NPG डेस्क I सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर राज्य की शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए। इस दौरान एक अभ्यर्थी को ऐसा एडमिट कार्ड जारी किया गया, जिस पर उसकी तस्वीर की जगह बॉलिवुड एक्ट्रेस सनी लियोन की तस्वीर छपी थी। इतना ही नहीं यह फोटो एडल्ट थी। छात्रा के इस प्रवेश पत्र की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई। शिक्षा विभाग के विशेष अधिकारी की तरफ से इस मामले में स्पष्टीकरण जारी किया गया और जांच के आदेश दिए गए।
कर्नाटक कांग्रेस के सोशल मीडिया चेयरपर्सन बीआर नायडू ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कथित एडमिट कार्ड का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के शिक्षा विभाग ने उम्मीदवार की फोटो के बजाय हॉल टिकट पर पूर्व एडल्ट स्टार की तस्वीर छाप दी। नायडू ने कन्नड़ में ट्वीट करते हुए लिखा, "शिक्षक भर्ती हॉल टिकट में, उम्मीदवार की फोटो के बजाय, शिक्षा विभाग ने ब्लू फिल्म अभिनेत्री सनी लियोन की फोटो छापी थी। हम उस पार्टी से और उम्मीद ही क्या कर सकते हैं जो विधानसभा के अंदर ब्लू फिल्में देखती है।" नायडू के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश के कार्यालय ने एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया, "उम्मीदवार को एक फोटो अपलोड करना होता है। इसके बाद सिस्टम उसी फोटो को लेता है जिसे वे अपलोड करते हैं। जब हमने उम्मीदवार से पूछा कि क्या उसने अपने एडमिट कार्ड पर सनी लियोन की फोटो लगाई है, तो उसने कहा कि उसके पति के दोस्त ने उसकी जानकारी अपलोड की थी।"
ಶಿಕ್ಷಕರ ನೇಮಕಾತಿಯ ಪ್ರವೇಶಾತಿ ಪತ್ರದಲ್ಲಿ ಅಭ್ಯರ್ಥಿಯ ಬದಲು ನೀಲಿಚಿತ್ರ ತಾರೆಯ ಫೋಟೋ ಪ್ರಕಟಿಸಲಾಗಿದೆ.
— B.R.Naidu ಬಿ.ಆರ್.ನಾಯ್ಡು Vasanthnagar (@brnaidu1978) November 8, 2022
ಸದನದಲ್ಲಿ ನೀಲಿಚಿತ್ರ ವೀಕ್ಷಿಸುವ ಪಕ್ಷದವರಿಂದ ಇನ್ನೇನು ತಾನೇ ನಿರೀಕ್ಷಿಸಲು ಸಾಧ್ಯ?@BCNagesh_bjp ಅವರೇ, ನೀಲಿಚಿತ್ರ ತಾರೆ ನೋಡುವ ಹಂಬಲವಿದ್ದರೆ ಒಂದು ಫೋಟೋ ನೇತಾಕಿಕೊಳ್ಳಿ, ಅದಕ್ಕೆ ಶಿಕ್ಷಣ ಇಲಾಖೆಯನ್ನು ಉಪಯೋಗಿಸಬೇಡಿ! pic.twitter.com/Czb7W0d1xJ
घटना की जानकारी रखने वाले शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उम्मीदवार ने अपना आवेदन, दस्तावेज और फोटो अपलोड करने के लिए किसी अन्य व्यक्ति से मदद मांगी थी। शिक्षा मंत्री के बयान के मुताबिक उम्मीदवार का फॉर्म उसके पति के एक दोस्त ने भरा था। उम्मीदवार चिकमगलूर जिले की रहने वाली बताई जी रही है। उसने शिवमोग्गा में शिक्षक पद के लिए आवेदन किया था। परीक्षा 6 नवंबर को आयोजित की गई थी। कर्नाटक में 781 केंद्रों पर आयोजित परीक्षा में कुल 3,32,913 उम्मीदवार शामिल हुए थे। सार्वजनिक निर्देश विभाग ने घटना पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि "गलती न तो सरकार की ओर से और न ही शिक्षा विभाग की ओर से हुई है"। हालांकि कर्नाटक शिक्षा विभाग ने कहा कि वह मामले की जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज करेगा।