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भाजपा नेता-सांसद मुश्किल में: रेलवे अफसरों की मनमानी ने बढ़ाई सांसदों की चिंता, ऐन सीजन में बंद की 22 ट्रेनें; दबाव के बाद 6 ही शुरू हुईं

छत्तीसगढ़ की लाइफलाइन मुंबई-हावड़ा रूट पर सारे सांसद भाजपा के, इस रूट पर ही सबसे ज्यादा ट्रेनें

भाजपा नेता-सांसद मुश्किल में: रेलवे अफसरों की मनमानी ने बढ़ाई सांसदों की चिंता, ऐन सीजन में बंद की 22 ट्रेनें; दबाव के बाद 6 ही शुरू हुईं
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By NPG News

रायपुर, 27 अप्रैल 2022। छत्तीसगढ़ की 11 जोड़ी ट्रेनें रद्द कर रेलवे अफसरों ने भाजपा नेताओं और सांसदों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐन शादी-ब्याह और गर्मी की छुटिटयों के समय एक महीने से भी ज्यादा समय के लिए 23 ट्रेनें बंद कर दी गई हैं। इसके लिए भाजपा के नेताओं और सांसदों को जवाब देते नहीं बन रहा है। भाजपा नेता और सांसद इसलिए भी निशाने पर हैं, क्योंकि मुंबई-हावड़ा रूट पर राजनांदगांव से रायगढ़ तक भाजपा के ही सांसद हैं। इस रूट के लोग ही सबसे ज्यादा ट्रेनों से जुड़े हैं। इसके बावजूद न तो भाजपा नेताओं की ओर से पहल की गई, न ही सांसदों ने कोई कदम उठाया। ज्यादातर सांसदों को तो इस बात की खबर भी नहीं थी कि रेलवे ने दूसरी बार एक महीने से भी ज्यादा समय के लिए 11 जोड़ी ट्रेनों को बंद करने का निर्णय लिया है। सीएम भूपेश बघेल ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से बात की और एसीएस के जरिए पत्र भी लिखवाया, लेकिन सिर्फ 6 ट्रेनें ही शुरू हो पाई हैं।

रेलवे को देशभर में सबसे ज्यादा कमाई देने वाले छत्तीसगढ़ में ही रेल सुविधाओं को लेकर सबसे ज्यादा अनदेखी हो रही है। पिछले कई सालों से छत्तीसगढ़ से कोई पैसेंजर ट्रेन शुरू नहीं की गई है। इसमें भी अब लोगों के साथ अन्याय हो रहा है कि एक झटके में 23 ट्रेनें बंद कर दी गई हैं। केंद्र में भाजपा की सरकार है। छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा भाजपा सांसद हैं। लोकसभा में 9 और राज्यसभा के दो सांसद हैं।

मुंबई-हावड़ा रूट पर देखें तो दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय बिलासपुर, डीआरएम ऑफिस रायपुर, बिलासपुर के बाद एक और मुख्य टर्मिनल दुर्ग में भाजपा के सांसद हैं। इसके अलावा राजनांदगांव और रायगढ़ में भी भाजपा सांसद हैं। दुर्ग से राज्यसभा सांसद भी हैं। वाल्टेयर लाइन पर महासमुंद में भाजपा सांसद हैं। इसके अलावा सरगुजा से लोकसभा व राज्यसभा सांसद हैं। कांकेर में भी भाजपा के सांसद हैं।

एक भी सांसद या भाजपा नेता नहीं पहुंचा जीएम के दफ्तर

छत्तीसगढ़ का एक भी भाजपा सांसद या नेता अब तक ट्रेन बंद होने के मामले में मुखरता से बोलना तो दूर रेलवे जीएम या डीआरएम से मिलने के लिए भी नहीं पहुंचा। यहां तक कि किसी सांसद ने बयान भी नहीं दिया है कि वे लोगों की सुविधा के लिए क्या करने वाले हैं, जबकि कांग्रेस की सांसद ज्योत्सना महंत, मंत्री जयसिंह अग्रवाल, बिलासपुर विधायक और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने भी ट्रेनें शुरू करने के लिए पहल की है। रायपुर सांसद सुनील सोनी ने यह दावा किया है कि उन्होंने रेल मंत्रालय से ट्रेनें शुरू करने के लिए बात की थी। इस मामले में कांग्रेस राजनीति कर रही है।

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