UPSC ESE 2025 Final Result: बहराइच के मोहम्मद शाकिब बने ऑल इंडिया टॉपर, पढ़ें कौन हैं मोहम्मद शाकिब?
UPSC ने ESE 2025 का फाइनल रिजल्ट जारी किया। सिविल इंजीनियरिंग में बहराइच के मोहम्मद शाकिब ने AIR-1 हासिल किया, 458 उम्मीदवार चयनित।

UPSC ESE 2025 Final Result: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने गुरुवार को भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (ESE) 2025 के अंतिम नतीजे घोषित कर दिए हैं जिसमें उत्तर प्रदेश के बहराइच के मोहम्मद शाकिब ने सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रीम में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल कर देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। इससे पहले शाकिब इसी परीक्षा में 15वीं रैंक हासिल कर चुके थे और वर्तमान में डिफेंस सेवा के लिए ट्रेनिंग ले रहे थे लेकिन रेलवे सेवा में जाने की इच्छा के चलते उन्होंने 2025 में दोबारा परीक्षा दी और तीसरे प्रयास में टॉप कर इतिहास रच दिया।
458 उम्मीदवारों की सिफारिश, सिविल इंजीनियरिंग सबसे आगे
UPSC ने केंद्र सरकार के अधीन विभिन्न इंजीनियरिंग सेवाओं में नियुक्ति के लिए कुल 458 उम्मीदवारों की सिफारिश की है। आयोग के मुताबिक यह परिणाम अगस्त 2025 में आयोजित लिखित परीक्षा और अक्टूबर-नवंबर में हुए पर्सनैलिटी टेस्ट के आधार पर घोषित किया गया है। चयनित उम्मीदवारों में सिविल इंजीनियरिंग से 202, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं दूरसंचार से 116, इलेक्ट्रिकल से 79 और मैकेनिकल इंजीनियरिंग से 61 अभ्यर्थी शामिल हैं। कुल चयनित उम्मीदवारों में 26 बेंचमार्क विकलांग श्रेणी से हैं, जबकि 102 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अस्थायी रखी गई है, जो दस्तावेज सत्यापन के अधीन है।
अन्य ब्रांच के टॉपर भी घोषित
अन्य इंजीनियरिंग स्ट्रीम की बात करें तो मैकेनिकल इंजीनियरिंग में निमेश चंद्रा, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में राजन कुमार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं दूरसंचार इंजीनियरिंग में उत्कर्ष पाठक ने ऑल इंडिया टॉप किया है। इन नतीजों के साथ ही ESE 2025 में देशभर के हजारों अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म हो गया है।
554 रिक्तियों के लिए हुई थी परीक्षा
सरकार ने इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा 2025 के माध्यम से कुल 554 पदों को भरने की घोषणा की थी, जिनमें 251 सिविल, 134 इलेक्ट्रॉनिक्स एवं दूरसंचार, 97 इलेक्ट्रिकल और 72 मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पद शामिल थे। आयोग के अनुसार, सभी चयन सिफारिशें सेवा नियमों और पात्रता शर्तों के अधीन होंगी।
कौन हैं मोहम्मद शाकिब
IES टॉपर मोहम्मद शाकिब बहराइच के सालारगंज मोहल्ले के रहने वाले हैं और अपने माता-पिता व भाई-बहनों के साथ रहते हैं। उन्होंने इंटरमीडिएट की पढ़ाई सेवेंथ डे पब्लिक स्कूल से की थी। शाकिब के पिता शकील अहमद मेकरानी, जो पेशे से राइस और दाल मिलर हैं, बताते हैं कि शुरुआती दौर में शाकिब पढ़ाई में कमजोर था, लेकिन लगातार प्रोत्साहन और मेहनत ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया। महज एक साल की कोचिंग के बाद शाकिब ने IIT क्वालिफाई किया और IIT पटना से बीटेक करने के बाद IES की तैयारी शुरू की। दूसरे प्रयास में उन्हें 15वीं रैंक मिली और तीसरे प्रयास में उन्होंने देश में पहला स्थान हासिल किया।
परिवार में जश्न का माहौल
शाकिब की सफलता के बाद बहराइच स्थित उनके घर में जश्न का माहौल है। परिवार के लोग और परिचित मिठाइयां बांट रहे हैं। उनके पिता बताते हैं कि एक बेटा डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट से MBBS कर रहा है और बेटी लखनऊ में BUMS की पढ़ाई कर रही है। शाकिब की यह सफलता छोटे शहरों के छात्रों के लिए बड़ी प्रेरणा मानी जा रही है।
