Vice Chancellor Prof. Alok Chakrawal nominated Court and Council member of IISc Bangalore: कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल आईआईएससी बैंगलोर के कोर्ट व काउंसिल सदस्य नामित, समूचे देश के शिक्षण संस्थानों का करेंगे प्रतिनिधित्व
छत्तीसगढ़ के एकमात्र केन्द्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को संपूर्ण स्वरूप में लागू करने के लिए कुलपति प्रो. चक्रवाल के सक्षम नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन में निरंतर सक्रिय एवं सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं।
Vice Chancellor Prof. Alok Chakrawal nominated Court and Council member of IISc Bangalore: बिलासपुर। गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल विज्ञान के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थान भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बैंगलोर के कोर्ट व काउंसिल सदस्य के रूप में नामित किया गया। भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने पश्चिम क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में प्रो चक्रवाल को नामित किया है, जो आईआईएससी बैंगलोर में समूचे देश के कुलपतियों एवं निदेशकों का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के लगभग साढ़े आठ सौ से ज्यादा सदस्यों के मध्य आयोजित चुनावों में प्रो. चक्रवाल का चयन किया गया है। 24 जुलाई 2021 में गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति का पदभार ग्रहण करने के पूर्व वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन के अध्यापन से तीन दशक से भी ज्यादा का तालुल्क रखने वाले प्रोफेसर चक्रवाल ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एलुमनी हैं। दुनिया के कई देशों के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रबंध के सिद्धातों को जीवन के सजीव उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुति के लिए वे ख्यातिलब्ध हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के एकमात्र केन्द्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को संपूर्ण स्वरूप में लागू करने के लिए कुलपति प्रो. चक्रवाल के सक्षम नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन में निरंतर सक्रिय एवं सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को संपूर्ण स्वरूप में लागू करने में पीएचडी विनियमों में किये गये बदलाव एक अहम पहल है। जिसके अंतर्गत विद्यार्थी अंतरविषयक शोध कर सकेंगे। 13 फरवरी, 2023 को भारतीय विश्वविद्यालय संघ की महासचिव डॉ. पंकज मित्तल की ओर से जारी पत्र में प्रो. चक्रवाल को प्रतिनिधि बनाये जाने की सूचना जारी की गई है। उल्लेखनीय है कि संघ के प्रतिनिधित्व को चार क्षेत्रों उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में विभक्त किया गया है। प्रत्येक क्षेत्र से एक प्रतिनिधि का चुनाव किया जाता है। प्रो. चक्रवाल को पश्चिम क्षेत्र के लिए चुना गया। इनका कार्यकाल 2022-25 तक अगले तीन वर्षों के लिए होगा।