देश के 10 रईसों के पास है इतना पैसा, 25 साल तक देश के हर बच्चे को स्कूली शिक्षा दिला सके.... अरबपतियों की संख्या के मामले में भारत भी कई देशों से आगे निकला...
नईदिल्ली 17 जनवरी 2022. पिछल दो साल से देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है। जिस तरह से कोरोना की पहली लहर के दौरान देश में पूरी तरह से लॉकडाउन लगाया गया उसकी वजह से देश की आर्थिक स्थिति काफी बुरी तरह से चरमरा गई। मध्य वर्गीय परिवार और गरीब तबके पर इसका सबसे अधिक असर देखने को मिला। लेकिन देश के अमीरों पर लॉकडाउन का कोई खास अस होता नजर नहीं आया बल्कि उनकी आय में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऑक्सफेम दावोस 2022 की रिपोर्ट के अनुसार देश में 40 नए उद्योगपति अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हुए हैं।
दुनिया भर में गरीबी उन्मूलन का प्रयास करने वाली संस्था Oxfam ने अपनी ताजा रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें बताया गया है कि कैसे महामारी के दो सालों में दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति जबरदस्त तेजी से दोगुनी हुई ।
ऑक्सफैम इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में पिछले साल गरीबों की संख्या दोगुनी हो गई है, जबकि देश में 40 नए अरबपति बने हैं। इस बीच भारत अरबपतियों की संख्या के मामले में दुनिया के कई देशों से आगे निकल चुका है। देश के अरबपतियों में गौतम अडाणी की संपत्ति में पिछले साल जोरदार इजाफा दर्ज किया गया।
बिलियनेयर्स इंडेक्स पर अगर नजर डालें तो दुनिया के 500 सबसे ज्यादा अमीर लोगों ने पिछले साल अपनी नेट वर्थ में 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की है। ऑक्सफैम ने कहा कि भारत, जहां शहरी बेरोजगारी पिछले मई में 15 फीसदी तक बढ़ गई थी और खाद्य असुरक्षा खराब हो गई थी, अब फ्रांस, स्वीडन और स्विटजरलैंड की तुलना में अधिक अरबपति वाला देश बन चुका है।
रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना महामारी से दुनिया परेशान है और अब ओमिक्रॉन वैरिएंट ने फिर से चिंता के बादल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि कोरोना काल में एक ओर जहां गरीबों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया है, लेकिन वहीं अमीर लोगों की संपत्ति में जोरदार इजाफा हुआ है। कोरोना काल में भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति दोगुनी हो गई।
ऑक्सफैम के मुताबिक, देश में अरबपतियों की संख्या में 39 फीसदी की दर से तेजी आई है और 40 नए अरबपति बने। इस बढ़ोतरी के साथ वर्तमान में देश के अरबपतियों की कुल संख्या 142 हो गई है। ऑक्सफैम ने सोमवार को प्रकाशित बढ़ती असमानता पर एक रिपोर्ट में कहा कि देश के अरबपतियों के पास संयुक्त संपत्ति लगभग 720 अरब डॉलर (करीब 53 लाख करोड़ रुपये) है, जो कि देश की सबसे गरीब 40 फीसदी आबादी से अधिक है।
दिलचस्प बातेंः-
रिपोर्ट की मानें तो 10 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति 25 साल तक देश के हर बच्चे को स्कूली शिक्षा एवं उच्च शिक्षा देने के लिए पर्याप्त है. भारत में पिछले साल अरबपतियों की संख्या 39 प्रतिशत बढ़कर 142 हो गई.
- अगर सबसे अमीर 10 प्रतिशत लोगों पर एक प्रतिशत अतिरिक्त कर लगा दिया जाए, तो देश को लगभग 17.7 लाख अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर मिल सकते हैं.
142 भारतीय अरबपतियों के पास कुल 719 अरब अमेरिकी डॉलर (53 लाख करोड़ रुपये से अधिक) की संपत्ति है. देश के सबसे अमीर 98 लोगों की कुल संपत्ति, सबसे गरीब 55.5 करोड़ लोगों की कुल संपत्ति के बराबर है.
- अगर 10 सबसे अमीर भारतीय अरबपतियों को प्रतिदिन 10 लाख अमेरिकी डॉलर खर्च करने हों तो उनकी वर्तमान संपत्ति 84 साल में खत्म होगी. इन अरबपतियों पर वार्षिक संपत्ति कर लगाने से हर साल 78.3 अरब अमेरिकी डॉलर मिलेंगे, जिससे सरकारी स्वास्थ्य बजट में 271 प्रतिशत बढ़ोतरी हो सकता है.