नई दिल्ली, 13 अप्रैल 2022। दिल्ली में आम आदमी पार्टी वर्ल्ड क्लास स्कूल होने का दावा करती है, लेकिन हकीकत कुछ और बयां करती है। अधिकांश स्कूल की बिल्डिंग जर्जर और टूटी हुई है, जहां बच्चे अपनी जान को खतरे में डालकर पढ़ने के लिए मजबूर हैं।
स्कूल की दीवारें इस तरह उखड़ गई हैं।
दरार से हादसे का डर बना रहता है।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार लगातार विज्ञापनों में वर्ल्ड क्लास स्कूल होने का दावा करती रही है। विज्ञापनों में कई ऐसे स्कूलों की तस्वीरें प्रकाशित कराई गई हैं, जिनके माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि दिल्ली में सबसे अच्छे स्कूल हंक जबकि तस्वीर इसके बिल्कुल उलट है। कई स्कूलों में दरारें हैं। छत टूटने की कगार पर है। बच्चों को बैठने की जगह नहीं है। अधिकांश स्कूलों में स्टाफ की भारी किल्लत है। दिल्ली के कुल एक हजार सत्ताईस स्कूलों में सिर्फ 203 स्कूलों में हेडमास्टर या प्रिंसिपल हैं।