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डिप्टी सीएम पर आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई... 1000 करोड़ की पांच सम्पत्तियों को किया गया जब्त...

डिप्टी सीएम पर आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई... 1000 करोड़ की पांच सम्पत्तियों को किया गया जब्त...
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By NPG News

मुंबई 2 नवम्बर 2021. महाराष्ट्र में आयकर विभाग का लगातार एक्शन जारी है. जहां डिप्टी सीएम अजित पवार पर एक्शन शुरू हो गया है. आयकर विभाग ने अजित पवार से जुड़ीं 5 संपत्तियों को सीज करने का आदेश जारी कर दिया है. ये संपत्तियां 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई जा रही हैं. बता दें कि आयकर विभाग को करीब 1000 करोड़ से ज्यादा लेन-देन की जानकारी मिली है. आयकर विभाग के इस एक्शन ने महाराष्ट्र की राजनीति को गरमा दिया है.

पवार की जिन सम्पत्तियों को आयकर विभाग ने जब्त किया है, उनकी अनुमानित कीमत 1000 करोड़ रुपये है। इससे पहले केंद्रीय एजेंसियों की ओर से बड़ी कार्रवाई महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर की गई थी। उन्हें भी मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया गया था। अजित पवार लंबे समय से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर थे। विभाग की ओर से सात अक्तूबर को उनके 70 से ज्यादा ठिकानों पर रेड भी की गई थी। केंद्रीय एजेंसी की ओर से दो रियल एस्टेट ग्रुप और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सामने आई थी, इस सम्पत्ति का कोई हिसाब नहीं था, जिसके बाद विभाग की ओर से उनकी सम्पत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की गई है।

अजित पवार की पांच सम्पत्तियों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अपने कब्जे में ले लिया है। जानकारी के मुताबिक, उनकी जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री, साउथ दिल्ली में फ्लैट, पार्थ पवार का निर्मल टॉवर, गोवा में बना रिसॉर्ट, महाराष्ट्र में 27 जमीनों पर इनकम टैक्स ने कार्रवाई की है। इन सम्पत्तियों की कीमत 1000 करोड़ से ज्यादा आंकी गई है।

ये हैं वो पांच संपत्तियां

1.जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री

मार्केट वैल्यू -600 करोड़

2.साउथ दिल्ली स्थित फ्लैट

मार्केट वैल्यू- 20 करोड़

3.पार्थ पावर का निर्मल ऑफिस

मार्केट वैल्यू - करीब 25 करोड़ रुपये

4.निलय नाम से गोवा में बना रिसॉर्ट

मार्केट वैल्यू - करीब 250 करोड़ रुपये

5.महाराष्ट्र की 27 अलग अलग जगहों पर जमीन

मार्केट वैल्यू करीब 500 करोड़ रुपये

बता दें कि अनिल देशमुख ने इस साल की शुरुआत में अपने खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर विवाद के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनको शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया था. उन्होंने जांच एजेंसी के सम्मन को रद्द करने की अपील की थी. सोमवार को जारी किए गए एक वीडियो बयान में 71 वर्षीय एनसीपी नेता देशमुख ने कहा था कि "मेरे खिलाफ सभी आरोप झूठे हैं."

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