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Madhuri Dixit Birthday Special: मन'मोहिनी' माधुरी के लिए लोगों का 'दिल तो पागल है' , पर उनका 'साजन' कौन था? माधुरी दीक्षित के जन्मदिन पर पढ़िए उनसे जुड़े खास किस्से....

Madhuri Dixit Birthday Special: मन'मोहिनी' माधुरी के लिए लोगों का 'दिल तो पागल है' , पर उनका 'साजन' कौन था? माधुरी दीक्षित के जन्मदिन पर पढ़िए उनसे जुड़े खास किस्से....

Madhuri Dixit Birthday
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Madhuri Dixit

By Gopal Rao

Madhuri Dixit Birthday Special: मुंबई। मोहिनी...मोहिनी...मोहनी... की पुकार पर एक अनजान सी लड़की डांस फ्लोर पर उतरती है और इतनी सहजता से हुलस कर नाचती है मानो वो सदियों से स्टार हो। ये लड़की थी माधुरी दीक्षित। इतना काॅन्फिडेंस, ऐसी सरल मुस्कान कि देखते ही देखते ही वह यंगिस्तान की ही नहीं पूरे हिंदुस्तान की फेवरेट बन गईं। बताते हैं कि सिनेमाहॉल में यह गाना जब खत्म होता तो दर्शक कुर्सियां पीटते, दोबारा गाना चलाने की डिमांड करते और पर्दे पर पैसे तक बरसाते। फिल्म 'तेजाब' माधुरी के करियर की पहली फिल्म नहीं थी लेकिन एक न्यू कमर को सितारा हैसियत देने के लिहाज से पहली ही थी। अपने जीवन का पहला आटोग्राफ देने का मौका भी माधुरी को तब मिला, जब एक बच्चे ने उन्हें पहचान कर पूछा कि क्या वे ही मोहिनी हैं? और तब उन्हें पता चला था मोहनी होने का मतलब। आगे चल कर वे धक-धक गर्ल कहलाईं लेकिन असलियत में उनकी एक कातिलाना मुस्कान से लोगों का दिल धक-धक करने लगता था। माधुरी 'दिल' को जीततीं और जब लोग लालसा भरी नज़रों से उन्हें देखते तो शरारत भरी मुस्कान में पूछ लेतीं 'हम आपके हैं कौन'। उनका अपना एक ऐरा था। आज भी वे सक्रिय हैं और नृत्य को जी रही हैं। माधुरी दीक्षित के जन्मदिन (15 मई ) के खास मौके पर उनसे जुड़े कुछ रोचक किस्से।

15 मई 1967 को मुंबई के एक मराठी ब्राह्मण परिवार में माधुरी दीक्षित का जन्म हुआ। पिता शंकर दीक्षित और मां स्नेह लता दीक्षित की बेटी माधुरी ने महज 3 साल की उम्र से ही क्लासिकल डांस सीखना शुरू कर दिया था और उन्होंने कथक में कई पुरस्कार भी जीते। डांस और पढ़ाई दोनों में उनकी समान दिलचस्पी थी। माधुरी को माइक्रो-बायोलॉजी में रुचि थी और आगे चलकर इसी में उन्होंने ग्रेजुएशन किया। वे भविष्य में इसी फील्ड में करियर भी बनाना चाहती थीं लेकिन नियति ने तो उन्हें भविष्य की सुपर स्टार बनाना तय किया था और इसकी रूपरेखा उसने कुछ यूं बनाई कि बारहवीं की छुट्टियों में ही महज 16 साल की उम्र में माधुरी को एक परिचित के मार्फ़त अपनी पहली फिल्म (वो भी राजश्री प्रोडक्शन की) का ऑफर मिल गया। यह फिल्म थी अबोध। फिल्म चली तो नहीं लेकिन इसने माधुरी को निर्माता-निर्देशकों की नज़र में ला दिया और उन्हें ऑफर मिलने शुरू हो गए।

सुभाष घई ने निभाया वादा, दिया मौका

बताते हैं कि शुरुआती दौर में माधुरी को मिला सुभाष घई का ऑफर उनके लिए उपलब्धि से कम नहीं था। यह था कर्मा फिल्म के लिए एक डांस नंबर। माधुरी ने इसे शूट भी किया लेकिन बाद में फिल्म से इस डांस नंबर को हटा दिया गया। हालांकि सुभाष घई ने माधुरी को एक दमदार रोल देने का वादा किया और उन्होंने इसे निभाया भी। सुभाष घई ने माधुरी को फिल्म “उत्तर दक्षिण” में कास्ट किया। फिल्म में रजनीकांत और जैकी श्रॉफ जैसे बड़े सितारे थे। माधुरी ने बाद में एक इंटरव्यू में कहा था कि ये फिल्म अवसर और अनुभव दोनों के लिहाज से उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई।

... लेकिन असल पहचान मिली तेजाब से

सुभाष घई ने भले उत्तर-दक्षिण के साथ माधुरी को बड़ा मौका दिया लेकिन उससे पहले रिलीज़ हुई माधुरी की फिल्म 'तेजाब'।फिल्म तेजाब का निर्देशन एन चन्द्रा ने किया था जो 1988 की सबसे हिट फिल्म साबित हुई। फिल्म में माधुरी ने मोहनी का किरदार निभाया था जो बाॅलीवुड को एक नई सनसनी देकर गया। माधुरी ने कहा था कि इस किरदार और खासकर इसके गाने 'एक-दो-तीन' के साथ वे बच्चे-बच्चे तक पहुंच पाईं और पहली बार उन्होंने खुद को स्टार जैसा महसूस किया। यह फिल्म उनके लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। आगे राम-लखन, दिल, किशन-कन्हैया, परिन्दा, बेटा, त्रिदेव, पुकार, दिल तो पागल है, देवदास... एक के बाद एक माधुरी की शानदार फिल्में आती गईं और वे बाॅलीवुड की उस दौर की सबसे चर्चित अभिनेत्रियों में से एक बन गईं। उन्होंने चार बार बैस्ट एक्ट्रैस का फिल्म फेयर अवार्ड भी जीता।

