Begin typing your search above and press return to search.

शर्मनाक :..डॉक्‍टर ने अकेले आधी रात कब्र खोदकर साथी डाक्टर का शव दफनाया….. शव ले जा रहे एंबुलेंस पर हुआ था हमला….घंटों पर टूटे एंबुलेंस में पड़ा रहा शव… साथी डाक्टर गिड़गिड़ाते रहे पर भीड़ नहीं मानी

शर्मनाक :..डॉक्‍टर ने अकेले आधी रात कब्र खोदकर साथी डाक्टर का शव दफनाया….. शव ले जा रहे एंबुलेंस पर हुआ था हमला….घंटों पर टूटे एंबुलेंस में पड़ा रहा शव… साथी डाक्टर गिड़गिड़ाते रहे पर भीड़ नहीं मानी
X
By NPG News

चेन्नई 22 अप्रैल 2020। तमिलनाडु में एक अस्थि रोग विशेषज्ञ को आधी रात में फावड़ा उठाना पड़ गया क्योंकि उसे कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले अपने न्यूरोसर्जन डाक्टर मित्र को दफनाना था। भीड़ ने कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के मद्देनजर उनकी एंबुलेंस पर हमला कर दिया था. डॉक्‍टर साइमन हरक्यूलिस की रविवार को मृत्यु हो गई. वे अपने मरीजों के कारण कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. जब उन्हें एक कब्रिस्तान में ले जाया जा रहा था जब भीड़ ने कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण की आशंका के चलते एंबुलेंस पर हमला कर दिया. पुलिस की मौजूदगी के बावजूद भीड़ ने ईंटें, पत्थर, बोतलें और लाठियां बरसाईं जिससे एम्बुलेंस चालक और निगम के कुछ स्वास्थ्य अधिकारी घायल हो गए. उन्होंने दो कब्रिस्तानों पर दफनाने से रोका.

जिस एंबुलेंस में 55 वर्षीय न्यूरोसर्जन के शव को श्मशान में लाया गया था, उसकी विंडस्‍क्रीन को डंडों आदि से चकनाचूर कर दिया गया.को पीटा गया था. घटना को याद करते हुए आर्थोपेडिक और आर्थोस्कोपी सर्जन डॉ. के प्रदीप कुमार ने बताया, “दो एम्बुलेंस चालक जो पार्थिव शरीर को एंबुलें से जमीन पर रख रहे थे, हमले में घायल हो गए. दो सेनिटाइजेशन ऑफिसर को भी काफी चोट आई. इसके अलावा तीन अन्‍य लोगों पर भी हमला किया गया.” डॉक्‍टर कुमार के अनुसार, तब उन्‍होंने दो वार्ड बॉय और एम्बुलेंस को लेकर खुद कब्रिस्‍तान ले जाने का फैसला किया. उन्‍होंने बताया, “वार्ड ब्‍वॉय और मैंने जल्दी से शव को गड्ढे में उतारा क्योंकि हमें डर था कि हिंसा दोहराई जा सकती है.यहां तक ​​कि पुलिसकर्मी हमारे पास आने से डर रहे थे.

उन्‍होंने बताया कि हमारे पास केवल एक फावड़ा था जो मैंने दो बॉर्ड ब्‍बॉय में से एक को दो दिया. हम दो लोगों ने हाथों से शव को दफनाने के लिए करीब आठ से 10 फीट का गड्ढा खोदा. उन्‍होंने बताया कि इस पूरे काम में एक घंटे से अधिक समय लगा और तब तक रात (सोमवार) के ड़ेढ़ बज चुके थे. चेन्नई पुलिस ने इस मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया है और दंगा करने तथा अन्‍य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है. मद्रास हाईकोर्ट ने भी इस मामले में स्‍वत: संज्ञान लेते हुए तमिलनाडु सरकार को नोटिस जारी किया है.

Next Story