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Amar Singh Chamkila Teaser: जानें कौन है अमर सिंह चमकीला?...जिनकी दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर मार डाला, अब फिल्म का धमाकेदार टीजर हुआ रिलीज...

Amar Singh Chamkila Teaser: जानें कौन है अमर सिंह चमकीला?...जिनकी दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर मार डाला, अब फिल्म का धमाकेदार टीजर हुआ रिलीज...
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By Gopal Rao

Amar Singh Chamkila Teaser: मुंबई I इंडियन सिंगर और पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के म्यूजिशियन अमर सिंह चमकीला अपने जमाने में एक बहुत बड़ा नाम थे। वे पंजाब के हाईएस्ट रिकॉर्ड सेलिंग आर्टिस्ट थे। लेकिन 8 मार्च 1988 को उनकी हत्या कर दी गई। अब वहीं फिल्म चमकीला का टीजर रिलीज हो गया है। इसमें दिलजीत दोसांझ, अमर सिंह चमकीला के रोल में हैं। फिल्म में परिणीति चोपड़ा भी हैं। जानिए, कौन थे अमर सिंह चमकीला...

कौन हैं अमर सिंह चमकीला?.... 1980 के दशक में पंजाब के ओरिजिनल रॉकस्टार कहे जाने वाले सिंगर अमर सिंह चमकीला ने सिर्फ 20 साल की उम्र में अपने गानों से शानदार लोकप्रियता हासिल की थी। अमर सिंह चमकीला को पंजाब के अब तक के सबसे अच्छे लाइव स्टेज परफॉर्मर्स में से एक माना जाता है। वे गांव के दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उन्हें आमतौर पर अब तक के सबसे महान और प्रभावशाली पंजाबी कलाकारों में से एक माना जाता है। उनका म्यूजिक पंजाबी गांव के जीवन से काफी प्रभावित था, जिसमें वे बड़े हुए थे। उन्होंने एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर, उम्र बढ़ने, शराब पीने, नशीली दवाओं के उपयोग और पंजाबी पुरुषों के गर्म मिजाज के बारे में गाने लिखे। उनका नाम विवादों से भी खूब जुड़ा। उनकी सबसे फेमस हिट में 'पहले ललकारे नाल' और भक्ति गीत 'बाबा तेरा ननकाना' और 'तलवार मैं कलगीधर दी' शामिल हैं। उन्होंने पॉप्युलर 'जट दी दुश्मनी' लिखा, जिसे कई पंजाबी कलाकारों ने रिकॉर्ड किया है। वे अपने पहले रिकॉर्ड किए गए गाने 'ताकुए ते तकुआ' के बाद फेमस हुए थे। नीचे देखिए धमाकेदार टीजर का वीडियो...

कैसे हुआ अमर सिंह चमकीला का हत्या?.... अमर सिंह चमकीला के फैंस 8 मार्च 1988 का दिन कभी नहीं भूल सकते जब 27 साल के अमर अपनी पत्नी अमरजोत के साथ मेहसमपुर, पंजाब में परफॉर्मेंस के लिए आ रहे थे। तभी तकरीबन 2 बजे अपनी गाड़ी से रवाना हुए थे, लेकिन कार से बाहर निकलते ही दोनों को गोलियों से छलनी कर दिया गया। बाइक सवार एक गिरोह ने कई राउंड फायरिंग की थी। इस घटना में अन्य लोग भी घायल हुए थे। इस केस में कभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई और मामला भी कभी सॉल्व नहीं हुआ। कहा जाता है कि इस घटना को सिख मिलिटेंट्स ने अंजाम दिया था।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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