Ramayan TV Shows: आदिपुरुष से पहले रामायण शो भी फंसा था कानूनी पचड़े में, 10 साल तक काटना पड़ा कोर्ट का चक्कर...पढ़े पूरी खबर...
Ramayan TV Shows: मुंबई I फिल्म आदिपुरुष इन दिनों रिलीज के बाद भी लगातार विवादों का सामना कर रह है। लेकिन क्या आपको पता है आदिपुरुष से भी पहले टेलीविजन दूरदर्शन में आने वाला के फेमस शो रामायण भी कानूनी के पचड़े में फसे था। हालांकि जब रामानंद सागर की रामायण टेलीविजन पर आई थी, तो उस दौरान भी रामानंद सागर को इसकी रिलीज से लेकर इसके आखिरी एपिसोड्स तक कई तरह के विवादों से गुजरना पड़ा था। यहां तक की सीरियल के खत्म होने के बाद भी रामानंद सागर लगभग दस साल तक कोर्ट के चक्कर लगाते रहे। किस-किस तरह के विवाद से गुजरी थी रामायण, आइए जानते हैं...फंसा
दरअसल, इस सीरियल को बनाने की अनुमति तो 1985 में मिल गई थी लेकिन इसका प्रसारण 25 जनवरी 1987 से शुरू हो सका। इसके शुरुआती तीन पायलट एपिसोड मंत्रालय की तरफ से नकार दिए गए थे। रामायण के जब 78 एपिसोड पूरे हो गए तो दर्शकों ने लव-कुश की कहानी भी दिखाने की मांग की और लगभग जिद पर अड़ गए। हालांकि सीरियल के निर्माता रामानंद सागर इसके लिए तैयार नहीं थे। ‘बीबीसी’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक रामानंद सागर का कहना था कि अगर वे लव कुश की कहानी बनाएंगे तो यह एक काल्पनिक कहानी होगी।
विवाद इतना बढ़ गया कि मामला कोर्ट में पहुंच गया और रामानंद सागर पर 10 साल तक कोर्ट केस चलता रहा। 80 के दशक में रामायण की लोकप्रियता का आलम यह था राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को लोग भगवान की तरह पूजते थे। ठीक यही स्थिति सीता की भूमिका निभाने वाली दीपिका के साथ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब रामायण में रावण की मृत्यु हुई तो रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी के गांव में बाकायदे शोक मनाया गया था।
मीडिया खबर के मुताबिक, उस दौर में रामायण की शूटिंग लगातार 550 से ज्यादा दिनों तक चली थी। कई बार जब जूनियर कलाकारों की कमी पड़ जाती तो गांव-गांव मुनादी कराई जाती और कलाकार भर्ती किए जाते थे। रामायण दूरदर्शन पर प्रसारित संभवत: पहला ऐसा सीरियल था, जिसमें स्पेशल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया गया था। जैसे- पुष्पक विमान का उड़ना और हनुमान जी का संजीवनी बूटी लाना। इन स्पेशल इफेक्ट्स ने सीरियल में जान डाल दी थी।