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अभिषेक बच्चन का 'आई वॉन्ट टू टॉक' में कमबैक, फिल्म में वजन बढ़ाकर निभाया पिता का रोल

अभिषेक बच्चन ने अपनी नई फिल्म आई वॉन्ट टू टॉक में एक पिता का किरदार निभाया है, जिसके लिए उन्होंने अपना वजन बढ़ाया है। फिल्म में उनके इस नए अवतार की सराहना हो रही है। उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में अपने अनुभव और चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की है।

अभिषेक बच्चन का आई वॉन्ट टू टॉक में कमबैक, फिल्म में वजन बढ़ाकर निभाया पिता का रोल
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By janya

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अभिषेक बच्चन ने हाल ही में अपनी फिल्म आई वॉन्ट टू टॉक के साथ एक बेहतरीन कमबैक किया है। फिल्म 22 नवंबर को रिलीज हुई, जिसमें उन्होंने एक पिता का रोल निभाया है। खास बात यह है कि उन्होंने इस भूमिका के लिए अपना वजन बढ़ाया, और यह कोई प्रोस्थेटिक या फेक बदलाव नहीं था, बल्कि असली वजन था। फिल्म में उनका थुलथुला पेट और डबल चिन दर्शकों का ध्यान खींच रहे हैं। इस किरदार को लेकर उनकी जमकर तारीफ हो रही है और अभिषेक ने इस रोल को लेकर अपनी पूरी मेहनत को बताया।

अभिषेक ने 'ईटाइम्स' से खास बातचीत में कहा, "एक एक्टर का पुनर्जन्म बहुत बड़ी तारीफ है। सभी एक्टर्स को कोशिश करनी चाहिए कि वे खुद को हर फिल्म में नए तरीके से पेश करें। आपको यह कोशिश करनी चाहिए कि आप पुराने किरदारों को दोहराएं नहीं, बल्कि नए तरीके से काम करें। हर फिल्म में खुद को फिर से तलाशना चाहिए।" उनका मानना है कि एक्टिंग की दुनिया में हर अभिनेता को अपनी कला को बार-बार चुनौती देनी चाहिए और खुद को नये किरदारों में ढालने का प्रयास करना चाहिए।

फिल्म में अभिषेक के अभिनय की तुलना कई दर्शकों ने दिवंगत अभिनेता इरफान खान से की। इस पर अभिषेक ने कहा, "यह मेरी मेहनत का हिस्सा नहीं है। लोग जो महसूस करते हैं, वह उनका नजरिया है। मुझे लगता है कि जब आप स्क्रीन पर अपना दिल खोलकर पेश करते हैं, तो दर्शक उसी से जुड़ते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि एक्टर को जब निर्देशकों से निर्देश मिलते हैं, तो उनका पूरा ध्यान अपने काम पर होना चाहिए, और यही कारण है कि वे अपने किरदारों को पूरी तरह से समर्पित रहते हैं।

अभिषेक ने अपने अभिनय के सफर के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि 14-15 साल की उम्र में जब उन्होंने ड्रामा स्कूल में दाखिला लिया था, तो उन्हें अभिनय की असलियत समझ में आई। "एक्टिंग ग्रुप्स में हमारी पहली प्रैक्टिस भरोसे का अभ्यास करना होती है। एक अभिनेता का दिल वाकई नाजुक होता है, और जब वह निर्देशक को अपनी भावनाओं के साथ अपने किरदार को सौंपता है, तो उस पर पूरी तरह से भरोसा रखना जरूरी होता है।"

अभिषेक का कहना है कि वह हमेशा नए तरीके से काम करने की कोशिश करते हैं और किसी भी रोल को निभाने में खुद को नए तरीके से साबित करने की पूरी कोशिश करते हैं। उनका मानना है कि एक्टर को अपने किरदारों में पूरी तरह से डूब जाना चाहिए और डायरेक्टर के दृष्टिकोण के हिसाब से काम करना चाहिए।

अभिषेक की यह नई फिल्म और उनका नया अवतार उनके फैंस के लिए एक सरप्राइज है। उनकी मेहनत और dedication को देखकर यह कहा जा सकता है कि उनका फिल्मी करियर अब एक नए मोड़ पर है। उनकी यह फिल्म दर्शकों को अपने पुराने और नए अवतार का बेहतरीन मिश्रण दिखाती है, जो कि निश्चित रूप से उनके करियर में एक अहम कदम साबित होगी।

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