' हम आपके हैं कौन' से देश में बदल गया शादियों का मिजाज़

माधुरी की अनेक फिल्में ब्लाॅक बस्टर रहीं लेकिन फिल्म 'हम आपके हैं कौन' का मुकाम कुछ अलग ही है। इस फिल्म ने तो देश में शादियों का मिजाज़ ही बदल दिया। इससे पहले भी हमारे यहां शादियाँ कई दिनों का उत्सव हुआ करती थीं लेकिन अब उसमें ग्लैमर का तड़का भी लग गया। इस फिल्म के साथ अब हर रस्म यादगार बनने लगी और हर नेग खास... हां तो इस फिल्म में माधुरी ने निशा का यादगार किरदार निभाया था। यही नहीं इस फिल्म के लिए उन्होंने परिपाटी से उलट काम किया था। फिल्म के लिए माधुरी दीक्षित ने हीरो 'सलमान खान' से ज्यादा फीस ली थी जो कि करीबन 3 करोड़ रुपये थी। फिल्म ने देश में ही नहीं, विदेश में भी सफलता के झंडे गाड़े थे। इस फिल्म की लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाइए कि महान चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन साहब ने यह फिल्म 67 बार देखी और माधुरी के इतने बड़े फैन बन गए कि खुद उनके लिए फिल्म 'गजगामिनी' बना डाली।

प्रेम कहानियां रहीं अधूरी, टाडा से छूटा 'साजन' का साथ

माधुरी दीक्षित और संजय दत्त की जोड़ी पर्दे पर दर्शकों को खूब भा रही थी और निजी ज़िंदगी में भी दोनों बेहद करीब आते जा रहे थे। इनकी प्रेम कहानी के उस दौर का एक मज़ेदार किस्सा आपको सुनाते हैं। हुआ ये कि खलनायक में संजय दत्त मेन लीड थे और माधुरी की जोड़ी जैकी श्राॅफ के साथ थी लेकिन जिस तरीके से संजय और माधुरी के बीच प्रेम पनप रहा था, उसे देख निर्देशक सुभाष घई डर गए। उन्होंने एक कॉन्ट्रैक्ट बनाया और इस पर दोनों से साइन करवा लिया। इस कॉन्ट्रेक्ट में शर्त थी कि जब तक फिल्म रिलीज नहीं हो जाती तब तक दोनों शादी नहीं करेंगे। दरअसल सुभाष घई को अंदाजा था कि फिल्म बड़ी हिट होगी और वे नहीं चाहते थे कि लोगों का ध्यान फिल्म से हटे। सुभाष घई ने तो मजाकिया लहजे में शिकायत तक की थी कि " संजय बोलता था, ये फिल्म बहुत दूर तक जाएगी पर देखता था माधुरी की तरफ।"

बहरहाल माधुरी और संजय की नजदीकियों से माधुरी का परिवार खुश नहीं था। इसके पीछे संजय दत्त की 'बैड बाॅय' वाली इमेज थी। ऊपर से उसके कुछ वक्त बाद संजय दत्त को टाडा के तहत गिरफ्तार कर लिया गया और माधुरी उनसे दूर होती गईं। संजय दत्त के अलावा नामी एक्टर और कई फिल्मों में जोड़ीदार अनिल कपूर और क्रिकेटर अजय जडेजा से भी माधुरी का नाम जुड़ा लेकिन ये प्रेम कहानियां भी सुखद अंत तक नहीं पहुंचीं।

दिल के डॉक्टर को दिया दिल, रचाई शादी

माधुरी दीक्षित ने फिल्म इंडस्ट्री से बाहर के शख्स डाॅक्टर श्रीराम माधव नेने से शादी रचाई जो पेशे से कार्डियोवैस्कुलर और थोरेसिक सर्जन हैं। दोनों की मुलाकात उनके एक कॉमन फ्रेंड के माध्यम से हुई थी। चंद मुलाकातों के बाद दोनों के बीच प्यार पनपा और आखिर 3 महीने बाद ही 17 अक्टूबर 1999 को अमेरिका में दोनों ने शादी कर ली। माधुरी वहीं सैटल हो गईं। माधुरी और डाॅ नेने के दो बेटे हैं।

कुछ सालों तक विदेश में रहने के बाद माधुरी अपने परिवार के साथ मुंबई वापस लौट आईं। उन्होंने वापसी के बाद “आ जा नच ले” "डेढ़ इश्किया” और “गुलाब गैंग” जैसी फिल्मों में काम किया। माधुरी का नृत्य से लगाव जगजाहिर है। उन्होंने ऑनलाइन डांस की शिक्षा भी दी। वे जज के तौर पर भी कई डांस बेस्ड रियलिटी शोज से जुड़ी हुई हैं और लगातार सक्रिय हैं। मन'मोहिनी माधुरी को npg.news की ओर से जन्मदिन मुबारक।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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