Ateeq-Ashraf Murder-जानिए कौन है अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले आरोपी, एक ने पुलिसकर्मी की हत्या की, दूसरे ने लड़की को मारा था थप्पड़
Ateeq-Ashraf Murder प्रयागराज। अतीक, अशरफ की बीती रात तीन हत्यारों ने गोली मारकर पुलिस और मीडियाकर्मियों के मौजूदगी में हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के बाद पकड़े गए तीनों आरोपियों में अरुण मौर्य उर्फ कालिया, लवलेश तिवारी, सनी सिंह की कई चौकाने वाली जानकारी सामने आई है।
जानकारी के मुताबिक, अरुण मौर्य कासगंज सोरो थाना क्षेत्र के बघेला पुख्ता गांव का रहने वाला है और घर मे उसके दो बड़े भाई रहते है। 15 साल पहले ही मां-बाप की मौत हो चुकी है। अरुण के घर के सामने ही उसके चाचा का घर है। परिवार वाले ने बताया कि अरुण छह साल पहले ही गांव छोड़कर चला गया था।
अरुण बहुत ही शातिर और चलाक अपराधी है। अरुण पर आरोप है कि 2014-15 में कासगंज-बरेली-फरुखाबाद रेलवे मार्ग पर उझयानी और सोरो के बीच चलती ट्रेन में जीआरपीएफ थाने के एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी। घटना के बाद से ही आरोपी फरार हो गया था। घटना के बाद से ही आरोपी अपने गांव नहीं लौटा था।
लवलेश तिवारी का फेसबुक पर महाराज लवलेश तिवारी उर्फ चूचू है। लवलेश ने एक लड़की को सरेआम थप्पड़ मारा था। इस मामले में वो जेल भी जा चुका है। परिजनों ने मीडिया को बताया कि लवलेश से सालों से बात उनकी नहीं हुई है। डेढ़ साल पहले ही जमानत पर छूटकर बाहर आया था। लवलेश का घर बांदा में है और उसके घर मे माता पिता और एक छोटा भाई भी है। पिता स्कूल बस चलाते है। परिजनों ने मीडिया से चर्चा में बताया कि लवलेश नशे का आदि था। जेल से छूटने के बाद पिछले एक सप्ताह पहले ही घर आया था। इसके बाद वो चला गया था। अतीक की हत्या की खबर सुनकर मां डिप्रेशन में चली गई है।
लवलेश के पिता का नाम यज्ञ तिवारी और मां का नाम मां आशा तिवारी है। लवलेश ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीए में प्रवेश लिया था। फर्स्ट ईयर फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। उसके बाद उसकी संगत गलत हो गई। भाई वेद तिवारी ने बताया कि उससे मिलने घर पर कोई नहीं आता था, वह खुद घर पर कम आता था। मम्मी, पापा और वह खुद भी उससे कम संबंध रखते थे।
हिस्ट्रीशीटर सनी उर्फ पुराने ठाकुर जनपद हमीरपुर के कुरारा का रहने वाला है। पुराने उर्फ सनी सिंह (33) यहीं पला बढ़ा। पिता की मृत्यु के बाद कोई देखभाल करने वाला नहीं होने के कारण व बड़े भाई मंगल सिंह के साथ मिलकर अपराध करता था।
शनी सिंह के भाई पिंटू सिंह ने कहा- "यह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं। हम लोग 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था। सनी के 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। बाकी दो भाई उससे अलग रहते हैं सनी बचपन में ही भाग गया था। सनी के खिलाफ थाने में 14 मुकदमें दर्ज हैं। जिनमें जेल जाने के बाद वहां से छूटकर वह फिर घर नहीं पहुंचा। मौजूद समय में उसका केवल एक भाई पिंटू घर पर रहता है। जोकि चाय का होटल चलाता है। जबकि मां का पता नहीं है। वहीं भाई मंगल सिंह की भी मौत हो चुकी है।
बता दें, शनिवार 15 अप्रैल की देर रात अतीक और अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल लाया गया था। इस दौरान अस्पताल के बाहर जब अतीक और अशरफ मीडिया से चर्चा कर रहे थे तभी तीन अज्ञात हमलावर मीडियाकर्मी के भेष में आये और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना में एक मीडियाकर्मी और एक कांस्टेबल को चोट पहुंची है। आरोपियों के खिलाफ 302, 307, आर्म्स एक्ट की धारा 3,7, 25, 27 के अलावा आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस ने रात में ही पकड़ लिया था। अतीक और अशरफ के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।