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Assembly Election Results: CG में सरकार @ 1%: एग्जिट पोल में कांटे की टक्‍कर, वोट शेयर में भाजपा को बढ़त, कांग्रेस को नुकसान

Assembly Election Results: छत्‍तीसगढ़ विधानसभ चुनाव के एग्जिट पोल में वोट शेयर के मामले में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। वहीं, वोट शेयर के लिहाज से कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है। हालांकि अधिकांश पोल में सीटों के लिहाज से कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है।

Assembly Election Results: CG में सरकार @ 1%: एग्जिट पोल में कांटे की टक्‍कर, वोट शेयर में भाजपा को बढ़त, कांग्रेस को नुकसान
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By Sanjeet Kumar

Assembly Election Results: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ सहित पांचों चुनावी राज्‍यों का फाइनल रिजल्‍ट 3 दिसंबर को आएगा, लेकिन आज तेलंगाना में मतदान समाप्‍त होने के साथ ही एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं। अधिकांश सर्वे में छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्‍कर बताई जा रही है। वोट शेयर के लिहाज से भाजपा को फायदा होता दिख रहा है। वहीं, 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के हिसाब से कांग्रेस को थोड़ा नुकसान हो रहा है।

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर लगभग 44 प्रतिशत और भाजपा का साढ़े 33 प्रतिशत था। तब कांग्रेस 68 और भाजपा 15 सीट जीती थी। इस बार के चुनावी सर्वे में भाजपा का वोट शेयर 41 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान बताया जा रहा है, जबकि कांग्रेस का वोट शेयर घटकर 42 प्रतिशत रह सकता है।

एग्जिट पोल कराने वाली संस्‍थाओं के अनुसार इसमें 3 से 6 प्रतिशत ऊपर-नीचे होने की संभावना बनी रहती है। यानी पोल के नतीजे बदल सकते हैं। लगभग सभी सर्वे में राज्‍य की ज्‍यादातर सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्‍कर की बात कही गई है। 3 से 5 सीटों पर बसपा और जनता कांग्रेस छत्‍तीसगढ़ भी टक्‍कर में रही। इन सीटों पर त्रिकोणी मुकाबला रहा।

समझिए...वोट शेयर और सीटों की संख्‍या का गणित

छत्‍तीसगढ़ राज्‍य बनने के बाद से अब तक चार बार विधानसभा के चुनाव हुए हैं। 2023 का चुनाव पांचवां है। इससे पहले हुए 4 चुनाव के वोट शेयर और सीटों की संख्‍या का गणित देखें तो अधिक वोट शेयर के बावजूद सीटों की संख्‍या कम रही है। 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही थी। उस चुनाव में भाजपा को 49 सीट मिले थे, जबकि पार्टी का वोट शेयर 42 प्रतिशत से अधिक था। वहीं, 2008 में भाजपा के खाते में 40 प्रतिशत वोट गए थे, जबकि पार्टी को 50 सीट मिले थे, 2003 में भी भाजपा को 50 सीटें मिली थी, लेकिन तक पार्टी का वोट शेयर 39 प्रतिशत था। इधर, कांग्रेस को 2003 में लगभग 37 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कांग्रेस 37 सीट जीत पाई थी। 2008 में कांग्रेस 38 सीट जीती थी। इस चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर लगभग 39 प्रतिशत था। 2013 में कांग्रेस का वोट शेयर लगभग 42 प्रतिशत था, लेकिन सीट केवल 39 ही मिल पाई थी।


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रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में बाकी बची 70 सीटों पर कल मतदान होना है। इनमें मैदानी क्षेत्र के तीन संभागों के साथ ही आदिवासी बाहुल पहाड़ी संभाग सरगुजा भी शामिल है। दुर्ग संभाग की 8 सीटों पर पहले चरण में मतदान हो चुका है। बाकी बची सीटों पर कल 17 नवंबर को वाट डाले जाएंगे। 1 नवंबर 2000 को अस्तित्‍व में आए छत्‍तीसगढ़ में अब तक 4 बार विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं। पहला चुनाव राज्‍य बनने के ठीक तीन वर्ष बाद 2003 में हुआ था। इसके बाद 2008, 2013 और 2018 में विधानसभा के चुनाव हुए। इनमें पहले 3 चुनावों में भाजपा सरकार बनाने में सफल हुई, जबकि 2018 के चुनाव में बड़े बहुमत के साथ कांग्रेस ने सत्‍ता हासिल किया। अब तक हुए विधानसभा के चुनाव में हर बार चुनावी मुद्दों से लेकर राजनीतिक समीकरण तक अलग-अलग रहे हैं। आगे पढ़ें


Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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