Son Of Sardaar 2 Movie Review: हंसी, ड्रामा और क्लाइमेक्स में ट्विस्ट, सन ऑफ सरदार 2 का सबसे बड़ा सरप्राइज़ आपको चौंका देगा
Son Of Sardaar 2 Movie Review: अभिनेता अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ सरदार 2 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म को लेकर दर्शकों की मिली जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। कुछ इस फिल्म को मजेदार बता रहे हैं तो कुछ इस फिल्म को ऐवरेज कहते नजर आ रहे हैं। सिनेमाघरों में आज रिलीज हुई फिल्म सन ऑफ सरदार को देखने के बाद काफी लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कर रहे है। आइए जानते हैं फिल्म कैसी है और ये फिल्म आपको क्यों देखनी चाहिए।

Son Of Sardaar 2 Movie Review
Son Of Sardaar 2 Movie Review: अभिनेता अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ सरदार 2 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म को लेकर दर्शकों की मिली जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। कुछ इस फिल्म को मजेदार बता रहे हैं तो कुछ इस फिल्म को ऐवरेज कहते नजर आ रहे हैं। सिनेमाघरों में आज रिलीज हुई फिल्म सन ऑफ सरदार को देखने के बाद काफी लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कर रहे है। आइए जानते हैं फिल्म कैसी है और ये फिल्म आपको क्यों देखनी चाहिए।
पहली फिल्म ने की थी जबरदस्त कमाई-
सबसे पहले बात करते हैं अजय देवगन के पहले फिल्म सन ऑफ सरदार की जो साल 2012 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में लोगों को अजय देवगन का फनी अंदाज काफी पसंद आया था और अब सन ऑफ सरदार 2 भी रिलीज हो चुकी है जो दर्शकों को पसंद आ रही है।
सन ऑफ सरदार 2 की कहानी दमदार-
फिल्म की शुरुआत पुराने ‘सन ऑफ सरदार’ गाने से होती है, जहां जस्सी जिसका किरदार अभिनेता अजय देवगन निभा रहे हैं और डिंपल जिनका किरदार नीरू बाजवा ने निभाया है दोनों की शादी दिखाई जाती है। जस्सी अपने सपनों का घर बसाने का ख्वाब देख रहा होता है- बच्चे, परिवार और ढेर सारा प्यार। लेकिन उसकी पत्नी विदेश में है, और वीजा मिलने में सालों लग जाते हैं। जब आखिरकार जस्सी विदेश पहुंचता है, तो वहां उसे ऐसा झटका लगता है जो उसकी हंसी को ग़म में बदल देता है।
अजय और मृणाल ने की बेहतरिन एक्टिंग-
दिल टूटा हुआ जस्सी अपने रिश्तेदारों के पास चला जाता है, और फिर किस्मत उसे राबिया (मृणाल ठाकुर) के दरवाजे पर ले आती है। राबिया खुद एक टूटी हुई शादी से उभरी महिला है, जिसके साथ उसकी सौतेली बेटी सबा (रोशनी वालिया) भी अपनी उलझनों से जूझ रही है। सबा एक पाकिस्तानी लड़की है जो भारतीय लड़के गोगी (साहिल मेहता) से प्यार करती है। लेकिन यहां ट्विस्ट ये है कि गोगी का बाप राजा (रवि किशन) कट्टर देशभक्त है, जिसे पाकिस्तान से सख्त नफरत है। गोगी–सबा की लव स्टोरी को आगे बढ़ाने के लिए जस्सी को सबा का नकली सख्त पिता बनना पड़ता है, और फिर शुरू होती है एक कॉमिक-इमोशनल जर्नी। कहानी में और भी कई रंग-बिरंगे किरदार हैं- राबिया की दोस्त गोगी का अजीबो-गरीब परिवार, और जस्सी की खुद की परेशानियां। इन सब के बीच फिल्म खूब हंसाती भी है और कुछ मौकों पर हल्के से गुदगुदाते हुए दिल भी छू जाती है। अजय देवगन जस्सी के रोल में कमाल के लगे हैं। उनके चेहरे का भोलापन, उनकी टाइमिंग और डायलॉग डिलीवरी एक बार फिर याद दिला देती है कि वो कॉमेडी में भी उतने ही मजबूत हैं जितना कि एक्शन में। मृणाल ठाकुर अपने किरदार में पूरी तरह घुली हुई हैं- आत्मनिर्भर, संवेदनशील और दिल से जुड़ी हुई। उनका अभिनय दर्शकों से एक खास जुड़ाव बनाता है।
लॉजिक तलाशना समय की बर्बादी-
सपोर्टिंग कास्ट की बात करें तो रवि किशन एक सख्त लेकिन मजेदार पिता के रोल में खूब जमे हैं। रोशनी वालिया, कुबरा सैत और दीपक डोबरियाल ने भी अच्छा काम किया है। जस्सी की मां के किरदार में डॉली अहलूवालिया सादगी और अपनापन लेकर आती हैं। नीरू बाजवा का कैमियो छोटा जरूर है, लेकिन असरदार है। फिल्म की कहानी बहुत गहरी नहीं है, और इसमें लॉजिक तलाशना समय की बर्बादी होगी लेकिन अगर आप हंसी के लिए गए हैं तो आपका पैसा वसूल हो जाएगा। कुछ सीन्स तो ऐसे हैं कि हंसी रुकती ही नहीं। म्यूजिक औसत है, लेकिन अजय के डांस मूव्स इस बार भी देखने लायक हैं और हां, फिल्म के अंत में रोहित शेट्टी एक छोटा-सा सरप्राइज़ लेकर आते हैं जो फ्रैंचाइज़ी को आगे बढ़ाने की ओर इशारा करता है।
