CEC Meetin In Raipur: मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने ली कलेक्टर- एसपी की बैठक, देखें फोटो
CEC Meetin In Raipur:
रायपुर। छत्तीसगढ़ में चुनावी तैयारी का जायजा लेने पहुंची निर्वाचन आयोग की टीम ने आज राज्य के कलेक्टरों और एसपी की बैठक ली। नवा रायपुर स्थित एक होटल में आयोजित इस बैठक में राज्य के सभी 33 जिलों के कलेक्टर और एसपी मौजूद थे। सभी ने अपने जिले में चुनाव की तैयारियों की जानकारी दी।
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार तथा निर्वाचन आयुक्तद्वय अनूप चंद्र पांडेय और अरूण गोयल ने आज प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक, सभी संभागों के आयुक्त तथा पुलिस रेंजों के महानिरीक्षक के साथ बैठक कर विधानसभा आम निर्वाचन की तैयारियों की जिलेवार समीक्षा की। उन्होंने वर्तमान में राज्य में चल रहे मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रगति की जानकारी ली और निर्वाचक नामावली को शुद्ध एवं त्रुटिरहित बनाने पर जोर दिया। आयोग ने मतदाता सूची का पुनरीक्षण पूरी गंभीरता, सूक्ष्मता और सावधानी से करने को कहा। आयोग ने इपिक कार्ड की प्रिंटिंग और वितरण की भी जानकारी ली।
भारत निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन व्यय की मॉनिटरिंग के लिए राज्य में शराब, ड्रग्स, नगदी और फ्रीबीज के परिवहन पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने आदर्श आचार संहिता के लागू होने का इंतजार न करते हुए ऐसे मामलों में तत्परता से कार्यवाही करने को कहा। आयोग ने आज दिनभर चली बैठक में मतदान केंद्रों में व्यवस्था, ईवीएम और वीवीपैट की उपलब्धता व भंडारण तथा मानव संसाधन, वाहन तथा शिकायत निवारण प्रबंधन की समीक्षा की।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त, निर्वाचन आयुक्तद्वय और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में विधानसभा निर्वाचन के लिए पोस्टल बैलेट की आवश्यकता, कम्युनिकेशन प्लान, निर्वाचन संपन्न कराने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रशिक्षण, कानून-व्यवस्था की स्थिति और स्वीप (SVEEP) गतिविधियों की भी समीक्षा की। भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेन्द्र शर्मा और नितेश व्यास, उप निर्वाचन आयुक्त हृदेश कुमार, मनोज कुमार साहू, आर.के. गुप्ता और अजय भादू, महानिदेशक बी. नारायणन, निदेशक यशवेंद्र सिंह और अशोक कुमार, वरिष्ठ प्रधान सचिव एन.एन. बुटोलिया, प्रधान सचिव एस.बी. जोशी, संयुक्त निदेशक अनुज चांडक, अवर सचिव रितेश सिंह, छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मती रीना बाबासाहेब कंगाले और सुरक्षा नोडल अधिकारी ओ.पी. पाल भी बैठक में शामिल हुए।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार का जीवन परिचय, जानिए चुनाव आयोग से पहले कहां थे
राजीव कुमार का जन्म 19 फरवरी 1960 को हुआ था। वे बिहार कैडर के 1984 बैच के आईएएस अफसर हैं। बिहार से झारखंड राज्य अलग होने के बाद उन्होंने झारखंड कैडर चुन लिया था। उन्होंने बीएससी के बाद एलएलबी पीजीडीएम और पब्लिक पॉलिसी में मास्टर से डिग्री हासिल की है। वह बिहार में प्राथमिक शिक्षा उद्योग विभाग के डायरेक्टर रह चुके हैं इसके अलावा कई जिलों में कलेक्टर भी रह चुके हैं। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालय और विभागों में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं। भारत सरकार के वित्त सचिव और डिपार्मेंट आफ फाइनेंशियल सर्विसेज के सचिव के तौर पर उन्होंने बैंकिंग बीमा और पेंशन रिफॉर्म में योगदान दिया है। काले धन पर रोक लगाने हेतु इन्होंने हजारो शेल कंपनियों के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए थे। राजीव कुमार आर्थिक खुफिया परिषद के सदस्य वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद के सदस्य रहे हैं। इसके अलावा बैंक बोर्ड ब्यूरो के सदस्य फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर रेगुलेटरी अप्वाइंटमेंट्स सर्च कमेटी के भी मेंबर रहें हैं।
राजीव कुमार ने भारत सरकार के वित्त विभाग में वित्त सचिव के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक, एसबीआई, नाबार्ड में केंद्रीय बोर्ड के निदेशक के रूप में काम किया है। राजीव कुमार 2001 से 2007 के दौरान केंद्र में जनजाति मामलों के मंत्रालय में डायरेक्टर और जॉइंट सेक्रेटरी भी रहे हैं। केंद्र के कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय में 2015 से 2017 तक वह स्थापना विभाग में एस्टेब्लिशमेंट ऑफिसर भी रहे हैं इसके अलावा उन्होंने व्यय विभाग में भी जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर काम किया है। उन्होंने शिक्षा विभाग पर्यावरण वन मंत्रालय आदिवासी मामलों के मंत्रालय में भी काम किया है।नीति आयोग को रिफॉर्म करने में राजीव कुमार का बड़ा हाथ है। राजीव कुमार नीति आयोग के टास्क कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। जिस टास्क फोर्स के राजीव कुमार मेंबर थे उसी टास्क कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नीति आयोग के मौजूदा ढांचे को मंजूरी दी गई थी। राजीव कुमार के पास आईएएस की सर्विस का 36 साल का अनुभव है। फरवरी 2020 में वे आईएएस की सेवा से सेवानिवृत हुए हैं। फरवरी में रिटायर होने के 2 माह बाद अप्रैल 2020 में वह अध्यक्ष लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) रहें हैं। 6 माह पीईएसबी में काम करने के बाद उन्होंने सितंबर 2020 में भारत निर्वाचन आयोग में इलेक्शन कमिश्नर के रूप में अपनी जॉइनिंग दी। 15 में 2022 को उन्होंने देश के 25 से मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार संभाला है। उन्होंने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा की जगह ली है। राजीव कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव हुए हैं। 2024 का लोकसभा चुनाव, छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश व राजस्थान का विधानसभा चुनाव व राज्यसभा का चुनाव भी इनके कार्यकाल में होगा। राजीव कुमार फरवरी 2025 तक इस पद में रहेंगे।
पर्वतारोहण हैं पसंद
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को निजी जिंदगी में पर्वतारोहण बहुत पसंद है। वे एक बेहतरीन माउंट ट्रेकर भी हैं। उन्होंने लद्दाख, हिमांचल, उत्तराखंड,सिक्किम और तिब्बत में हिमालय के कई दर्रे पार किए हैं। इसके अलावा सहयाद्री, पश्चिमी घाट और पालघाट के पहाड़ों में भी इन्होंने ट्रैकिंग की है। राजीव कुमार की दो बेटियां हैं। उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत और भक्ति संगीत पसंद है।