Begin typing your search above and press return to search.

कोरोना संकट से निपटने दिन-रात जुटा है निगम का हर अमला…… अब तक 18557 परिवार को राशन,59 वार्डों को सेनेटाइज़ और अब 2 लाख 22 हजार मास्क व 68 हजार सेनेटाइज़र वार्डों में बांटा जा रहा

कोरोना संकट से निपटने दिन-रात जुटा है निगम का हर अमला……  अब तक 18557 परिवार को राशन,59 वार्डों को सेनेटाइज़ और अब 2 लाख 22 हजार मास्क व 68 हजार सेनेटाइज़र वार्डों में बांटा जा रहा
X
By NPG News

बिलासपुर 7 अप्रैल 2020। -कोरोना संकट के चलते किए गए लाॅकडाउन में आमजन को राहत पहुंचाने और उनकी सुरक्षा के लिए नगर पालिक निगम बिलासपुर का सभी अमला कमिश्नर श्री प्रभाकर पाण्डेय के निर्देशन में आठों प्रहर राहत पहुंचाने का काम कर रहा है।

देश में 25 मार्च से लागू लाॅकडाउन में आमजनों को घर में रहने के अलावा सभीं संस्थान,कार्यालय, बाज़ार,ज़रूरी सामानों के अतिरिक्त सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है। ऐसे में लोगों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा ना हों और वें घर पर ही रहकर सुरक्षित रहें,इसके लिए नगर निगम के सभी कर्मचारी मैदान पर है। शहर की सफाई से लेकर ज़रूरतमंद लोग जो लाॅकडाउन की वजह से अपने लिए भोजन सामग्री जुटा पाने में असमर्थ है,ऐसे लोगों तक राशन और भोजन पहुंचा रही है निगम की टीम. तो वहीं पूरे शहर को संक्रमण मुक्त करने के लिए तेज गति से चलने वाली अत्याधुनिक मशीन से संक्रमण रोधी दवा का भी छिड़काव किया जा रहा है, इसके अलावा शहर के लगभग सभी वार्डों में मास्क और सेनेटाइज़र का भी वितरण किया जा रहा है। लाॅकडाउन में फंसे दूसरे राज्यों के 201 मजदूरों को अलग-अलग शेल्टर होम बनाकर रखा गया है।

अब तक 18557 परिवारों तक पहुंचाया गया है राशन और 25 हजार फूड पैकेट

नगर निगम क्षेत्र के ऐसे दिहाड़ी मजदूर, रोज कमाने रोज खाने वाले जिन्हें लॉक डाउन के कारण मजदूरी नहीं मिलने पर भोजन सामग्री जुटाने में कठिनाई हो रही है, ऐसे लोगों को निगम के विकास भवन में फूड सप्लाई सेंटर स्थापित कर राशन सामग्री पहुंचाया जा रहा है। अब तक 18557 परिवारों तक निगम ने नि:शुल्क राशन सामग्री जिसमें 927 क्विंटल चावल,186 क्विंटल दाल,9278 लीटर तेल,18557 किलो नमक और आलू-प्याज शामिल है। और 25309 फूड पैकेट के ज़रिए मदद पहुंचाई है। इस कार्य में मानव कल्याण में जुटें लगभग 18 स्वयंसेवी संगठन और एनजीओं निगम के साथ मिलकर राहत कार्य में मदद कर रहें है। इसके अलावा आमजनों के लिए ज़रूरी राशन,दवाईयां और डेयरी सामानों की निगम द्वारा घर पहुंच सेवा के तहत 679 घरों तक ज़रूरी सामान पहुंचाया गया है।

59 वार्डों को किया जा चुका है सेनेटाइज़

कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए शहर के हर हिस्से को नगर निगम द्वारा कमिश्नर श्री प्रभाकर पाण्डेय के निर्देश पर सेनेटाइज़ किया जा रहा है.अभियान में तेजी लाने निगम कर्मियों द्वारा मैन्युअली छिड़काव के अलावा 4500 लीटर क्षमता वाली मशीन के साथ 2 हजार लीटर और 5 लीटर क्षमता वाली मशीनों द्वारा भी रोजाना 10740 लीटर संक्रमण रोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। 70 में से अब तक 59 वार्डों को पूरी तरीके से सेनेटाइज़ किया जा चुका है।


2 लाख मास्क और 68 हजार हैंड सेनेटाइज़र का वितरण

कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए शहर के लगभग सभी वार्डों में बड़ी मात्रा में मास्क और हैंड सेनेटाइज़र बांटा जा रहा है। इसके लिए नगर निगम के अधिकांश पार्षदों ने अपनी पार्षद निधि इस कार्य के लिए दिए है। निगम के आठों जोन में 222206 नग मास्क और 68261 नग हैंड सेनेटाइज़र का वितरण किया जाएगा.जिसमें अधिकांश वार्डों में मास्क और सेनेटाइज़र का वितरण शुरू भी हो चुका है।

1750 कर्मी दिन रात लगे हुए है शहर को साफ रखने में

लाॅकडाउन में सफाई के अभाव में स्थित और ना बिगड़ जाए,इसके लिए निगम और सफाई कंपनी समेत 1750 कर्मी दिन और रात शहर को सफाई करने में लगे हुए है,इसके अलावा सड़कों पर मैकेनाइज्ड स्विपिंग भी रात में की जा रही है। इसके अलावा घरों से कचरा उठाने शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन भी जारी है।

150 कर्मियों की टीम बाहर से आने वाले की जुटा रही जानकारी

पिछले दिनों देश और राज्य के बाहर से आएं लोगों की भी निगम जानकारी जुटाने में लगी है,ताकि उनसे संक्रमण का खतरा ना बढ़ जाएं.इसके लिए निगम के 150 कर्मियों की टीम बनाकर सर्वे के काम में लगाया गया है।

डिजिटल प्लेटफॉर्म का भी किया जा रहा उपयोग

मैदानी स्तर के अलावा नगर निगम आमजन तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी उपयोग कर रहा हैं, निगम कमिश्नर श्री प्रभाकर पाण्डेय के निर्देश पर बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अपने सोशल मीडिया पेज़ के ज़रिए भी आमजन को कोरोना वायरस के संदर्भ में जागरूक कर रही है और शासन की महत्वपूर्ण जानकारी और निर्देशों से लोगों को अवगत करा रही है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी द्वारा कोरोना संदिग्ध मरीजों की निगरानी के लिए एक एप भी तैयार किया गया है।

Next Story