CEC In Press Conference Raipur: मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की प्रेसवार्ता: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तैयारी और नई व्यवस्थाओं की दी जानकारी
CEC In Press Conference Raipur: चुनाव आयोग की टीम इस वक्त छत्तीसगढ़ में है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम यहां विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रही है। सीईसी राजीव कुमार ने आज यहां प्रेसवार्ता लेकर तैयारियों की जानकारी दी।
CEC In Press Conference Raipur: रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election 2023) की तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने यहां आयोजित प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि 900 बूथ संगवारी और आदर्श बूथ बनाए जाएंगे। सभी मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधा रहेगी। जिसमें पेयजल बाथरुम, हेल्प डेस्क और व्हील चेयर सभी मतदान केंद्रों पर मौजूद रहेंगे। प्रेसवार्ता में दोनों चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और अरुण गोयल भी मौजूद हैं।
शराब कैश आदि रोकने के लिए हमें आम नागरिकों की सूचना चाहिए। सीविजिल एप के जरिये नागरिक कहीं भी हो रही किसी भी गड़बड़ी की सूचना दे सकते हैं। इसके अलावा कोई जानकारी नहीं देने की जरुरत नहीं है। सूचना देने के 100 मिनट के अंदर आयोग की टीम वहां पहुंचकर जांच करेगी। इसके लिए पहचन बताने की जरुरत नहीं है।
छत्तीसगढ़ में यह पहली बार होगा: 80 वर्ष से ऊपर के जितने भी मतदाता हैं अगर चाहें तो अपने घर से मतदान कर सकते हैं। नामांकन के 5 दिन के अंदर उन्हें एक फार्म भरना होगा। 40 प्रतिशत से अधिक द्वियांग भी इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। सक्षम एप के जरिये मदद पहले से बुक कर सकते हैं। पंजीयन भी कर सकते हैं।
राजनीति दलों और प्रत्याशियों के लिए यह सुविधा: सुविधा पोर्टल के जरिये प्रत्याशी आवेदन कर सकते हैं। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर अनुमति दी जाएगी।
अपने प्रत्याशी को जाने: वे कितनी बार चुनाव लड़ चुके हैं। अपराध कितने दर्ज हैं आदि प्रत्यााशी को बताना है। अगर किसी के खिलाफ अपराधीक मामले हैं तो उन्हें तीन बार समाचार पत्रों में सूचना प्रकाशित करनी होगी।
2 अक्टूबर को होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 11 सितंबर तक आवेदन
राजीव कुमार ने बताया कि राजनीतिक दलों ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने और विलोपित कराने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की गई थी। बिना आवेदन के किसी का नाम नहीं हटेगा। मृत्यु के प्रकरणों में प्रमाण पत्र देना होगा। राजनीतिक दलों की मांग पर मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की समय सीमा बढ़ा दी गई है। अब मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 2 अक्टूबर 2023 को होगा। अभी तक 31 अगस्त की समय सीमा तय था। मतदाता सूची के लिए अब 11 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है। राजनीतिक दलों ने गाड़ी की अनुमति बढ़ाने का आग्रह किया था। उनके अनुसार वाहन सामग्री वितरण के लिए एक गाड़ी प्रर्याप्त नहीं है। राजीव कुमार ने बताया कि हमने 4 वाहन उपयोग की अनुमति दे दी है।
सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस की 23 चेक पोस्ट, आबकारी 31 सहित कुल 105 चेकपोस्ट हैं। सभी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा आदि की व्यवस्था करने को कहा है। विभिन्न एजेंसियाें को एक दूसरे के साथ समन्वय के साथ काम करने और सूचनाओं के अदान- प्रादन के निर्देश दिए गए हैं।
बहुत सारी निजी एयरपोर्ट और हैलीपैड हैं। सभी स्थानों पर चेंकिंग होगी। यह निर्देश प्रशासन को दिया गया है। यह एसओपी जारी की जा रही है। विमानों की पूरी सूचना आयोग और जांच एजेंसियों को दी जाएगी। यह भी निर्देश दिया गया है कि छोटे-छोटे लोगों को पकड़कर खानापूर्ति न हो।
एसलबीसी और आरबीआई को निर्देश दिया गया है कि उनकी कैश वैन घुमती है, ऐसी सूचना मिलती थी कि कभी- कभी ऐसे ऐसे वाहनों के उपयोग की शिकायत मिली है। इसको लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं।
सभी कलेक्टर और एसपी को साफ निर्देश दिया गया है कि सभी चेकपोस्ट पर विशेष ध्यान रखेंगे।
संविदा कर्मचारी चुनाव के कार्य में नहीं लेंगे।
प्रत्याशी चार अब चार गाड़ी का उपयोग कर सकेंगे। अभी तक एक गाड़ी की अनुमति थी।
सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए हर जिला में मॉनिटरिंग सेल बनाने के निर्देश दिए गए हैं। अगर पूरी तरह गलत खबर है तो उसे हर हाल में रोका जाएगा। अफवाहो पर भी सख्ती के निर्देश दिए गए हैं।
