CG में शिक्षक नेता गिरफ्तार: 20 लाख की धोखाधड़ी के मामले में शिक्षक नेता के खिलाफ पुलिस ने की कार्रवाई
बिलासपुर। सेवानिवृत्त सहकारिता निरीक्षक को जमीन दिलाने का झांसा देकर 20 लाख स्र्पये की धोखाधड़ी करने वाले शिक्षक नेता को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस ने एक आरोपित को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। फिर शिक्षक नेता को भी गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
सरकंडा क्षेत्र के बैमा में रहने वाले साधेलाल पटेल शिक्षक है। वो छतीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के बिल्हा ब्लाक का अध्यक्ष भी है। उसने अपने साथी के साथ मिलकर सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले सेवानिवृत्त सहकारिता निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद वर्मा को 13 एकड़ जमीन दिलाने का झांसा देकर 20 लाख स्र्पये ले लिए थे। पीड़ित ने बताया कि वे रिटायर होने के बाद रिटायरमेंट के पैसो से खेती के लिए जमीन तलाश रहे थे। इसी बीच उनकी पहचान राकेश सिन्हा निवासी पूजा पार्क सरकंडा से हुई। उसने कोनी क्षेत्र के रमतला में 10 किसानों की जमीन को दिखाकर बेचने का सौदा कर लिया। इसके साथ ही अपने पार्टनर के रूप में उसने शिक्षक साधेलाल पटेल से मिलवाया। साधेलाल पटेल के साथ मिलकर एडवांस के रूप में 20 लाख स्र्पये ले लिए। बाद में उन्होंने इकरारनामा रद होने की जानकारी देकर उनके स्र्पये लौटाने की बात कही। राकेश और साधेलाल ने उन्हें तीन चेक दिए। बैंक खाते में स्र्पये नहीं होने के कारण चेक बाउंस हो गए। इस पर पीड़ित ने आरोपित राकेश और साधेलाल को इसकी जानकारी देकर अपने स्र्पये लौटाने कहा। दोनों स्र्पये लौटाने टालमटोल कर रहे थे। इसी बीच पता चला कि आरोपित ने जमीन को किसी दूसरे के पास बेचने के लिए सौदा कर लिया है।
पीड़ित ने मामले की शिकायत एसएसपी पारुल माथुर से मिल कर की। इस पर एसएसपी के निर्देश पर सिविल लाइन थाने इस धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपित राकेश सिन्हा को पकड़ लिया। इसकी जानकारी होते ही शिक्षक साधेलाल फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। बुधवार की सुबह पुलिस को पता चला कि आरोपित अपने घर आया है। इस पर जवानों ने आरोपित को उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित शिक्षक को न्यायिक रिमांड हेतु अदालत में पेश किया गया जहां से अदालत ने शिक्षक साधेलाल को जमानत पर रिहा कर दिया।