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Jawahar navodaya vidyalaya yojana: गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए मील का पत्थर, पढ़ाई और रहना-खाना फ्री, क्वालिटी एजुकेशन के लिए विख्यात, जानें एडमिशन प्रोसेस

जवाहर नवोदय विद्यालय योजना गरीब परिवार के बच्चों की पढ़ाई में मील का पत्थर साबित हुआ है। जवाहर नवोदय स्कूल में बच्चों की पढ़ाई, उनके रहने-खाने और अन्य खर्च सरकार उठाती है। आइए जानते हैं कि कैसे इस स्कूल में एडमिशन होता है और जवाहर नवोदय स्कूल योजना की और क्या खास बातें हैं?

Jawahar navodaya vidyalaya yojana: गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए मील का पत्थर, पढ़ाई और रहना-खाना फ्री, क्वालिटी एजुकेशन के लिए विख्यात, जानें एडमिशन प्रोसेस
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By Pragya Prasad

रायपुर, एनपीजी न्यूज। केंद्र सरकार ने गरीब परिवार के बच्चों की शिक्षा के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय योजना की शुरुआत की थी। जवाहर नवोदय विद्यालय योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति आयोग 1986 के तहत चलाई गई। वर्तमान में देश में कुल 661 नवोदय विद्यालय हैं।

जवाहर नवोदय विद्यालयों का काफी नाम है। इतने सालों में लाखों बच्चे यहां से शिक्षा ग्रहण कर निकल चुके हैं और बड़े-बड़े पदों पर नौकरी कर रहे हैं। यहां की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मुकाबला लाखों रुपए फीस लेने वाले प्राइवेट स्कूल भी नहीं कर पाते।

कक्षा 6, 9 और 11 में मिलता है एडमिशन

देश के टॉप सरकारी स्कूलों में से एक नाम जवाहर नवोदय विद्यालय का भी है। इस स्कूल में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम होता है, जिसमें हर साल लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स हिस्सा लेते हैं। नवोदय विद्यालय समिति केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का अहम हिस्सा है। जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6, 9 और 11 में एडमिशन मिलता है।

सरकार उठाती है बच्चों के खाने-पीने, पढ़ने और रहने का खर्च

जवाहर नवोदय स्कूल में शिक्षा बिल्कुल निःशुल्क मिलती है। यहां बच्चों के खाने-पीने, पढ़ने और रहने का खर्च सरकार उठाती है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों की शिक्षा बिना किसी रुकावट के चलती है।

जवाहर नवोदय विद्यालय से बच्चों को क्या लाभ हुए?

जवाहर नवोदय विद्यालय योजना के तहत गरीब परिवार के बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ समाजिक और आर्थिक तरीकों को समझने में बेहतर बनाया जाता है। इस योजना के द्वारा बच्चों को हिंदी और इंग्लिश में शिक्षा दी जाती है, ताकि आगे की पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो। यही वजह है कि छात्र-छात्राओं को दोनों ही भाषाओं में शिक्षा दी जाती है।

स्टूडेंट्स को आज की परिस्थितियों के अनुरूप शिक्षा और प्रशिक्षण दोनों दिया जा रहा है, ताकि वे आगे जाकर किसी भी स्कूल के बच्चों से कमजोर साबित न हों। जवाहर नवोदय विद्यालयों के स्टूडेंट्स के रहने के लिए हॉस्टल्स की व्यवस्था है। यहां अच्छी पढ़ाई के साथ खेलकूद के लिए मैदान भी है।

ऐसे ले सकते हैं जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश

नवोदय विद्यालय में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से होता है। इस एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन नवोदय विद्यालय समिति करती है। एंट्रेंस एग्जाम को JNVST यानी जवाहर नवोदय विद्यालय सेलेक्शन टेस्ट कहा जाता है। कक्षा छठवीं और नौवीं में एडमिशन के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। वहीं कक्षा 11वीं में छात्रों को एडमिशन 10वीं के मार्क्स के आधार पर मिलता है।

गरीब बच्चों के लिए SC-ST वर्ग के बच्चों के लिए लगभग 75% तक का आरक्षण दिया गया है। हर साल सिर्फ 80 सीट ही हरेक जिले के विद्यालयों में रहती है। जवाहर नवोदय विद्यालय में SC, ST समुदाय के बच्चों के लिए उनकी संख्या के आधार पर प्रवेश मिलता है और एक तिहाई सीट लड़कियों की होती है। 3% सीट दिव्यांग बच्चों के लिए रखी जाती है।

एडमिशन के लिए स्टूडेंट को कक्षा 5 का विद्यार्थी होना चाहिए। इसका फॉर्म ऑनलाइन भरा जा सकता है। ये फॉर्म आपके सरकारी स्कूल में मिल जाएगा। फॉर्म भरने के बाद आपको ऑफलाइन परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा में एक जिले से 80 बच्चे पास होने पर उन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश मिलता है।

जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए पात्र

छात्र जिस जिले का मूल निवासी है, उसे उसी जिले के नवोदय स्कूल में एडमिशन के लिए फॉर्म भरना पड़ेगा। आप जब 6 से 8 कक्षा में पढ़ रहे हैं, तो आप फॉर्म में दी गई उम्र के हिसाब से फॉर्म भर सकते हैं।

जवाहर नवोदय विद्यालय 2024-25 में फी स्ट्रक्चर

Jawahar navodaya vidyalaya में कक्षा 6 से लेकर 8 तक के छात्रों से कोई भी फीस नहीं ली जाती है यानी कक्षा आठवीं तक के छात्रों को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है। उसके बाद कक्षा 9 से आगे की पढ़ाई के लिए छात्रों से 600 रुपये का मासिक शुल्क लिया जाता है। जवाहर नवोदय विद्यालय योजना के माध्यम से छात्रों को छात्रावास, भोजन, यूनिफॉर्म और पाठ्यपुस्तकों सहित जरूरी चीजें फ्री दी जाती हैं।

जवाहर नवोदय विद्यालय योजना का उद्देश्य

  • प्रधानमंत्री जवाहर नवोदय विद्यालय योजना को शुरू करने के पीछे सबसे बड़ा उद्देश्य गरीब और असहाय वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा देना है। इस विद्यालय से पढ़े हुए छात्र आज देश के कठिनतम एग्जाम में उत्तीर्ण हो रहे हैं।
  • देशभरमें उत्तीर्ण हुए बच्चों को उनके क्षेत्र की भाषा में यह शिक्षा प्रदान करता है। यह मुख्य रूप से हिंदी और इंग्लिश विषयमें शिक्षा देने का काम करता है।
  • यह विद्यालय मुख्य रूप से गरीब और सहायक निर्बल वर्ग के प्रतिभाशाली गुणवान बच्चों को उनके परिवार की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति पर ध्यान न देकर उन्हें बेहतरीन शिक्षा देता है। इससे बच्चों की प्रतिभा निखरती है और भविष्य में वे अच्छे होनहार सकुशल व्यक्तित्व के रूप में सामने आते हैं।
  • इस विद्यालय को लाने का सबसे बड़ा उद्देश्य गरीब बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना और देश के शिक्षा के स्तर को ऊंचा करना था।

योजना की खास बात

  • प्रधानमंत्री जवाहर नवोदय योजना गरीब बच्चों के कल्याण के लिए चलाई गई।
  • इस विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा दी जाती है।
  • मुफ्त में आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
  • मुफ्त में भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
  • इस विद्यालय में मुफ्त में यूनिफॉर्म उपलब्ध करवाए जाते हैं।
  • पठन-पाठन से संबंधित सभी चीजें यानी किताब, कलम, कॉपी-पेंसिल, स्कूल बैग सबकुछ मुफ्त में दिए जाते हैं।
  • इस विद्यालय में स्कूल यूनिफॉर्म के अलावा भी कपड़ों की सुविधा मुफ्त में दी जाती है।
  • समय-समय पर यह स्कूल देश भ्रमण तीर्थ यात्रा भी कराता है।
  • इस विद्यालय में स्पोर्ट्स की भी बेहतरीन सुविधा उपलब्ध है।
  • इस विद्यालय में संगीत, चित्रकला शास्त्रीय संगीत, नृत्य और विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता समय-समय पर होती है।

योजना के लिए पात्रता

  • आवेदन कर रहे विद्यार्थी को उसके अपने जिले में स्थित नवोदय विद्यालय में ही नामांकन मिल सकता है।
  • इस विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया 6th क्लास 9th क्लास और 11वीं क्लास में ही मिल सकता है।
  • इस विद्यालय में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है।
  • एंट्रेंस एग्जाम हर साल केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाती है।
  • इस विद्यालय में आवेदन करने के लिए सबसे जरूरी बात ये है कि आपका किसी भी सरकारी विद्यालय में नामांकन होना चाहिए, तभी आप इसके फॉर्म के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री जवाहर नवोदय विद्यालय के एग्जाम के लिए सिलेबस

  • गणित
  • रीजनिंग
  • हिंदी
  • इंग्लिश
  • सामाजिक विज्ञान
  • मेंटली टेस्ट

इन सभी सब्जेक्ट से ही लगभग 100 नंबर के प्रश्न पूछे जाते हैं। अगर आपने 100 नंबर में 90 प्लस स्कोर कर लिया, तो आपका एडमिशन हो जाएगा। आवेदन करने के बाद आपको आपके एग्जाम सेंटर की जानकारी फोन या ईमेल आईडी के माध्यम से दी जाती है। यह एग्जाम हर साल नवंबर से जनवरी के बीच में होता है।

आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पांचवीं कक्षा उत्तीर्ण सर्टिफिकेट
  • बैंक खाता पासबुक
  • मेडिकल सर्टिफिकेट

Pragya Prasad

पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव। दूरदर्शन मध्यप्रदेश, ईटीवी न्यूज चैनल, जी 24 घंटे छत्तीसगढ़, आईबीसी 24, न्यूज 24/लल्लूराम डॉट कॉम, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के बाद अब नया सफर NPG के साथ।

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