सभी राजनीतिक दलों से प्रचार में प्लास्टिक का उपयोग न करने के निर्देश दिए गए हैं।
ब्यूरोक्रेसी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि उनकी जिम्मेदारी है। नई रखें तो आयोग को जो करने के जरुरत है वह करेगा।
उन्होंने बताया कि कम मतदान वाले बूथों पर मतदान बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
बता दें कि राजीव कुमार अपनी पूरी टीम के साथ 23 अगस्त की शाम से यहां आए हैं। 24 अगस्त को उन्होंने विभिन्न मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इसके बाद राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले और नोडल अफसर ओपी पाल के साथ तैयारियों की समीक्षा की। 25 अगस्त को उन्होंने राज्य के सभी 33 जिलों के कलेक्टर और एसपी के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने चुनाव की तैयारियों को लेकर अफसरों से बात की।
राज्य विधानसभा
राजीव कुमार ने बताया कि राज्य की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को पूरा हो रहा है। उससे पहले नई विधानसभा का चुनाव संपन्न करना है।
51 सामान्य, 29 एसटी और 10 एससी आरक्षित है।
1 करोड़ 96 लाख वोटर हैं। राज्य में पुरुषों की तुलना में महिला वोटरों की संख्या अधिक है।
द्विव्यांग वोटरों की संख्या 1.47
80 वर्ष से अधिक आयु के 2.02
100 से अधिक आयु के 2948
पहली बार के वोटर 433000
1 अक्टूबर तक 18 वर्ष होने वाले युवा भी इस बार वोट दे सकेंगे।
यह भी पढ़ें- बड़े जिलों के कलेक्टर-SP रहे निर्वाचन आयोग के टारगेट में, दिन भर हुई खिंचाई...हटाने की चेतावनी भी
रायपुर। निर्वाचन आयोग के फुल बोर्ड ने आज सूबे के कलेक्टर, एसपी की बैठक ली। इसमें खास तौर से बड़े जिलों के कलेक्टर, एसपी टारगेट पर रहे। पूरे दिन उनकी खिंचाई होती रही। बार बार दो टूक चेतावनी भी...नहीं करोगे तो हटा दिए जाओगे। अलबत्ता, कांकेर की कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला और सारंगढ़ कलेक्टर फारिया आलम सिद्दकी दो ऐसे कलेक्टर रहीं, जिन्हें आयोग से शबासी मिली। दोनों ने अंग्रेजी में अपना प्रेजेंटेशन दिया...आयोग ने कहा, गुड।
नया रायपुर के मेफेयर होटल में हुई इस बैठक को आधा दर्जन बड़े जिलों के कलेक्टर, एसपी कभी भूला नहीं पाएंगे। निर्वाचन आयोग ने उन्हें सीधे इनकंपिटेंट तो नहीं कहा, मगर बहुत कुछ कह दिया। छोटे जिलों के कलेक्टर, एसपी किस्मती रहे या आयोग ने उन्हें अहमियत नहीं दी। आयोग का पूरा फोकस बड़े जिलों के कलेक्टर, एसपी पर था। बड़ी बारीकी से चीजों को पकड़ी जा रही थी। एक जिले के एसपी से आयोग ने पूछ दिया, देशी शराब आप ज्यादा पकड़ रहे, अंग्रेजी क्यों नहीं। एक बार्डर जिले के एसपी ने मध्य प्रदेश से शराब तस्करी की बात कही तो आयोग ने खिंचाई कर दी, आप क्या कर रहे हो। एसपी ने कहा, हमारा बार्डर महाराष्ट्र पड़ता है, मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र होते शराब आ रही। आयोग ने इस पर एसपी की जमकर क्लास ले ली। आयोग का कहना था कि कर्नाटक में चुनाव के दौरान अफसरों ने लगातार कार्रवाई की, छत्तीसगढ़ में ऐसा क्यों नहीं हो रहा। आयोग इस पर भी सवाल उठाया कि बाहरी एजेंसियां यहां कार्रवाई कर रही है, आप लोग क्यों चुप बैठे हो। इस खबर को विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लीक करें-
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार का जीवन परिचय, जानिए चुनाव आयोग से पहले कहां थे
राजीव कुमार का जन्म 19 फरवरी 1960 को हुआ था। वे बिहार कैडर के 1984 बैच के आईएएस अफसर हैं। बिहार से झारखंड राज्य अलग होने के बाद उन्होंने झारखंड कैडर चुन लिया था। उन्होंने बीएससी के बाद एलएलबी पीजीडीएम और पब्लिक पॉलिसी में मास्टर से डिग्री हासिल की है। वह बिहार में प्राथमिक शिक्षा उद्योग विभाग के डायरेक्टर रह चुके हैं इसके अलावा कई जिलों में कलेक्टर भी रह चुके हैं। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालय और विभागों में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं। भारत सरकार के वित्त सचिव और डिपार्मेंट आफ फाइनेंशियल सर्विसेज के सचिव के तौर पर उन्होंने बैंकिंग बीमा और पेंशन रिफॉर्म में योगदान दिया है। काले धन पर रोक लगाने हेतु इन्होंने हजारो शेल कंपनियों के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए थे। राजीव कुमार आर्थिक खुफिया परिषद के सदस्य वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद के सदस्य रहे हैं। इसके अलावा बैंक बोर्ड ब्यूरो के सदस्य फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर रेगुलेटरी अप्वाइंटमेंट्स सर्च कमेटी के भी मेंबर रहें हैं। इस खबर को विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लीक करें-