Teacher News: शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार: DPI ने JD व DEO को लिखा पत्र, प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक गुणवत्ता सुधार की शुरू हुई कवायद, देखें डीपीआई का पत्र
Teacher News: डीपीआई ने प्रदेशभर के जेडी व डीईओ को पत्र लिखकर शिक्षा गुणवत्ता की दिशा में जरूरी सुधार का निर्देश दिया है। डीपीआई ने इसके लिए स्कूल शिक्षाविभाग द्वारा पूर्व में जारी निर्देश व गाइड लाइन का पालन करने का निर्देश दिया है।

रायपुर। डीपीआई ने प्रदेशभर के जेडी व डीईओ को पत्र लिखकर शिक्षा गुणवत्ता की दिशा में जरूरी सुधार का निर्देश दिया है। डीपीआई ने इसके लिए स्कूल शिक्षाविभाग द्वारा पूर्व में जारी निर्देश व गाइड लाइन का पालन करने का निर्देश दिया है।
डीपीआई ने प्रदेशभर के संयुक्त संचालक, शिक्षा संभाग व जिला शिक्षा अधिकारी को लिखे पत्र में शैक्षिक गुणवत्ता एवं मूल्यांकन प्रणाली में सुधार की दृष्टि से विभिन्न परीक्षाओं में अधिभार देने का निर्देश दिया है। पत्र में बताया है कि राज्य शासन ने प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की दृष्टि से मूल्यांकन प्रणाली में आंशिक परिवर्तन किया है।
अतः परीक्षा प्रणाली में किए गए आंशिक परिवर्तन अनुसार परीक्षा की कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। परिवर्तित परीक्षा प्रणाली से समस्त शैक्षणिक संस्थाओं को तथा विद्यार्थियों को अवगत कराना सुनिश्चित करें। प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की दृष्टि से मूल्यांकन प्रणाली में आंशिक परिवर्तन किया गया है।
बदलाव के बाद अब ऐसे होगा लागू
कक्षा पहली, दूसरी, तीसरी, चौंथी, छटवीं एवं सातवीं की वार्षिक परीक्षा में त्रैमासिक परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत, छःमाही परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जायेगा (अर्थात् त्रैमासिक का 20 प्रतिशत, छः माही का 20 प्रतिशत एवं वार्षिक का 60 प्रतिशत मिलाकर परीक्षाफल तैयार किये जायेंगे)।
कक्षा 5वीं एवं 8वीं में वार्षिक परीक्षा में छःमाही परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 30 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जायेगा (अर्थात् छः माही का 30 प्रतिशत एवं वार्षिक का 70 प्रतिशत मिलाकर परीक्षाफल तैयार किये जायेंगे किये जायेंगायेगा
कक्षा 9वीं एवं 11 वीं के लिए भी छःमाही परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 30 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जायेगा (अर्थात् छः माही का 30 प्रतिशत एवं वार्षिक का 70 प्रतिशत मिलाकर परीक्षाफल तैयार किये जायेंगे)। उपरोक्तानुसार मूल्यांकन प्रणाली में आंशिक परिवर्तन किए जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया जाता है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी पत्र में विन्दु क्रमांक- 1 एवं 2 के संबंध में आवश्यक कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। विन्दु क्रमांक-3 के संबंध में निर्णय हेतु छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर को पृथक से शासन द्वारा प्रेषित करने की जानकारी दी है।
