IPS Dipanshu Kabra Biography in Hindi: आईपीएस दीपांशु काबरा का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस दीपांशु काबरा?
IPS Dipanshu Kabra Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: दीपांशु काबरा छत्तीसगढ़ कैडर के 1997 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः महाराष्ट्र के रहने वाले है। इंजीनियरिंग करने के बाद फर्स्ट अटेम्प्ट में यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने हैं।
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एनपीजी। दीपांशु काबरा छत्तीसगढ़ कैडर के 1997 बैच के आईपीएस है। उनका पूरा नाम दीपांशु विजय काबरा है। वे मूलतः महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले है। इंजीनियरिंग करने के बाद पहले ही प्रयास में 85 वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने है। वर्तमान में एडीजी रैंक के अफसर हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में...
जन्म और शिक्षा:–
आईपीएस दीपांशु विजय काबरा छत्तीसगढ़ कैडर के 1997 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले है। उनका जन्म 7 फरवरी 1974 को हुआ। उनकी स्कूल से लेकर कॉलेज तक की शिक्षा नागपुर से ही हुई है। नागपुर के माउंट कार्मेल स्कूल से उन्होंने चौथीं तक पढ़ाई की है। इसके बाद सरस्वती स्कूल से पांचवी से बारहवीं तक की पढ़ाई की है। 12वीं उन्होंने गणित समूह के साथ उत्तीर्ण की। 12वीं के बाद दीपांशु काबरा ने नागपुर के लक्ष्मी नारायण इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से केमिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री ली।
दीपांशु काबरा के दीपांशु सहित कुल चार भाई–बहन हैं। दीपांशु से बड़े भाई एमबीए कर जॉब कर रहे हैं। दीपांशु से छोटी बहन डॉक्टर है। सबसे छोटी बहन फिजियोथैरेपिस्ट है। सभी भाई बहनों के पढ़ाई लिखाई कर अपने पैरों में खड़े होने में उनकी माता की विशेष भूमिका है। कम पढ़ी-लिखी होने के बाद भी दीपांशु की माता ने सभी भाई बहनों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया और उन्हें उच्च शिक्षा ले अच्छा मुकाम प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया।
यूपीएससी में सलेक्शन:–
स्कूल के शिक्षकों की प्रेरणा व माता-पिता के सपोर्ट से दीपांशु काबरा की शुरू से ही सिविल सर्विसेस में जाने की तमन्ना थी। इंजीनियरिंग के बाद में यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली गए थे। वे और उनके पांच दोस्तों का ग्रुप यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। सभी ने प्री एग्जाम भी निकाला पर मेंस निकाल कर साक्षात्कार तक केवल दीपांशु ही पहुंच पाए। वैकल्पिक विषय में दीपांशु ने लोक प्रशासन व भूगोल विषय चुने थे। अपने प्रथम प्रयास में ही 85 वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बनने में सफल हुए।
प्रोफेशनल कैरियर:–
दीपांशु काबरा ने 25 अगस्त 1997 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। उन्हें मध्यप्रदेश कैडर एलॉट हुआ। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद दीपांशु ने छत्तीसगढ़ कैडर चुन लिया। वे छत्तीसगढ़ के प्रथम राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय के एडीसी अर्थात परिसहाय रहें। दीपांशु काबरा महासमुंद के एसपी रहे हैं। राजधानी रायपुर के एसएसपी रहें है। बिलासपुर रेंज के दो बार आईजी रहें है। दुर्ग आईजी रहें है।
दीपांशु काबरा जनसंपर्क आयुक्त के अलावा छत्तीसगढ़ संवाद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रहें है। प्रदेश के वे पहले आईपीएस है जिनको यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अपर परिवहन आयुक्त भी रहे हैं। इसके अलावा परिवहन आयुक्त भी रहे हैं। दीपांशु जनता से संवाद स्थापित कर जनता की समस्याएं दूर करने के लिए जाने जाते हैं।
दीपांशु काबरा को उत्कृष्ट पुलिसिंग के लिए गुड गवर्नेंस अवार्ड से भी ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने सम्मानित किया है। काबरा ने कोविड के दौरान बिलासपुर रेंज आईजी रहते जरूरतमंदों तक सामग्री पहुंचाने के लिए हेल्प चेन की शुरुआत की। काबरा की सूझबूझ और कम्युनिटी पुलिसिंग ने लोगों को भोजन, मदद, दवाइयाँ जैसी जरूरी चीजें लोगों तक त्वरित पहुंचाने का काम किया। काबरा ने ट्विटर जैसे सोशल मीडिया माध्यमों के जरिये भी लोगो से जुड़ने का काम कर महामारी के दौरान ट्विटर के बेस्ट उपयोग किया। वर्तमान में दीपांशु काबरा एडीजी स्तर के अफसर है।