CG 40 लाख किसानों का वोट पक्का करने राहुल उतरे खेत में: क्या है इसके मायने पढ़िए रिपोर्ट
राहुल गांधी राजनीति के पारंपरिक तौर तरीकों से अलग हटकर न सिर्फ हर वर्ग के बीच पहुंच रहे हैं, बल्कि उन्हें जानने-समझने की भी कोशिश कर रहे हैं.
Chhattisgarh Assembly Election 2023रायपुर. छत्तीसगढ़ की सियासत में रविवार को एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी धान की फसल काटने के लिए खेत में उतरे. निश्चित तौर पर चुनाव का समय है तो इसे चुनावी स्टंट ही कहेंगे, लेकिन यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि खेत में उतरकर राहुल ने चालीस लाख किसान परिवारों के वोट पका लिए हैं. ऐसे समय में जब भाजपा की लाइन अलग चल रही है, तब कर्ज माफी के ऐलान और राहुल गांधी के खेत में उतरने से राजनीति पूरी तरह किसानों पर केंद्रित होती दिख रही है. राहुल गांधी ने भूमिहीन मजदूरों को हर साल दस हजार रुपए देने का ऐलान किया है. यह राशि अभी 7 हजार है, जबकि अब 5 नहीं, बल्कि 10 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा होगा. इसका लाभ हर वर्ग को मिलेगा.
छत्तीसगढ़ में 37.46 लाख कृषक परिवार हैं. इसके अलावा भूमिहीन किसानों की संख्या 4.66 लाख है. कर्ज माफी, धान के समर्थन मूल्य के बाद सरकार ने भूमिहीन किसानों के लिए हर साल 7 हजार रुपए देने की योजना शुरू की थी. इस योजना को राहुल गांधी ने गारंटी के तौर पर ऐलान किया है. इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है, क्योंकि अभी तक भाजपा ने किसानों के मुद्दे पर कोई भी बड़ा ऐलान नहीं किया है. भाजपा नेता हर बार यह कहकर टाल देते हैं कि वे कुछ बेहतर करने वाले हैं. इसके विपरीत कांग्रेस एक के बाद एक नए-नए वादे कर चुनाव अभियान को किसानों पर केंद्रित करती जा रही है. इससे कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, ईडी-आईटी की कार्रवाई जैसे मुद्दे किनारे होते जा रहे हैं और धान-किसानों के मुद्दे की हवा बनती दिख रही है.
राहुल-प्रियंका ही सबसे बड़ी स्टार
कांग्रेस के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही सबसे बड़ी स्टार हैं. राहुल गांधी के दो दिन के दौरे के बाद प्रियंका गांधी सोमवार को छत्तीसगढ़ आ रही हैं. वे खैरागढ़ और बिलासपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगी. बिलासपुर में प्रत्याशियों की नामांकन रैली में हिस्सा लेंगी. प्रियंका की बिलासपुर िजले में यह पहली सभा होगी. इससे पहले वे बिलासपुर नहीं आई हैं.
धान खरीदी की शुरुआत नवंबर में
प्रदेश में एक नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत होगी. इसके लिए शासन स्तर पर तैयारी चल रही है. इसी दौरान चुनावी गतिविधियां भी गरमाएगी. बस्तर, राजनांदगांव और कवर्धा की 20 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान है. इसके बाद 17 नवंबर को 70 सीटों पर मत डाले जाएंगे. इस दौरान कांग्रेस यह भुनाने की कोशिश करेगी कि उन्होंने किसानों को सबसे ज्यादा कीमत दी है।
भाजपा ज्यादा कीमत दे सकती है
कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे को जिस तरीके से हाईजैक किया है, उससे यह माना जा रहा है कि भाजपा किसानों को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकती है. हालांकि यह घोषणा समर्थन मूल्य के बजाय किसी दूसरी योजना के जरिए हो सकती है. इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है. जो बातें आ रही हैं, उसके मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी योजना का ऐलान कर सकते हैं, ताकि अच्छा प्रभाव पड़े