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PM Shri School: आत्‍मानंद स्‍कूलों को पीएमश्री बनाए जाने पर बड़ी अपडेट: जाने छत्‍तीसगढ़ के कितने स्‍कूल होंगे शामिल, क्‍या बदल जाएगा स्‍कूलों का नाम, क्‍या है टीचरों का भविष्‍य

PM Shri School: छत्‍तीसगढ़ के स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूलों को केंद्र सरकार की पीएमश्री योजना में शामिल करने की खबरों के बीच स्‍कूलों का नाम बदलने को लेकर सियासत तेज हो गई है। प्रदेश के कितने स्‍कूल पीएमश्री योजना में शामिल होंगे, इससे स्‍कूलों में क्‍या बदलाव आएगा और क्‍या वास्‍तव में नाम बदला जाएगा। इन सभी सवालों का जवाब पाने के लिए पढ़ें एनपीजी की यह रिपोर्ट

PM Shri School: आत्‍मानंद स्‍कूलों को पीएमश्री बनाए जाने पर बड़ी अपडेट: जाने छत्‍तीसगढ़ के कितने स्‍कूल होंगे शामिल, क्‍या बदल जाएगा स्‍कूलों का नाम, क्‍या है टीचरों का भविष्‍य
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By Sanjeet Kumar

PM Shri School: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राज्‍य के सरकारी स्‍कूलों का कायाकल्‍प करने के इरादे से स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूल योजना शुरू की थी। इसके तहत पहले अंग्रेजी माध्‍यम के स्‍कूल खोले गए फिर हिंदी माध्‍यम के स्‍कूलों को भी स्‍वामी आत्‍मानंद योजना के तहत अपग्रेड किए गए। इन स्‍कूलों का काफी क्रेज है। एक दिन पहले जारी 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों में टापर्स की सूची में इन्‍हीं स्‍कूलों के बच्‍चे अधिक हैं। स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूलों में पढ़ें बारहवीं में 7 और 10वीं के 21 बच्चे टॉप 10 की सूची में है। इस बीच प्रदेश की विष्‍णुदेव साय के नेतृत्‍व वाली बीजेपी सरकार ने राज्‍य के सरकारी स्‍कूलों को केंद्र की पीएम श्री स्‍कूल योजना में शामिल करने का फैसला किया है।

केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना में शामिल होने वाले स्‍कूलों में स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूल भी शामिल हैं। ऐसे में इन स्‍कूलों का नाम बदलने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस हमलावर है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक्‍स पर पोस्‍ट किया है कि शासन द्वारा गुपचुप तरीके से प्रदेश के स्वामी आत्मानंद स्कूलों को “पीएम श्री” में बदलने की कवायद चल रही है। छत्तीसगढ़ में जन्मे एक संत और आध्यात्मिक व्यक्ति के नाम को भी ये हटाना चाहते हैं, इससे इनकी नियत ज़ाहिर होती है। सभी जनप्रितिनिधियों से अपील है कि इसका डटकर विरोध करें, छत्तीसगढ़ की पहचान को गुलाम होने से रोकें। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की तरफ से भी इसको लेकर बयान जारी किया जा रहा है। अब इस मामले में सरकार की तरफ से सफाई आई है।

जानिए... स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूलों के नाम बदलने को लेकर क्‍या कहा है सरकार ने

राज्‍य सरकार के आला अफसरों ने कहा कि पीएम श्री योजना में शामिल होने से किसी भी स्‍कूल के नाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। स्‍कूल का नाम नहीं बदला जाएगा, केवल उसके नाम के आगे पीएम श्री जोड़ जाएगा। जैसे पीएम श्री स्‍वामी आत्‍मानंद अंग्रेजी माध्‍यम स्‍कूल। अफसरों के अनुसार स्‍कूल के नाम के आगे पीएम श्री जोड़ने के साथ ही इस योजना का लोगो भी लगाया जाएगा।

जानिए...छत्‍तीसगढ़ के कितने स्‍कूलों को शामिल किया जाएगा पीएम श्री योजना में

अफसरों के अनुसार प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ में पीएमश्री योजना अंतर्गत चयनित 211 शालाओं में 193 एलीमेन्ट्री स्तर की और 18 सेकेंडरी / हायर सेकेंडरी स्तर की शाला शामिल हो सकी। स्वामी आत्मानंद विद्यालयों को इस योजना से पृथक कर दिए जाने से सेकेंडरी / हायर सेकेंडरी स्तर की शालाएं इस योजना के लाभ से वंचित रही। पीएमश्री योजना अंतर्गत चयनित किसी भी शाला का नाम परिवर्तित नहीं होगा, अपितु शाला के नाम के पूर्व में पीएमश्री जोड़ा जाएगा और शाला में पीएमश्री का लोगो लगाया जाएगा।

क्‍या होगा मौजूदा टीचर्स का

चयनित शालाओं में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी पूर्ववत ही रहेंगे, विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया यथावत रहेगी। पढ़ाई का माध्यम एवं पाठ्यक्रम भी पूर्ववत ही रहेगा। सेजस विद्यालयों को इस योजना में शामिल हो जाने से केन्द्र सरकार से अतिरिक्त आर्थिक एवं भौतिक सुविधाएं प्राप्त होगी। इस योजना का लाभ भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड अनुरूप संचालित सभी शासकीय शालाएं जैसे-एकलव्य विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, कस्तुरबा विद्यालय, पोर्टाकेबिन विद्यालय आदि प्राप्त कर सकती है।

जानिए..क्‍या है पीएम श्री स्‍कूल योजना

पीएमश्री (Pradhan Mantri Schools for Rising India) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड में एक एलीमेंन्ट्री स्तर तथा एक सेकेंडरी / हायर सेकेंडरी स्तर की शाला का चयन किए जाने का प्रावधान है। चयनित शाला में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रावधानित विभिन्न घटकों जैसे-भौतिक, अकादमिक, तकनीकी, अधोसंरचना के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विभिन्न संसाधन भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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