डेस्क। दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी अल जवाहिरी को अमेरिका ने मार गिराया। अमेरिका ने दो दशक बाद 9/11 आतंकी हमले का बदला पूरा कर लिया। जिस तरह ओसामा बिन लादेन को मारा गया था, उसी स्टाइल में अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया। अमेरिका ने एक सीक्रेट मिशन चलाया और अफगानिस्तान के काबुल में अल जवाहिरी को ड्रोन स्ट्राइक में ढेर कर दिया। अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी ने काबुल में शरण ले रखी थी। साल 2011 में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद जवाहिरी ने इस आतंकी संगठन की कमान संभाली थी।
अमेरिका खुफिया विभाग को जवाहिरी के उसके काबुल स्थित घर में अपने परिवार के साथ छिपे होने की जानकारी मिली थी। बाइडेन ने अभियान के लिए पिछले सप्ताह अनुमति दी थी और इसे रविवार को अंजाम दिया गया। जवाहिरी पहले पाकिस्तान में छिपा हुआ था लेकिन जब अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आई, तो वह भी यहां रहने आ गया।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि जवाहिरी की सबसे बड़ी गलती ये थी कि उसकी आदत बार-बार अपने घर की बालकनी पर आने की थी। बालकनी पर आने की उसकी इसी आदत की वजह से सीआईए के अधिकारियों को जवाहिरी के काबुल में छिपे होने का विचार आया और उन्होंने रिपर ड्रोन से हेलफायर मिसाइल दागकर जवाहिरी का काम तमाम कर दिया। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि इस हमले में हक्कानी का बेटा और दामाद भी मारा गया है।
अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की है।
बता दें , दो साल बाद एक बार फिर अल-जवाहिरी के मारे जाने की अफवाह उड़ी। इस बार CBS न्यूज ने दावा किया अमेरिकी सैनिकों के हवाई हमले में जवाहिरी गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद भी जवाहिरी ने वीडियो जारी करके खुद की मौत की खबरों को झूठा साबित कर दिया था।
2001 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद अमेरिका ने कई बार जवाहिरी को मारने की कोशिश की। कम से कम चार बार ऐसे मौके आए जब मौत जवाहिरी के करीब से गुजर गई। हर बार जवाहिरी बच निकला।