Begin typing your search above and press return to search.

Education News: CBSE ने किया स्कूलों का अकादमी परफॉर्मेंस कार्ड तैयार, रिपोर्ट के आधार पर तय होगी वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी और मूल्यांकन व्यवस्था

Education News:– केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल ने देश के अलावा राज्य के सभी एफिलिएटिड स्कूलों का एकेडमिक परफॉर्मेंस रिकॉर्ड विभिन्न मानकों पर तैयार किया है। स्कूलों का डाटा आधारित आत्म मूल्यांकन और साक्ष्य आधारित विश्लेषण किया गया है। इस रिपोर्ट से यह तय किया जाएगा कि किन स्कूलों में विद्यार्थी किन विषयों में कमजोर है। इस रिपोर्ट का उपयोग अपनी शिक्षा पद्धति और परिणाम सुधारने में स्कूल कर सकेंगे।

Education News: CBSE ने किया स्कूलों का अकादमी परफॉर्मेंस कार्ड तैयार, रिपोर्ट के आधार पर तय होगी वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी और मूल्यांकन व्यवस्था
X
By Radhakishan Sharma

Education News: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने सत्र 2024-25 के लिए राज्यभर के सभी संबद्ध स्कूलों का अकादमिक परफॉर्मेंस कार्ड जारी कर दिया है। इस कार्ड के माध्यम से प्रत्येक स्कूल के शैक्षणिक परिणामों, विद्यार्थियों के प्रदर्शन और संसाधनों की स्थिति का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया है। बोर्ड के अनुसार, इस रिपोर्ट के आधार पर अब वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी और मूल्यांकन व्यवस्था तय की जाएगी।

सीबीएसई की ओर से यह रिपोर्ट पहली बार तैयार की गई है। इसमें स्कूलों का डेटा-आधारित आत्ममूल्यांकन और साक्ष्य-आधारित विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट में कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं में स्कूलों के परिणामों की स्थिति को विस्तार से बताया गया है। साथ ही, उन स्कूलों की भी पहचान की गई है जिनके परिणाम राज्य औसत से कम रहे हैं।

रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से बोर्ड ने प्रत्येक स्कूल को अपनी शैक्षणिक स्थिति सुधारने का अवसर दिया है। जिन स्कूलों में प्रदर्शन कमजोर पाया गया है, उन्हें सुधारात्मक योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए स्कूलवार डेटा पोर्टल पर अपलोड किया गया है, ताकि प्रत्येक संस्था अपने स्तर पर विश्लेषण कर सके और सुधारात्मक कदम उठा सके।

रिपोर्ट में न केवल शैक्षणिक परिणामों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है, बल्कि विद्यार्थियों की उपलब्धियां, खेलकूद और अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भागीदारी और प्रदर्शन को भी शामिल किया गया है। बोर्ड का उद्देश्य है कि स्कूल केवल परीक्षा परिणाम तक सीमित न रहें, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें।

इस रिपोर्ट से शिक्षा विभाग को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के स्तर का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। बोर्ड ने बताया कि अब स्कूलों की रैंकिंग भी राज्य स्तर पर तय की जाएगी। इस रैंकिंग से यह पता चल सकेगा कि कौन से विद्यालय लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और किन्हें अतिरिक्त सहयोग की जरूरत है।

12 दिनों में पूरा होगा मूल्यांकन:

बोर्ड ने यह भी बताया है कि इस बार मूल्यांकन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और समयबद्ध बनाया गया है। रिपोर्ट जारी होने के बाद स्कूलों को अपने आंकड़ों की जांच और सुधार के लिए 12 दिन का समय दिया गया है। इसके बाद संशोधित रिपोर्ट के आधार पर वार्षिक परीक्षा की योजना तैयार की जाएगी।

विद्यालय करेंगे विश्लेषण:

बोर्ड ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वे इस रिपोर्ट का उपयोग अपनी शिक्षा पद्धति और परिणाम सुधारने में करें। इसके लिए स्कूलों को अपने शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ बैठकें आयोजित कर योजनाएं बनाने को कहा गया है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी से स्कूलों को यह पता चलेगा कि किन विषयों में विद्यार्थी पिछड़ रहे हैं और किस क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है।

Next Story