साहू स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं. रामकुमार साहू नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत लालपुर स्थित टीबी विभाग के दफ्तर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं. झरना साहू की पढ़ाई के प्रति कितनी लगन है, यह जानने के लिए यह जानना ही काफी है कि वह पिछले 11 साल में एक भी दिन स्कूल से छुट्टी नहीं ली है.


कोरोना के समय जब पढ़ाई ठप थी, तब भी वह नियमित रूप से ऑनलाइन क्लास अटेंड करती थी. इस लगन का ही परिणाम है कि वह नर्सरी क्लास से लगातार टॉप कर रही है. झरना का घर रायपुर में टिकरापारा के पटेल चौक के पास है. बच्चों की पढ़ाई और परवरिश में कोई कमी न हो, इसलिए झरना के माता-पिता ने एक छोटी सी किराने की दुकान भी खोल ली है. झरना की सबसे बड़ी बहन ने बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई की है. अब वह मेकाहारा रायपुर में जॉब कर रही है. झरना का एक भाई बी. कॉम पीजीडीसीए है तो दूसरा बीएससी कर चुका है.

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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