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कंगना को लेकर शिवसेना ने दिया विवादित बयान, पूछा- क्या क्या करके मिला पद्मश्री?...

कंगना को लेकर शिवसेना ने दिया विवादित बयान, पूछा- क्या क्या करके मिला पद्मश्री?...
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By NPG News

मुंबई 18 नवंबर 2021 I बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) का विवादों से पुराना नाता रहा है. एक्ट्रेस ने हाल ही में महात्मा गांधी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद से यह विवाद दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है. अब इस बयान को लेकर शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने कंगना को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी अगर सत्ता के लालची होते तो उस समय प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति सब कुछ बन सकते थे. कंगना रनौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पांव चाटने से, क्या-क्या चाटने से ये पद मिला है, ये दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं.कुछ दिनों पहले कंगना रणौत ने महात्मा गांधी को सत्ता का लालची बताया था। अब शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने कंगना रणौत पर निशाना साधा है। कृपाल तुमाने का कहना है कि गांधी जी अगर सत्ता के लालची होते तो उस समय प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति सब कुछ बन सकते थे। कंगना रणौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पांव चाटने से ये दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं।

वीडियो:-

पहले आजादी को लेकर दिया था बयान:- महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी से पहले कंगना रणौत ने देश की आजादी को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि 1947 में हमें आजादी नहीं भीख मिली थी। असली आजादी 2014 में मिली है। अभिनेत्री के इन्हीं बयानों के बाद से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है। कंगना रनौत ने हाल ही में महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित बयान दिया था। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर लंबे मेसेज पोस्ट किए। पोस्ट में महात्मा गांधी पर निशाना साधा। पहले मेसेज में कंगना ने उन्हें सत्ता का भूखा और चालाक बताया। वहीं, दूसरे पोस्ट में लिखा कि गांधी जी चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो जाए। कंगना ने लोगों को सलाह दी है कि वह अपने हीरो समझदारी से चुनें। उन्होंने यह भी लिखा है कि झापड़ मारने वाले के सामने दूसरा गाल आगे करने से आजादी नहीं मिलती।


लोगों को पता होना चाहिए इतिहास:- कंगना ने दूसरे पोस्ट में लिखा, ''गांधी ने कभी भगत सिंह और नेताजी को सपोर्ट नहीं किया। कई सबूत हैं जो इशारा करते हैं कि गांधीजी चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो जाए। इसलिए आपको चुनना है कि आप किसे सपोर्ट करते हैं। क्योंकि उन सबको अपनी याद के एक ही बॉक्स में रख लेना और उनकी जयंती पर याद कर लेना काफी नहीं सच कहें तो मूर्खता नहीं बल्कि गैरजिम्मेदाराना और सतही है। लोगों को अपना इतिहास और अपने हीरो पता होने चाहिए।''



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