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इस वजह से लता मंगेशकर ने पहली ही क्लास से छोड़ दिया था स्कूल जाना, फिर भी दुनिया के छह विश्वविद्यालयों से मिली है डॉक्टरेट की डिग्री...जानें कितनी पढ़ी लिखी थी लता मंगेशकर

इस वजह से लता मंगेशकर ने पहली ही क्लास से छोड़ दिया था स्कूल जाना, फिर भी दुनिया के छह विश्वविद्यालयों से मिली है डॉक्टरेट की डिग्री...जानें कितनी पढ़ी लिखी थी लता मंगेशकर
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By NPG News

मुंबई 6 फरवरी 2022. लता मंगेशकर के बारे में कुछ ऐसे फैक्ट्स जो बहुत कम लोग जानते हैं. 30 हजार से ज्यादा गाने गाने वाली सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को दुनिया के छह विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की डिग्री मिली है, लेकिन सच्चाई यह है कि लता मंगेशकर ने सिर्फ एक ही दिन स्कूल में बिताया है. पहली ही क्लास में हैडमास्टर से नाराज हुई, फिर स्कूल की तरफ मुंह उठाकर भी नहीं देखा. पहले ही दिन जाकर लता मंगेशकर साथी बच्चों को गाना सिखा रही थीं. उसी वक्त हैडमास्टर ने उन्हें चुप होने को कहा. जिससे वो इतनी नाराज हो गईं कि कभी स्कूल में कदम न रखने का फैसला लिया.

लता मंगेशकर कभी स्कूल क्यों नहीं गईं, इसकी एक कहानी यह भी है कि स्कूल के पहले दिन लता मंगेशकर बच्चों को गायन सिखा रही थीं और जब शिक्षक ने उन्हें ऐसा करने से रोका, तो वह उसके बाद कभी स्कूल नहीं गईं. लता मंगेशकर का बचपन से ही गायन का शौक रहा है. और ऐसा करने से रोकने पर उसे चोट लगी.

लता मंगेशकर के स्कूल न जाने का कारण चाहे जो भी हो, हममें से किसी के पास जितनी डिग्री हो सकती है, उससे कहीं अधिक उन्होंने पाईं. सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को दुनिया के छह विश्वविद्यालयों ने डॉक्टरेट की डिग्री दी है.

अपने पूरे करियर के दौरान, उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां लता मंगेशकर को मिलीं.

भारत सरकार द्वारा

1. पद्म भूषण, 1969

2. दादा साहब फाल्के पुरस्कार, 1989

3. पद्म विभूषण, 1999

4. भारत रत्न, 2001

5. लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए वन टाइम अवार्ड, 2008

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों द्वारा

1. परिचय, 1982 के गीत के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका

2. सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका फिल्म कोरा कागज़ के लिए , 1974

3. 1990 में 'लेकिन' के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका.

फिल्मफेयर पुरस्कार

लता मंगेशकर को उनके अद्भुत गीतों के लिए कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिले हैं. यहाँ कुछ पुरस्कारों की लिस्ट पढ़ें.

1. 1959 – मधुमती से "आज रे परदेसी"

2. 1963 – बीस साल बड़ी से "कही दीप जले कही दिल"

3. 1970 – जीने की राह से "आप मुझे अच्छे लगने लगे"

4. 1993 – फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

5. 1994 – हम आपके हैं कौन से "दीदी तेरा देवर दीवाना" के लिए फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार

6. 2004 – फिल्मफेयर स्पेशल अवार्ड जहां फिल्मफेयर अवार्ड्स के 50 साल पूरे होने के अवसर पर एक गोल्डन ट्रॉफी प्रदान की गई.

अन्य पुरस्कार

1. 1980 – जॉर्ज टाउन, गुयाना, दक्षिण अमेरिका के शहर की प्रस्तुत कुंजी.

2. 1980 – सूरीनाम गणराज्य, दक्षिण अमेरिका की मानद नागरिकता.

3. 1985 – 9 जून, टोरंटो, ओंटारियो, कनाडा में उनके आगमन के सम्मान में एशिया दिवस के रूप में घोषित किया गया.

4. 1987 – ह्यूस्टन, टेक्सास में संयुक्त राज्य अमेरिका की मानद नागरिकता.

5. 2010 – नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर (फ्रांसीसी सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार) ईएमआई लंदन की प्लेटिनम डिस्क प्राप्त करने वाले एकमात्र एशियाई.

लता मंगेशकर के पांच भाई- बहन है और उनमें से दीदी सबसे बड़ी थीं. उनकी बहनों का नाम आशा, मीना, ऊषा हैं और भाई हृदयनाथ मंगेशकर है. सभी ने संगीत को अपनी अजीविका के रुप में चुना है. लता मंगेशकर के पिता का निधन 1942 में हुआ था, इस समय उनकी उम्र 13 साल थी और परिवार की सारी जिम्मेदारी उन पर आ गई थी.

एक शो के दौरान लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोसले ने बताया कि वह कोल्हापुर के आगे सांगली में 5 साल की उम्र में लता दीदी कोई स्कूल जाते देखती थी. अपनी दीदी को स्कूल जाता देख वह भी उनका हाथ पकड़ कर उनके साथ स्कूल चली जाती थी. कुछ दिन बाद जब स्कूल के मास्टर ने कहा कि एक लड़की की फीस में दो लड़कियां नहीं बैठ सकती हैं तो यह सुनकर लता दीदी को बहुत बुरा लगा. बस इसी बात पर दोनों बहने रोते हुए घर लौट गई और इसके बाद कभी स्कूल नहीं गई.

1929 को इंदौर में हुआ था जन्म लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर के मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ. लता मंगेशकर ने पांच साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था. वह अपने पिताजी से संगीत सीखती थीं. लता मंगेशकर महज 13 साल की थीं, जब उनके सिर से पिता का साया उठ गया. लता के कंधे पर परिवार की जिम्मेदारियां आ गईं, जिसकी वजह से वो स्कूल नहीं जा पाई.

लता मंगेशकर ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए. वह भारत ही नहीं विश्व की सबसे प्रसिद्ध और सबसे सम्मानित पार्श्व गायकों में शामिल रहीं. संगीत की पहली शिक्षा उन्हें अपने पिता से मिली. जब वह पांच साल की थी, तब लता ने अपने पिता के नाटकों में एक अभिनेत्री के रूप में काम करना शुरू कर दिया था. 13 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने 1942 में अपना करियर शुरू किया. उन्होंने वसंत जोगलेकर की मराठी फिल्म किटी हसाल के लिए अपना पहला गाना रिकॉर्ड किया.

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